प्रजनन वर्षों के दौरान महिला को लगभग एक महीने में एक बार पीरियड्स आते हैं। यदि महिला इस दौरान अत्यधिक कमजोरी महसूस न करती हो तो पीरियड्स के दौरान सेक्स किया जा सकता है।
हालाँकि पीरियड्स में सेक्स थोड़ा गंदा या अभद्र हो सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
वास्तव में पीरियड्स में सेक्स करने के कई फायदे होते हैं, खासतौर से इससे महिला को मासिक धर्म की ऐंठन से राहत मिलती है।
पीरियड्स में सेक्स करने के फायदे-नुकसान, सुरक्षा, टिप्स आदि की पूरी जानकारी हमने नीचे दी है –
पीरियड्स के दौरान सेक्स करने के बहुत से फायदे होते हैं, जो निम्न हैं:
ऑर्गाज्म (सेक्स) मासिक धर्म की ऐंठन से राहत दे सकता है।
ऐंठन तब होती है जब महिला का गर्भाशय अपनी लाइनिंग को साफ करने के लिए बार-बार सिकुड़ता-फैलता है।
जब महिला सेक्स करती है, तब भी उसके गर्भाशय की मांसपेशियाँ सिकुड़ती हैं और फिर फैलती हैं।
इस फैलने-सिकुड़ने की प्रक्रिया से ही ऐंठन में राहत मिलती है।
सेक्स एंडोर्फिन नामक केमिकल के स्राव को भी बढ़ावा देता है, जिससे आपको अच्छा महसूस होता है।
साथ ही, सेक्स गतिविधि में आपका मन व्यस्त रहता है, जिससे आपको अपने मासिक धर्म के दुख को भूलने में मदद मिलती है।
सेक्स करने से पीरियड्स के दिन कम हो सकते हैं।
सेक्स के दौरान होने वाले मांशपेशियों के संकुचन से गर्भाशय जल्दी साफ हो जाता है।
इसके फलस्वरूप पीरियड्स छोटे हो सकते हैं।
हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण महिला के पूरे मासिक धर्म चक्र के दौरान उसकी सेक्स इच्छा बदलती रहती है।
हालाँकि कई महिलाओं का कहना होता है कि ओव्यूलेशन के दौरान उनकी सेक्स इच्छा बढ़ जाती है, जो पीरियड्स के दो हफ्ते पहले का समय होता है।
लेकिन कुछ महिलाओं की उत्तेजना पीरियड्स के दौरान ज्यादा होती है।
पीरियड्स के दौरान आप बिना लुब्रीकेंट के भी चिकनाई का भरपूर आनंद ले सकते हैं।
इस दौरान ब्लड और योनि का पानी एक प्राकृतिक लुब्रीकेंट की तरह काम करता है।
माइग्रेन के सिरदर्द वाली लगभग आधी महिलाओं को यह उनके पीरियड्स के दौरान होता है।
हालाँकि मासिक धर्म के माइग्रेन के दौरान ज्यादातर महिलाएं सेक्स करने से बचती हैं।
लेकिन जिन्होंने इस दौरान सेक्स करके देखा है, उनका कहना है कि उनका माइग्रेन का दर्द थोड़ा या पूरी तरह से ठीक हो गया।
पीरियड्स के दौरान सेक्स करने का सबसे बड़ा नुकसान होता है इस दौरान होने वाली गंदगी और अभद्रता का अनुभव। ब्लड आप पर, आपके साथी पर और चादरों पर लग सकता है, खासतौर से तब जब फ्लो काफी ज्यादा हो।
बिस्तर को गंदा करने के अलावा, ब्लड आपको डर का अनुभव करा सकता है ।
यह डर और गंदापन का अनुभव आपके सेक्स के मजे को किरकिरा कर सकता है।
पीरियड्स के दौरान सेक्स करने में एक और चिंता का विषय है यौन संचारित रोग (STI) जैसे HIV या हेपेटाइटिस फैलने का खतरा ज्यादा होना। ये वायरस ब्लड में रहते हैं, और संक्रमित मासिक धर्म के पानी के संपर्क में आने से फैल सकते हैं। हर बार सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने से आप STI फैलने का खतरा कम कर सकते हैं।
यदि आप बच्चा पैदा नहीं करना चाहती हैं, तो हमेशा गर्भनिरोध के उपाय अपनायें। पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से भी प्रेगनेंसी हो सकती है। हालाँकि इस दौरान प्रेगनेंसी की संभावना बहुत कम होती है।
ओवुलेशन के दौरान प्रेगनेंसी की संभावना सबसे ज्यादा होती है, जो पीरियड्स के लगभग 14 दिन पहले शुरू होता है। लेकिन हर महिला का मासिक धर्म चक्र अलग-अलग अवधि का होता है, और यह हर बार बदल भी सकता है। यदि आपका मासिक धर्म चक्र छोटा है तो पीरियड्स के दौरान आपके प्रेग्नेंट होने की सम्भावना ज्यादा होगी।
योनि के अंदर स्पर्म लगभग 7 दिनों तक जीवित रह सकते हैं। इसलिए, यदि आपका मासिक धर्म चक्र 22 दिनों का है और पीरियड्स के तुरंत बाद आपका ओवुलेशन शुरू हो जाता है, तो इस बात की सम्भावना ज्यादा है कि गर्भाशय में स्पर्म जीवित होने के दौरान ही आपका अंडा बन जाए।
सेक्स के दौरान कंडोम पहनने से आप यौन संचारित संक्रमण (STI) से भी बचे रह सकते हैं। पीरियड्स के दौरान STI होने की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि इस दौरान ब्लड भी निकलता है।
पीरियड सेक्स को अधिक आरामदायक और कम गंदा बनाने के कुछ सुझाव निम्न हैं –
पीरियड्स को अपनी सेक्स लाइफ में रुकावट न बनने दें। यदि आप थोड़ी तैयारी से सेक्स करती हैं, तो सेक्स उन पांच-छः दिनों के दौरान उतना ही सुखद हो सकता है, जितना कि बाकी महीने में होता है। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि पीरियड्स के दौरान सेक्स कितना रोमांचक होता है।