लिंग के लिए जेलकिंग एक्सरसाइज: तकनीक, जोखिम और अन्य विकल्प

जेलकिंग एक लिंग की मालिश करने वाली एक्सरसाइज है जिसका उद्देश्य लिंग को फैलाना होता है। कुछ लोग कहते हैं कि यह लिंग को लंबे समय तक खड़ा बनाए रख सकती है और उसे मोटा या लंबा दिखाने में मदद कर सकती है, लेकिन इस दावे का समर्थन करने वाले शोध बहुत सीमित हैं।

जेलकिंग एक पेनिस स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज है। इसमें आपके लिंग के ऊतकों की मालिश करना और स्किन को खींचना शामिल है, जिससे उसमें “माइक्रो-टियर्स” बन सकें और वह भरने पर पहले से अधिक बड़े बनें।

माना जाता है कि इससे आपका लिंग लंबा या मोटा हो सकता है – लेकिन क्या वास्तव में इससे कोई फर्क पड़ता है? यहां आपको जानने योग्य सभी जानकारी दी गई है।

फायदे क्या हैं?

जेलकिंग का पूरा उद्देश्य आपके लिंग को बड़ा करना है।

लेकिन जेलकिंग एक्सरसाइज के बारे में अधिकांश बातें उपाख्यानात्मक हैं। यानी लोगों ने मौखिक रूप से इसके फायदे होने का दावा किया है। यह अभ्यास कितना सफल है (या नहीं है) इस पर कोई निर्णायक शोध मौजूद नहीं है।

अधिकतर दावों के अनुसार, नियमित जेलकिंग एक्सरसाइज करने से निम्न फायदे हो सकते हैं:

  • खड़े व बैठे लिंग की मोटाई और लम्बाई बड़ा सकती है।
  • लिंग को अधिक समय तक खड़ा रखने में मदद करती है, यानी आप बिस्तर पर लम्बे समय तक टिक सकते हैं।

क्या यह वाकई में कारगर है?

इसका छोटा उत्तर है – हाँ! लेकिन उतनी नहीं जितनी आप उम्मीद रखते हैं।

किसी भी तरह के निश्चित निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए पर्याप्त वैज्ञानिक सबूत या शोध भी मौजूद नहीं हैं।

हालाँकि कुछ छोटे वैज्ञानिक शोधों ने इसका अवलोकन किया है, जो बतातें है कि किस प्रकार की जेलकिंग एक्सरसाइज करने से आपको कितना फायदा हो सकता है:

  • 2011 के एक शोध में पाया गया कि 3 महीने तक दिन में कम से कम 9 घंटे तक लिंग पर ट्रैक्शन डिवाइस पहने जाने पर लिंग की लंबाई एक इंच तक बढ़ सकती है। ट्रैक्शन डिवाइस लिंग पर पहना जाना वाला एक स्ट्रेचिंग उपकरण होता है, जो लिंग के ऊतकों में खिंचाव पैदा करता है।
  • लिंग को लंबा करने वाले साहित्यों पर हुई 2011 की एक समीक्षा में पाया गया कि ट्रैक्शन डिवाइस लिंग की सर्जरी के समान परिणाम उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए लिंग को लम्बा करने के प्रयास में ट्रैक्शन डिवाइस सबसे पहला विकल्प होना चाहिए।
  • ट्रैक्शन डिवाइस पर किए गए शोधों की 2013 की एक समीक्षा में पाया गया कि ट्रैक्शन डिवाइस लिंग के टेढ़ेपन और पेरोनी रोग के इलाज में ज्यादा प्रभावी होते हैं, न कि लिंग को लंबा या मोटा बनाने में।

क्या इसके कोई दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

जेलकिंग एक्सरसाइज लिंग को लम्बा-मोटा करने का काफी सुरक्षित तरीका है, जब तक कि आप अपने लिंग को बहुत जोर से, बहुत बार, या बहुत आक्रामक तरीके से नहीं खींचते।

बहुत अधिक कठोरता लिंग के ऊतकों को फाड़ सकती है या उसके स्नायुबंधन (लिगामेंट) को नुकसान पहुंचा सकती है। स्नायुबंधन आपके लिंग को शरीर से जोड़ने वाली पट्टी को कहते हैं।

सबसे बुरे मामलों में, इस तरह की क्षति आपके लिंग को खड़ा करने या बनाये रखने की क्षमता को स्थायी रूप से प्रभावित कर सकती है।

जेलकिंग एक्सरसाइज के अन्य संभावित दुष्प्रभाव निम्न हैं:

  • लिंग पर खरोंच
  • लिंग की शाफ्ट में दर्द या जलन
  • लिंग की स्किन को रगड़ने से जलन
  • अधिक कठोरता के कारण लिंग में स्कार टिश्यू बनना
  • स्तंभन दोष हो जाना

दुष्प्रभावों को कम करने के लिए आप क्या सावधानियां बरत सकते हैं?

यदि आप जेलकिंग एक्सरसाइज को आजमाने में रुचि रखते हैं, तो कुछ सावधानियां बरतने से आपके लिंग में दर्द, बेचैनी या क्षति की संभावना कम हो सकती है:

  • अपने लिंग पर चिकनाई लगाएं। अपने लिंग को गीला और फिसलन वाला बनाने के लिए लुब्रीकेंट का उपयोग करें ताकि आप अपने हाथ (या डिवाइस) और लिंग के बीच बहुत अधिक घर्षण बनने से रोक सकें। नारियल का तेल और जैतून का तेल लिंग को चिकना रखने के काफी अच्छे प्राकृतिक लुब्रीकेंट हैं।
  • अत्यधिक कठोरता से बचें। जेलकिंग एक्सरसाइज का मुख्य कार्य धीरे-धीरे लिंग की मालिश करना और उसके पूरे ऊतकों में रक्त संचार को बेहतर बनाना है। जब आपका लिंग पूरा खड़ा होता है, तो इसमें पहले से ही रक्त भर रहा होता है, इसलिए कठोरता करने पर उसके ऊतकों में गंभीर चोट लग सकती है।

जेलकिंग या कोई अन्य लिंग एक्सरसाइज करते समय निम्न सुझावों का भी पालन करें:

  • अगर एक्सरसाइज करते समय दर्द या असुविधाजनक महसूस होता है तो रुक जाएं।
  • दीवार या टेबल के सहारे टिककर इस एक्सरसाइज को करें।
  • इन एक्सरसाइज को दिन में दो बार से ज्यादा न करें, ताकि “माइक्रो-टियर्स” को भरने का पूरा समय मिले और लिंग को चोटिल होने से बचाया जा सके।
  • यदि आप इस एक्सरसाइज को लम्बे समय तक रोज करना चाहते हैं या रोज करने की आवृत्ति को बढ़ाना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

जेलकिंग एक्सरसाइज कैसे करें?

ठीक है, चलिए अब आपको जेलकिंग एक्सरसाइज करने का सही तरीका सिखाते हैं:

  • अपने हाथ की तर्जनी ऊँगली और अंगूठे को मिलाकर “O” का आकार बनायें।
  • अब इस “O” आकार से अपने लिंग के आधार को पकड़ें।
  • अब इस O को तबतक छोटा करते जाएँ जब तक आपके लिंग के आधार पर हल्का दबाव नहीं पड़ने लगता।
  • अब इस O को धीरे-धीरे अपने लिंग के सिर की ओर तब तक ले जाएं जब तक कि आप लिंग के मुठ तक नहीं पहुंच जाते। अगर इस दौरान दर्द होता है तो दबाव को कम कर दें। आधार से मुठ तक पहुँचने में आपको लगभग 3 से 5 सेकंड का समय लगना चाहिए।
  • मुठ पर पहुँचने पर अपनी पकड़ को ढीला कर दें।
  • इसे रोज एक बार में लगभग 20 मिनट तक दोहराएं।

यदि आप अपनी तकनीक को बदलना चाहते हैं तो कुछ टिप्स निम्न हैं:

  • अलग-अलग ग्रिप्स के साथ प्रयोग करें। लिंग को पकड़ने की अपनी ग्रिप में आप सुविधानुसार बदलाव भी कर सकते हैं। जैसे O आकार की वजाय अपने अंगूठे को आधार के नीचे रखें, तर्जनी को आधार के शीर्ष पर रखें, और दोनों से धीमा दबाव डालते हुए लिंग को मुठ तक निचोड़ें।
  • इसे बिना चिकनाई के आजमाकर देखें। जेलकिंग एक्सरसाइज करते समय चिकनाई का उपयोग करना एक अच्छा सुरक्षा एहतियात है, लेकिन यदि आप पाते हैं कि यह आपके लिंग को अत्यधिक कठोर बना रहा है या आपको अत्यधिक उत्तेजित कर रहा है, तो आप इसके बिना भी जेलकिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं। बस इतना ध्यान रखें कि आपकी स्किन पर चोट न लगे।

उचित परिणाम पाने के लिए आपको इस एक्सरसाइज को कितने दिनों तक जारी रखना चाहिए?

आप कितनी जल्दी कोई परिणाम प्राप्त करते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी नियमितता से इस जेलकिंग एक्सरसाइज को करते हैं और आपकी व्यक्तिगत तकनीक क्या है।

ऐसे कोई भी शोध मौजूद नहीं हैं जो यह साबित करते हों कि लिंग की जेलकिंग या अन्य एक्सरसाइज करने से कितने दिनों में आपको फायदा नजर आने लगेगा।

यहां तक कि ट्रैक्शन डिवाइस जैसे लिंग को लंबा मोटा करने वाले उपकरणों में भी उचित परिणाम प्राप्त करने में महीनों लग जाते हैं।

इसलिए जेलकिंग एक्सरसाइज के जरिये उचित फायदा लेने के लिए आपको कम से कम दो-तीन महीने के लिए इसे रोज करना होगा।

किस स्थिति में आपको यह एक्सरसाइज करना बंद कर देना चाहिए और अन्य विकल्पों की तलाश करनी चाहिए?

यदि आपको जेलकिंग एक्सरसाइज के सत्र के दौरान या बाद में निम्न में से कोई भी समस्या अनुभव हो तो आपको एक्सरसाइज करना बंद कर देना चाहिए:

  • दर्द या असहजता
  • खुजली
  • खरोंच या स्किन के रंग में बदलाव
  • लिंग की शाफ्ट पर लाल चकत्ते
  • सुन्नता या झुनझुनी
  • नस फटना

और अन्य विकल्प क्या हैं?

आपके लिंग को लंबा, सख्त, या अधिक सीधा बनाने में मदद करने के लिए जेलकिंग एक्सरसाइज के अलावा अन्य विकल्प निम्न हैं:

पेनिस पंप

इस तकनीक में, आप अपने लिंग को पेनिस पंप की हवा से भरी एक लंबी ट्यूब में रखते हैं, और इससे जुड़े एक पंप (हैंड पंप या इलेक्ट्रॉनिक पंप) के जरिये ट्यूब से सारी हवा को बाहर निकाल देते हैं। इससे लिंग पर वैक्यूम बन जाता और उसमें तेजी से रक्त भरने लगता है। इसके परिणामस्वरूप लिंग खड़ा हो जाता है।

एक बार जब आपका लिंग पूरा खड़ा हो जाता है, तो आप पेनिस पंप को निकाल सकते हैं, और लिंग में रक्त को बनाये रखने के लिए पेनिस रिंग पहन सकते हैं। अब आप सेक्स और हस्तमैथुन का आनंद भी ले सकते हैं।

बस एक बात ध्यान रखें कि कभी भी लिंग पर पेनिस रिंग को 30 मिनट से अधिक समय तन न पहने रखें, अन्यथा लिंग में बिना ऑक्सीजन वाला रक्त अधिक समय तक रहने से उसके ऊतकों को नुकसान पहुँच सकता है।

ट्रैक्शन डिवाइस

ट्रैक्शन डिवाइस आपके बैठे लिंग को लम्बे समय तक खींचे रखता है, जिससे समय के साथ उसके ऊतक फैल जाते हैं।

इसका उपयोग करने के लिए आपको अपने बैठे लिंग के मुठ और आधार को डिवाइस के दो खांचों में फंसाना होता है। फिर इन दो खांचों को डिवाइस के मैकेनिज्म के माध्यम से एक दूसरे के विपरीत दिशा में तब तक खींचना होता है जब तक आपके लिंग में बिना दर्द वाला खिंचाव न बन जाये।

आपको इस डिवाइस को रोज 4 से 6 घंटों के लिए ऐसे ही पहने रखना होता है। कुछ महीनों के लिए ऐसा रोज करने पर सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

मुझे डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

अगर कुछ महीनों के बाद भी आपको कोई परिणाम नहीं दिख रहा है या आप अपने इरेक्शन से खुश नहीं हैं तो अपने डॉक्टर से मिलें।

लिंग बड़ा करने का कोई भी मेडिकल या सर्जिकल विकल्प चुनने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखें:

  • एक खड़े लिंग की औसत लंबाई 5 से 7 इंच होती है। अधिकतर पुरुषों का लिंग सामान्य साइज का होने पर भी उनको लगता है कि उनका लिंग छोटा है, जिससे वह इसे बढ़ाने के तरीके खोजने की कोशिश करने लगते हैं।
  • मानसिक या भावनात्मक तनाव आपके लिंग के खड़े होने या बनाये रखने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। ऐसी स्थिति में अक्सर लिंग में कोई शारीरिक समस्या नहीं होती, और आपको अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उपाय करना होता है।
  • खड़ा होने पर लिंग का एक तरफ मुड़ा हुआ होना या दर्द होना पेरोनी रोग (पीडी) का संकेत हो सकता है। यह समस्या लिंग में स्कार टिश्यू बनने के कारण होती है। अक्सर इसका उपचार काफी सरल होता है और डॉक्टर ट्रैक्शन डिवाइस के उपयोग की सलाह देते हैं। कुछ मामलों में डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं।

निष्कर्ष

यदि आप चाहें तो जेलकिंग एक्सरसाइज करके देख सकते हैं, लेकिन इससे अपने लिंग को रातों-रात बढ़ाने की उम्मीद न रखें।

दिखाई देने योग्य परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको महीनों तक नियमित रूप से जेलकिंग एक्सरसाइज करना होगा।

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