क्या स्तंभन दोष के उपचार में तरबूज एक प्राकृतिक वियाग्रा है?

स्तंभन दोष (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) पुरुषों में होने वाली एक सामान्य समस्या है, खासकर तब जब उनकी उम्र ज्यादा हो। प्रिस्क्रिप्शन दवाएं, जैसे कि सिल्डेनाफिल (वियाग्रा), लिंग में रक्त के प्रवाह को वापस उत्तेजित करके स्तंभन दोष को हल करने में मदद कर सकती हैं। स्तंभन दोष के वैकल्पिक उपचार के रूप में कई हर्बल सप्लीमेंट और प्राकृतिक उपचार भी हैं।

ऐसा ही एक उत्पाद गर्मियों के प्रधान से प्राप्त होता है: तरबूज। ऐसा इसलिए है क्योंकि तरबूज में एल-सिट्रीलाइन नामक एमिनो एसिड पाया जाता है। एल-सिट्रीलाइन को लिंग में रक्त के प्रवाह को उत्तेजित करने के लिए कारगर माना जाता है।

हालाँकि एल-सिट्रीलाइन के बारे में हुए शोध यह निर्धारित करने के लिए पर्याप्त नहीं हुए है कि स्तंभन दोष के लक्षणों के प्रबंधन के लिए तरबूज आपकी पसंदीदा उपचार पद्धति होनी चाहिए या नहीं।

तरबूज, एल-सिट्रीलाइन और स्तंभन दोष के बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें।

शोध

तरबूज में उच्च मात्रा में एल-सिट्रीलाइन पाया जाता है। यह एक अनावश्यक अमीनो एसिड है। एक बार जब यह आपके रक्त के नाइट्रिक ऑक्साइड सिस्टम द्वारा ले लिया जाता है, तो यह रक्त वाहिका फैलाव को बढ़ावा देता है। नतीजतन, आपका रक्तचाप कम हो जाता है और रक्त प्रवाह में सुधार होता है।

एल-सिट्रीलाइन सीजीएमपी नामक एंजाइमों को उत्तेजित करने में मदद कर सकता है, जो कि रक्त प्रवाह में प्रत्यक्ष भूमिका निभाते हैं। इस कारण से अक्सर माना जाता है कि अधिक एल-सिट्रीलाइन का सेवन स्तंभन दोष को ठीक करने में मदद कर सकते है। इसीलिए एल-सिट्रीलाइन के असंख्य अवैज्ञानिक दावे इंटरनेट पर मौजूद हैं, विशेष रूप से लिंग वर्धक दवाओं के निर्माताओं द्वारा।

वैज्ञानिक संदर्भ की बात करें तो, कुछ शोधों ने स्तंभन दोष में एल-सिट्रीलाइन की भूमिका पर ध्यान दिया है। 2011 में प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि एक महीने के दौरान एल-सिट्रीलाइन के सप्लीमेंट लेने वाले 24 पुरुषों ने स्तंभन दोष के लक्षणों में हल्का सुधार देखा।

एक अन्य शोध ने नर चूहों की यौन गतिविधि पर तरबूज के अर्क के प्रभाव को देखा गया और उनकी यौन गतिविधि में वृद्धि पाई गई।

हालाँकि एल-सिट्रीलाइन की प्रभावकारिता और समग्र सुरक्षा का सही आंकलन करने के लिए और अधिक दीर्घकालिक शोध किए जाने की आवश्यकता है।

एल-सिट्रीलाइन सप्लीमेंट

आपको केवल अपने डॉक्टर की सहमति से एल-सिट्रीलाइन के सप्लीमेंट लेना चाहिए। हालाँकि इसके कोई गंभीर साइड इफेक्ट ज्ञात नहीं है, लेकिन इसकी अन्य दवाओं के साथ रिएक्शन की संभावना है, खासकर यदि आप पहले से ही वियाग्रा जैसी दवाएं लेते हैं।

साथ ही, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सप्लीमेंट केवल स्तंभन दोष के हल्के व मध्यम लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए यदि आपको गंभीर रूप का स्तंभन दोष है, या आपको अक्सर अपना लिंग खड़ा करने या खड़ा बनाये रखने में समस्या आती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

आपको यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि हर्बल सप्लीमेंट्स की सुरक्षा या शुद्धता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निगरानी नहीं की जाती है। इसलिए हमेशा भरोसेमंद और लोकप्रिय कंपनी के ही सप्लीमेंट खरीदें।

एल-सिट्रीलाइन के अन्य स्रोत

सप्लीमेंट्स में पाए जाने वाले एल-सिट्रीलाइन की बराबरी करने के लिए आपको प्रति दिन लगभग 4 कप कटे हुए तरबूज खाने की आवश्यकता होगी। तरबूज की नारंगी और पीली किस्मों में थोड़ा अधिक एल-सिट्रीलाइन का स्तर हो सकता है, जिसका अर्थ है कि आप पारंपरिक लाल तरबूज के समान सिट्रीलाइन लेने के लिए इन्हें कम खा सकते हैं।

एल-सिट्रीलाइन कुछ अन्य खाद्य पदार्थों में भी प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। इनमें लहसुन, मछली और फलियां शामिल हैं।

तरबूज के फायदे बनाम जोखिम

हल्के से मध्यम स्तंभन दोष वाले पुरुषों को तरबूज या सप्लीमेंट के जरिये एल-सिट्रीलाइन लेने से लाभ हो सकता है। साथ ही, तरबूज खाने से आप एल-सिट्रीलाइन के अलावा भी कई अन्य पोषक तत्व प्राप्त कर सकते हैं। तरबूज में विटामिन ए और सी के साथ-साथ फाइबर और पोटेशियम जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी उच्च मात्रा में होते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट आपके समग्र स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए अच्छे हैं लेकिन तभी जब आप इन्हें सीमित मात्रा में सेवन करें। अमेरिका के NCCIH संस्थान के अनुसार, एंटीऑक्सीडेंट का उच्च सेवन वास्तव में हानिकारक हो सकता है।

एक और तर्क यह है कि सप्लीमेंट्स से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट, ताजा खाद्य पदार्थों के माध्यम से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट के मुकाबले कम फायदेमंद होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सप्लीमेंट-आधारित एंटीऑक्सीडेंट शरीर द्वारा अलग तरह संसाधित होते हैं।

तरबूज जैसे एल-सिट्रीलाइन के ताजा स्त्रोतों से कोई जोखिम होने की संभावना नहीं है। हालाँकि, यदि आपको पराग से एलर्जी है, तो आप सावधानी बरतना चाह सकते हैं। कुछ लोग जिन्हें घास के पराग से एलर्जी होती है, वे कच्चे फलों और सब्जियों से एलर्जी का अनुभव करते हैं। इसे ओरल एलर्जी सिंड्रोम (OAS) कहा जाता है। OAS के कारण आमतौर पर हल्के लक्षण होते हैं, जैसे कि त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ना। काफी दुर्लभ मामलों में, यह सांस लेने में कठिनाई जैसी अधिक गंभीर प्रतिक्रियाएं पैदा कर सकता है। इसलिए संभावित एलर्जी को रोकने के लिए घास एलर्जी के मौसम के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतें। यदि आपको अस्थमा है, तो कोई भी नया ताजा खाद्य पदार्थ या सप्लीमेंट आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

एल-सिट्रीलाइन निम्नलिखित डॉक्टर के पर्चे की दवाओं के साथ भी परस्पर क्रिया कर सकता है:

  • स्तंभन दोष की दवाएं
  • हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं
  • दिल की बीमारी की दवाएं
  • तंत्रिका तंत्र संबंधी विकारों की दवाएं

अपने डॉक्टर से बात करें

यदि आप एल-सिट्रीलाइन सप्लीमेंट लेने का निर्णय लेते हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से बात करें। यह विशेष रूप से तब महत्वपूर्ण है जब आप पहले से ही अन्य सप्लीमेंट या दवाएं ले रहे हों।

एल-सिट्रीलाइन के सप्लीमेंट को अपने लिंग स्वास्थ्य योजना के एक अतिरिक्त हिस्से के रूप में लें, न कि किसी अन्य दवा के प्रतिस्थापन के रूप में। अपने सभी विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।

निष्कर्ष

स्तंभन दोष को सुरक्षित रूप से कम करने के लिए तरबूज का सेवन एक प्राकृतिक तरीका हो सकता है। हालांकि अकेले तरबूज खाने से समस्या हमेशा के लिए हल नहीं होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि स्तंभन दोष अक्सर किसी अन्य अंतर्निहित समस्या जैसे उच्च कोलेस्ट्रॉल का लक्षण होता है। इसलिए आपको स्तंभन दोष का अनुभव होने पर सबसे पहले अपने डॉक्टर से जाँच करवाना आवश्यक है। ऐसा करने से स्तंभन दोष के सही कारण का पता लगाने और उचित उपचार प्राप्त करने में मदद मिलती है।

हालाँकि नियमित रूप से मध्यम मात्रा में तरबूज खाने से कोई नुकसान नहीं होता है। यह न केवल कामेच्छा में सुधार की संभावना को बढ़ाता है, बल्कि इसमें पाए जाने वाले विटामिन ए और सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट का भी लाभ मिलता है।

स्तंभन दोष के इलाज लिए एल-सिट्रीलाइन के सप्लीमेंट ज्यादा प्रभावी नहीं होते। इसलिए इनको वियाग्रा जैसी डॉक्टर के पर्चे की दवाओं की जगह उपयोग किया जाना अच्छा विचार नहीं है।

Scroll to Top