क्या लिंग-योनि सेक्स के बिना भी यौन संचारित रोग फैल सकता है?

आनंद के दृष्टिकोण से कई लोग मौखिक योनि, लिंग व गुदा सेक्स और आपसी हस्तमैथुन करते हैं।

लेकिन कई लोग इन यौन क्रियाओं में इस धारणा के तहत संलग्न होते हैं कि यौन संक्रमित संक्रमण (एसटीआई) केवल योनि-लिंग संगम से फैलते हैं।

इस धारणा के परिणामस्वरूप कई लोगों को लगता है कि वह एसटीआई से सुरक्षित हैं, जबकि वास्तव में वह खुद को ऐसी स्थिति में डाल चुके होते हैं जहाँ एसटीआई संचरण वास्तव में संभव है।

क्या आप यह सुनकर व्याकुल और परेशान हो गए हैं, तो कृपया न हों।

नीचे, हम विशेषज्ञों द्वारा बताये गए एसटीडी के फैलने के तरीकों की जानकारी देंगे। साथ ही, यह भी बताएँगे कि आपको एसटीआई जाँच के बारे में कौन-कौन सी बातें ध्यान रखना महत्वपूर्ण हैं।

एसटीडी बनाम एसटीडी

दोनों समरूप उन स्थितियों को संदर्भित करते हैं, जो मुख्य रूप से यौन गतिविधि के माध्यम से प्रसारित होती हैं। एसटीआई का मतलब होता है यौन संचारित संक्रमण, जबकि एसटीडी का मतलब होता है यौन संचारित रोग।

तकनीकी रूप से, एक स्थिति किसी रोग के रूप में तभी योग्य होती है यदि आपमें इसके उन्नत लक्षण हों, जबकि संक्रमण शब्द तब उपयोग होता है जब आपमें स्थिति के कोई लक्षण मौजूद नहीं होते लेकिन संक्रमण होता है।

हालाँकि, अक्सर रोजमर्रा की बातचीत और चिकित्सा संसाधनों में, दोनों शब्दों का परस्पर उपयोग किया जाता है।

एसटीआई कैसे होता है?

अमेरिका की डॉ. फेलिश गेर्श के अनुसार यौन संचारित संक्रामक कण आपके छिद्रों (जैसे, मुंह, गुदा, योनि) के पीछे “छिपे” नहीं होते हैं। बल्कि, ये संक्रामक कण किसी भी आंतरिक या बाहरी स्किन या शारीरिक तरल पदार्थों में रह सकते हैं।

इस कारण से, “कुछ एसटीआई किसी भी समय स्किन के संपर्क से या शरीर के तरल पदार्थों के माध्यम से फैल सकते हैं,”।

जरूरी नोट: हर एसटीआई स्किन के हर एक हिस्से या हर एक शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क में आने से नहीं फैलता है।

स्किन के कौन से भाग या कौन से शारीरिक तरल पदार्थ से आप एसटीआई संचारित कर सकते हैं, यह विशेष रूप से एसटीआई के प्रकार पर निर्भर करता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि एसटीआई कहाँ स्थित है।

कौन सी अन्य यौन गतिविधियां एसटीआई संचारित कर सकती हैं?

साफ शब्दों में कहें तो एसटीआई कोई भूत नहीं होते, जो बिना कारण कहीं से भी निकलकर आपको हो जाएँ।

आपमें एक एसटीआई होने के लिए किसी को इसे आपमें फैलाने की आवश्यकता है। और किसी को आपमें इसे फैलाने के लिए, उसे खुद एसटीआई-पॉजिटिव होना चाहिए।

(और कोई एसटीआई-पॉजिटिव है या नहीं, यह जानने का एकमात्र तरीका है डॉक्टर से परीक्षण करवाना, क्योंकि अधिकतर एसटीआई के कोई शुरुआती लक्षण नहीं होते)।

डॉ गेर्श के अनुसार, एसटीआई के प्रकार और जगह के आधार पर, यह किसी भी यौन गतिविधि से फैल सकता हैं जिसमें निम्न शामिल हों:

  • मुंह, होंठ, गला, या लार
  • रक्त या स्तन का दूध
  • योनि द्रव, पूर्व-स्खलन द्रव, वीर्य, या गुदा स्राव
  • आंतरिक गुदा नहर, गुदा प्रवेश द्वार, या मूलाधार
  • योनि, योनी नहर, लिंग, या अंडकोष

इसका मतलब है, सैद्धांतिक रूप से, निम्न में से किसी भी यौन क्रिया के दौरान आपमें एक एसटीआई फैल सकता है:

  • किसिंग (चुम्बन)
  • मुख से निप्पल उत्तेजित करना
  • मुख मैथुन, जिसमें योनि और लिंग को मुख से उत्तेजित करना शामिल है
  • लिंग संभोग, जिसमें योनि-लिंग और गुदा-लिंग संभोग शामिल हैं
  • हाथ से सेक्स, जिसमें हाथ या ऊँगली से गुदा, योनि या लिंग को उत्तेजित करना शामिल हैं
  • कोई भी सेक्स क्रिया जिसमें आप योनि रक्त, शरीर के अन्य रक्त या महिला स्तन दूध के संपर्क में आते हैं

कौन सी अन्य गैर-यौन गतिविधियां एसटीआई फैला सकती हैं?

कोई भी क्रिया जिसमें शारीरिक तरल पदार्थों को गटकना, उनके संपर्क में आना या उनकी अदला-बदली शामिल है, संक्रमण को फैला सकती है।

उदाहरण के लिए:

  • होंठ चुम्बन
  • टैटू बनवाना या स्किन छिदवाना
  • सेक्स टॉयज को बिना ठीक से साफ किये साझा करना
  • रक्तदान करना या प्राप्त करना
  • इंजेक्शन की सुई साझा करना
  • स्तनपान
  • प्रसव के दौरान बच्चे को

हालाँकि गैर-यौन क्रिया के द्वारा एसटीआई फैलने के बारे में अक्सर लोग जरूरत से ज्यादा भयभीत होते हैं। उदाहरण के लिए, अधिकतर मामलों में टॉयलेट सीट, हॉट टब, या सार्वजनिक प्रसाधन साझा करने से एसटीआई नहीं फैलता।

आमतौर पर एसटीआई शरीर की श्लैष्मिक झिल्लियों के बाहर बहुत लंबे समय तक जिन्दा नहीं रह सकते हैं। और पूल और हॉट टब के सभी रसायन किसी भी संक्रामक एजेंट को मार देते हैं।

क्या एसटीआई लक्षण दिखाने से पहले शरीर में लम्बे समय तक निष्क्रिय रह सकता है?

इस प्रश्न का उत्तर देने से पहले, आइए ‘निष्क्रिय’ शब्द के बारे में बात करते हैं। डॉ गेर्श के अनुसार, अधिकांश डॉक्टर अब इस शब्द का उपयोग नहीं करते हैं।

वह कहती हैं “एक निष्क्रिय एसटीआई की अवधारणा मददगार नहीं है। यह इस विचार पर आधारित है कि आपके शरीर में एक यौन संचारित संक्रमण हो सकता है, जो फिलहाल में कुछ भी नहीं कर रहा है।”

लेकिन एसटीआई बिना कोई लक्षण दिखाए भी शरीर में अत्यधिक सक्रिय रह सकता है। इसलिए “निष्क्रिय” शब्द के बजाय डॉक्टर जिन शब्दों का उपयोग करना पसंद करते हैं वे “स्पर्शोन्मुख” या “अव्यक्त” हैं।

एक स्पर्शोन्मुख एसटीआई तब होता है, जब व्यक्ति को वर्तमान में ऐसे लक्षण नहीं हैं जिन्हें वह देखकर, सूंघकर या महसूस करके अनुभव कर सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अधिकांश एसटीआई स्पर्शोन्मुख होते हैं।

डॉ गेर्श यह भी बताती हैं कि “बिना किसी लक्षण के एसटीआई होना संभव है, और इस दौरान इसे किसी अन्य व्यक्ति में फैलाना भी संभव है”

उदाहरण के लिए, किसी महिला को ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) हो सकता है, जिसमें कोई लक्षण नहीं हो रहा है, लेकिन फिर भी वायरस उनके गर्भाशय ग्रीवा का सेलुलर मेकअप बदल सकता है।

आपको ऐसा एसटीआई भी हो सकता है, जिसके अभी कोई कोई लक्षण अनुभव न हो रहे हों, लेकिन बाद में अनुभव होना शुरू हो सकते हैं।

साथ ही, फैलने के तुरंत बाद जाँच द्वारा एसटीआई का पता नहीं लगाया जा सकता है। एसटीआई का तुरंत पता इसलिए नहीं लगाया जा सकता है, क्योंकि अक्सर एसटीआई की जाँच में शरीर में इसके खिलाफ मौजूद एंटीबाडीज की मौजूदगी का पता लगाया जाता है, जिन्हें बनने में समय लगता है।

आपको कब-कब जाँच करवानी चाहिए?

अमेरिका के CDC संस्थान के अनुसार हर यौन रूप से सक्रिय व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार जाँच जरूर करवानी चाहिए।

लेकिन डॉ गेर्श कहती हैं “हर नए सेक्स पार्टनर के साथ सेक्स करने से पहले दोनों की जाँच करवाना अच्छा होता है।”

लेकिन क्यों? क्योंकि जाँच ही आपकी वर्तमान एसटीआई स्थिति जानने और संचरण के जोखिम को कम करने का एकमात्र तरीका है।

प्रत्येक एसटीआई के लिए ऊष्मायन अवधि क्या है?

किसी व्यक्ति में एसटीआई फैलने और डॉक्टर की जाँच में एसटीआई-पॉजिटिव आने के बीच के समय को ऊष्मायन अवधि कहा जाता है।

यदि आप ऊष्मायन अवधि के दौरान एसटीआई की जाँच करवाते हैं, तो एसटीआई होने पर भी इसका परिणाम नकारात्मक आएगा।

डॉ गेर्श कहती हैं “हर एक एसटीआई के लिए ऊष्मायन अवधि अलग-अलग होती है। यह अवधि 2 दिनों से 3 महीने के बीच कहीं भी हो सकती है।”

एसटीआईऊष्मायन अवधि
क्लैमाइडिया7 से 21 दिन
जननांग दाद2 से 12 दिन
गोनोरिया1 से 14 दिन
हेपेटाइटिस ऐ15 से 50 दिन
हेपेटाइटिस बी8 से 22 हफ्ते
हेपेटाइटिस सी2 से 26 हफ्ते
एचआईवी2 से 4 हफ्ते
एचपीवी1 महीने से लेकर 10 साल (प्रकार के आधार पर)
मौखिक दाद2 से 12 दिन
सिफलिस3 हफ्तों से लेकर 20 साल (प्रकार के आधार पर)
ट्रयकोमोइसीस5 से 28 दिन

इसका मतलब यह है कि, यदि आप किसी के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाते हैं, तो एसटीआई होने पर भी अगले दिन जाँच कराने पर आपमें यह नहीं निकलेगी।

“हालाँकि यह टेस्ट आपको बताएगा कि उस व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने से पहले आपमें एसटीआई था या नहीं” गेर्श बताती हैं। “लेकिन जाँच आपको यह नहीं बताएगी कि क्या उस व्यक्ति के साथ सेक्स करने से आपको एसटीआई हुआ है या नहीं।”

यदि आपने किसी के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाए हैं, तो 15 दिन के बाद पहला टेस्ट और 30 दिन बाद दूसरा टेस्ट करवाने से बेहतर परिणाम आते हैं।

कुछ लोग “असुरक्षित यौन संबंध” वाक्यांश का उपयोग सिर्फ लिंग-योनि संभोग के संदर्भ में कर सकते हैं। लेकिन यहां, हम इसका उपयोग किसी भी ऐसे सेक्स को संदर्भित करने के लिए कर रहे हैं, जो बिना किसी सुरक्षा जैसे कंडोम के उपयोग के बिना हुआ हो।

इसमें टूटे हुए या एक्सपायर्ड कंडोम के साथ हुआ सेक्स भी शामिल है।

यदि आपने पहले कभी एसटीआई की जाँच नहीं करवाई है तो क्या करें।

यदि आपने पहले कभी अपनी एसटीआई की जाँच नहीं करवाई है, और अब करवाना चाहते हैं, तो अपने यौन स्वास्थ्य को गंभीरता से लेने का निर्णय लेने के लिए बधाई हो।

सबसे पहले किसी अच्छे यौन रोग विशेषज्ञ (या महिलाओं के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ) ढूँढें। यह सुनिक्षित करें कि वह विशेषज्ञ उन सभी एसटीआई की जाँच करता हो, जिनकी आप जाँच करवाना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ विशेषज्ञ केवल एचआईवी की जाँच करते हैं।

विशेषज्ञ के पास पहुँचने पर, तो उन सभी एसटीआई के बारे में स्पष्ट रूप से चर्चा करें, जिनकी आप जाँच करवाना चाहते हैं, खासकर यदि आप मौखिक या गुदा एसटीआई के लिए जाँच करवाना चाहते हैं।

अधिकांश परीक्षण केंद्र केवल जननांग गोनोरिया, जननांग क्लैमाइडिया, एचआईवी और सिफलिस की जाँच करते हैं, जब तक कि आप उनसे अन्य एसटीआई की जाँच के बारे में नहीं पूछते हैं।

निष्कर्ष

लिंग को योनि या गुदा के अंदर डाले बिना भी एसटीआई अनुबंधित या प्रसारित करना संभव है। अपने आप को और अपने साथी को एसटीआई से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है, सुरक्षित सेक्स का अभ्यास करना और नियमित रूप से सभी एसटीआई की जाँच करवाते रहना।

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