क्या वीर्य पीने से ताकत बढ़ती है? जानने योग्य 28 बातें

1. औसत वीर्य स्खलन में कितनी कैलोरी होती है?

इंटरनेट पर मौजूद अधिकांश स्रोतों का कहना है कि वीर्य में प्रति चम्मच लगभग 5 से 25 कैलोरी होती हैं, लेकिन इस आंकड़े का समर्थन करने के लिए बहुत अधिक शोध नहीं हुए हैं।

प्रत्येक स्खलन में लगभग एक चम्मच या 5 मिलीमीटर वीर्य निकलता है। लेकिन इसकी मात्रा आपके समग्र स्वास्थ्य और आपने पिछली बार कब स्खलन किया था, के आधार पर 1.5 और 7.6 मिलीलीटर के बीच हो सकती है।

2. क्या वीर्य में वाकई में अंडे के समान प्रोटीन होता है?

2013 की एक शोध समीक्षा में वीर्य की पोषण संरचना को देखा गया। इसमें पाया गया कि वीर्य की औसत प्रोटीन सांद्रता प्रति 100 मिलीलीटर 5,040 मिलीग्राम होती है।

चूंकि एक स्खलन में आमतौर पर 5 मिलीलीटर वीर्य निकलता है, तो हम कह सकते हैं कि एक बार के स्खलन में लगभग 252 मिलीग्राम प्रोटीन होता है।

हालांकि, समीक्षा में कहा गया है कि वीर्य की प्रोटीन सांद्रता को सटीक रूप से मापना मुश्किल था, इसलिए यह मान गलत हो सकता है।

इसी तरह, अंडे में मौजूद प्रोटीन भी कई कारकों पर निर्भर करता है – जैसे अंडे का आकार क्या है और किस तरह की मुर्गी ने इसे दिया है? – इसलिए सटीक आंकड़े तक पहुँचना मुश्किल है।

तो, वीर्य और अंडे की तुलना करना सेब और अंडे की तुलना करने जैसा है।

3. क्या वास्तव में वीर्य में एक संतरे जितना ही विटामिन सी होता है?

यह अफवाह है कि वीर्य में उतना ही विटामिन सी होता है, जितना कि एक संतरे में होता है। हालांकि वीर्य में विटामिन सी होता तो है, लेकिन कितना होता है इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई शोध नहीं हुए हैं।

4. क्या वास्तव में वीर्य में जिंक सबसे अधिक पाया जाने वाला पोषक तत्व है?

ऊपर बताई गई 2013 की शोध समीक्षा के अनुसार, वीर्य में बहुत अधिक मात्रा में जिंक होता है।

यहाँ तक कि, एक चम्मच वीर्य में आपकी दैनिक जरूरत का लगभग 3 प्रतिशत जिंक हो सकता है – जो कि इतने कम वीर्य के लिए बहुत बड़ी मात्रा है।

हालाँकि, आपको भोजन या मल्टीविटामिन के माध्यम से ही अपनी जिंक की जरूरत पूरी करनी चाहिए।

5. क्या वीर्य में कोई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं?

वीर्य में निम्न पोषक तत्व भी पाए जाते हैं:

  • फ्रुक्टोज
  • सोडियम
  • कोलेस्ट्रॉल
  • फैट
  • विटामिन बी-12

लेकिन, चूंकि एक बार में इतनी कम मात्रा में वीर्य स्खलित होता है, इसलिए यह वास्तव में आपके पोषण पर कोई लाभकारी प्रभाव नहीं डालेगा।

6. क्या यह सच है कि वीर्य के साथ योनि का संपर्क होने से महिला का डिप्रेशन कम होता है?

आपने शायद सुना होगा कि योनि सेक्स के दौरान, वीर्य महिला के रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकता है और उसके मूड को प्रभावित कर सकता है।

2002 में व्यापक रूप से रिपोर्ट किए गए एक शोध ने वीर्य और डिप्रेशन के बीच संबंधों को देखा।

यह पाया गया कि जिन लोगों ने बिना कंडोम के योनि सेक्स किया था, उनमें डिप्रेशन के लक्षण होने की संभावना, उन लोगों की तुलना में कम थी जिन्होंने कंडोम लगाकर सेक्स किया था या सेक्स नहीं किया था।

यह भी पाया गया कि, कंडोम का इस्तेमाल करने वाले लोगों में, डिप्रेशन के लक्षण कंडोम के उपयोग की निरंतरता के समानुपाती थे।

दूसरे शब्दों में कहें, तो वे जितना कम कंडोम का इस्तेमाल करते थे, वे उतने ही कम उदास होते थे।

हालाँकि, इस शोध की कुछ कमियाँ थीं। इसमें केवल 293 प्रतिभागी थे, और यह डेटा के लिए प्रतिभागियों के मौखिक बयानों पर निर्भर थे। मौखिक बयानों द्वारा प्राप्त किए गए परिणाम हमेशा विश्वसनीय नहीं होते हैं।

हालाँकि इस विचार में सच्चाई हो सकती है कि वीर्य किसी के मूड को प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह भी याद रखना महत्वपूर्ण है कि कंडोम का उपयोग करने से यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) और अनियोजित गर्भावस्था से बचा जा सकता है।

7. प्रीक्लेम्पसिया पर कथित प्रभाव क्या हैं?

गर्भवती महिलाओं में हाई ब्‍लड प्रेशर, पेशाब में प्रोटीन आना और पैरों, टांगों व बांह में सूजन आने की स्थिति को प्रीक्लेम्पसिया कहते हैं।

हालाँकि यह सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान वीर्य के संपर्क में आने से महिला में प्रीक्लेम्पसिया होने की संभावना कम हो सकती है।

2014 के एक शोध ने प्रीक्लेम्पसिया और वीर्य के संपर्क के बीच की कड़ी को देखा।

इसमें पाया गया कि, यदि गर्भावस्था के दौरान महिला वीर्य के संपर्क में आती है, तो उसमें प्रीक्लेम्पसिया होने की संभावना कम होती है।

इसमें बिना कंडोम के संभोग करना या ओरल सेक्स के दौरान वीर्य निगलना शामिल था।

8. क्या स्किन पर वीर्य लगाने के कोई लाभ हैं?

आपने सुना होगा कि वीर्य आपकी स्किन में सुधार कर सकता है। हालाँकि, ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो इस दावे का समर्थन करता हो।

लेकिन यदि आप अपनी स्किन पर वीर्य लगाकर इसके फायदे जाँचना चाहते हैं, तो आगे बढ़ें – लेकिन याद रखें कि वीर्य से एलर्जी होना संभव है, इसलिए पहले स्किन के छोटे से हिस्से में लगाकर देखें कि कहीं आपको इससे एलर्जी तो नहीं।

9. क्या वीर्य का वास्तव में एंटी-एजिंग प्रभाव होता है?

वीर्य में स्पेर्मिडाइन (spermidine) नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है।

हालांकि 2014 के एक शोध से पता चलता है कि स्पर्मिडाइन में एंटी-एजिंग गुण हो सकते हैं, लेकिन इसके फायदों को ठीक से समझने के लिए अभी और शोधों की आवश्यकता है।

10. वीर्य और शुक्राणु में क्या अंतर है?

शुक्राणु और वीर्य नाम को अक्सर एक दूसरे के स्थान पर उपयोग किया जाता है, लेकिन यह समान नहीं होते।

छोटे शब्दों में कहें, तो शुक्राणु कोशिकाएं होती हैं जबकि वीर्य तरल पदार्थ को संदर्भित करता है। शुक्राणु महिलाओं में अंडे को निषेचित करने के लिए जिम्मेदार कोशिकाएं होती हैं। जबकि वीर्य इनको सही वातावरण और सहूलियत प्रदान करने वाला पोषक तत्वों से युक्त तरल पदार्थ होता है।

वीर्य में शुक्राणु कोशिकाओं के साथ कई अन्य शारीरिक स्त्राव भी मिले होते हैं।

इन स्रावों में निम्न शामिल हैं:

  • प्रोस्टेटिक द्रव, जो योनि की अम्लता को निष्क्रिय करता है
  • सेमिनल द्रव, जिसमें शुक्राणु को पोषण देने के लिए प्रोटीन, फैटी एसिड और फ्रुक्टोज होता है
  • बल्बौरेथ्रल द्रव, जो लिंग को चिकनाई देता है

ये तरल पदार्थ शुक्राणु को स्वस्थ रहते हुए अंडे तक पहुंचने में मदद करते हैं।

11. शरीर में वीर्य और शुक्राणु कहाँ बनते हैं?

शुक्राणुओं का उत्पादन सेमिनिफेरस नलिकाओं में होता है, जो अंडकोष में मौजूद छोटी नलिकाएं होती हैं।

वीर्य का उत्पादन वीर्य पुटिकाओं में होता है, जो प्रोस्टेट ग्रंथि के अंदर होती हैं।

12. वीर्य और शुक्राणु कैसे बनते हैं?

सेमिनिफेरस नलिकाओं में जर्म सेल्स होते हैं जो अंततः शुक्राणु कोशिकाओं में बदल जाते हैं।

फिर शुक्राणु अधिवृषण (एपिडीडिमिस) में तैरते हैं, जो अंडकोष के पीछे मौजूद एक लम्बी ट्यूब होती है। शुक्राणु लगभग पांच सप्ताह तक अधिवृषण के माध्यम से यात्रा करना जारी रखते है। इस यात्रा के दौरान वह विकसित होकर परिपक्व होते जाते हैं।

फिर वह वास डेफरेंस नामक नलिका में पहुँच जाते हैं। यह नलिका शुक्राणुओं को अंडकोष से मूत्रमार्ग तक पहुँचाती है।

जब आप उत्तेजित होते हैं, तो शुक्राणु वीर्य द्रव और अन्य स्रावों के साथ मिलकर वीर्य का निर्माण करते हैं।

जब आप स्खलन करते हैं, तो यह वीर्य लिंग से बाहर धकेल दिया जाता है।

13. शुक्राणु को बनने में कितना समय लगता है?

एक जर्म सेल को परिपक्व शुक्राणु कोशिका बनने में लगभग ढाई महीने का समय लगता है। हालाँकि, आप प्रति सेकंड लगभग 1,500 शुक्राणु कोशिकाओं का उत्पादन कर सकते हैं, और संभवतः एक दिन में लाखों!

14. क्या आप अधिक शुक्राणु पैदा करने के लिए कुछ कर सकते हैं?

अपने शुक्राणुओं की संख्या को बेहतर बनाने के लिए कुछ चीजें हैं जो आप कर सकते हैं।

जीवनशैली में स्वस्थ बदलाव लाने से, जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, आपके शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करने में भी मदद कर सकते हैं:

यदि आप अपनी प्रजनन क्षमता को लेकर चिंतित हैं, तो डॉक्टर या फर्टिलिटी एक्सपर्ट से मिलें। वह आपके बाँझपन के सही कारण का पता लगाकर उचित उपचार की सलाह दे सकते हैं।

15. औसत स्खलन कितना ज्यादा हो सकता है?

आमतौर पर, आप एक बार में लगभग एक चम्मच वीर्य का स्खलन करते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि प्रति स्खलन वीर्य की औसत मात्रा 1.5 से 7.6 मिली के बीच है

हालाँकि, यह मात्रा कुछ कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है, जिसमें आपका समग्र स्वास्थ्य और आपने पिछली बार कब स्खलन किया था, शामिल है।

16. वीर्य में कितने शुक्राणु होते हैं?

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, आप प्रति स्खलन वीर्य में 3.9 करोड़ से 92.8 करोड़ शुक्राणु कोशिकाओं को छोड़ सकते हैं।

औसतन, प्रति मिलीलीटर स्खलन में 1.5 करोड़ से 25.9 करोड़ शुक्राणु कोशिकाएं हो सकती हैं।

17. शुक्राणु कैसा दिखता है?

शुक्राणु कोशिकाएं लंबी पूंछ और बड़े सिर वाले टैडपोल की तरह दिखती हैं।

हालांकि, शुक्राणु कोशिकाएं अलग-अलग आकार की हो सकती हैं। इसे अक्सर “असामान्य शुक्राणु आकृति विज्ञान” के रूप में जाना जाता है।

उदाहरण के लिए, हो सकता है कि इन शुक्राणु कोशिकाओं में कोई पूंछ न हो, प्रति कोशिका में दो पूंछ हों, या एक बड़ा या विकृत सिर हो।

अमेरिका की मायो क्लिनिक के अनुसार, असामान्य आकार के हजारों शुक्राणु कोशिकाओं का होना आम बात है।

इसके अलावा, असामान्य आकार के शुक्राणु होने का मतलब यह नहीं है कि आपको गर्भधारण कराने में कठिनाई होगी।

18. शुक्राणु कैसे तैरते हैं?

शुक्राणु की “पूंछ” इसकी गतिशीलता में मदद करती है। दूसरे शब्दों में कहें, तो पूंछ शुक्राणु को नलिकाओं, वास डिफेरेंस और मूत्रमार्ग के माध्यम से लिंग तक और फिर गर्भाशय से अंडे तक तैरने में मदद करती है।

19. क्या XY-वाहक शुक्राणु वास्तव में तेजी से तैरते हैं?

आपने सुना होगा कि XY क्रोमोजोम लिए हुए शुक्राणु (जो लड़का पैदा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं) तेजी से तैरते हैं, लेकिन वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि यह सच नहीं है।

यदि यह सच होता, तो दुनिया में पुरुषों की संख्या महिलाओं के मुक़ाबले काफी ज्यादा होती, लेकिन दुनिया में महिला और पुरुषों की संख्या लगभग बराबर है। यदि किसी जगह महिलाओं की संख्या कम भी होती है तो इसके कई अन्य कारण हो सकते हैं।

20. क्या यह सच है कि आपका आहार शुक्राणु की गति को प्रभावित करता है?

2018 के एक शोध के अनुसार, आपका आहार आपके शुक्राणु की गति को प्रभावित कर सकता है।

इस शोध में पाया गया कि विशेष रूप से एंटीऑक्सीडेंट और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार शुक्राणु की गतिशीलता को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

आमतौर पर, संतुलित आहार खाना आपकी प्रजनन क्षमता और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

21. क्या आपका आहार आपके वीर्य के स्वाद को प्रभावित करता है?

हाँ, आपका आहार आपके वीर्य के स्वाद को प्रभावित कर सकता है।

हालाँकि यह साबित करने के लिए कि कौन से खाद्य पदार्थ आपके वीर्य के स्वाद में सुधार करते हैं, बहुत सारे शोध नहीं हुए हैं, क्योंकि इसको मापना बहुत कठिन होता है।

लेकिन निम्नलिखित को अक्सर वीर्य के अजीबोगरीब रूप से खराब स्वाद से जोड़कर देखा जाता है:

  • लहसुन
  • प्याज
  • लाल मांस
  • दुग्ध उत्पाद
  • शराब

फल, दालचीनी और जायफल आपके वीर्य के स्वाद में सुधार कर सकते हैं।

22. क्या आपका आहार आपके वीर्य की गंध को प्रभावित करता है?

सभी लोगों में वीर्य की गंध भिन्न होती है। लेकिन इसमें अक्सर थोड़ी क्लोरीन, ब्लीच या अमोनिया जैसी गंध आती है। इसमें धातु की गंध भी आ सकती है।

शतावरी, लहसुन, मांस खाने या शराब पीने से आपके वीर्य की गंध थोड़ी तीखी हो सकती है।

यदि आपके वीर्य से सड़े हुए अंडे या मछली जैसी दुर्गंध आती है, तो यह गोनोरिया या ट्राइकोमोनिएसिस जैसे संक्रमण का संकेत हो सकता है।

यह प्रोस्टेटाइटिस के कारण भी हो सकता है, जो प्रोस्टेट ग्रंथि की सूजन होती है।

यदि आप अपने वीर्य में एक असामान्य गंध का अनुभव कर रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें। वह इसके कारण का पता लगाने में मदद कर सकता है, और उचित इलाज प्रदान कर सकता है।

23. शुक्राणु शरीर के बाहर कितने समय तक जीवित रहते हैं?

शुक्राणु गर्भाशय में पांच दिनों तक जीवित रह सकते हैं, यही वजह है कि यदि आप मासिक धर्म के दौरान यौन संबंध बनाते हैं तब भी महिला का गर्भवती होना संभव है।

एक इनक्यूबेटर में शुक्राणु 72 घंटे तक जीवित रह सकते हैं, और यदि जमे हुए हैं, तो वर्षों तक रह सकते हैं।

लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि शुक्राणुओं के किसी भी स्थिति में रहने पर महिला गर्भवती हो सकती हैं। शुक्राणु को जीवित रहने और एक अंडे को निषेचित करने के लिए, उसे विशिष्ट परिस्थितियों में रहने की आवश्यकता होती है।

इसे नम होना चाहिए ताकि वह “तैर” सके या हिल सके, इसलिए यदि वीर्य सूखा है, तो संभावना है कि शुक्राणु मर चुके हैं।

रसायनों और अन्य पर्यावरणीय कारकों की मौजूदगी में भी गर्भावस्था की सम्भावना प्रभावित हो सकती है।

इसे देखते हुए, शुक्राणुओं का पानी या कुर्सी जैसी सतह पर स्खलित होने के बाद गर्भाशय में जाने पर महिला का गर्भवती होना लगभग असंभव होता है।

24. शुक्राणु के मरने का क्या कारण है?

लम्बे समय तक वीर्य स्खलन न करने से शुक्राणु अंडकोष में ही मर सकते हैं।

इस मामले में, शरीर इन्हें वापिस अवशोषित कर लेता है, और नई शुक्राणु कोशिकाओं का निर्माण करता है।

शुक्राणु शरीर छोड़ने के तुरंत बाद भी मर सकते हैं, खासकर हवा के संपर्क में आने पर।

निम्नलिखित परिस्थितियों में, हो सकता है आपमें बिलकुल भी शुक्राणु उत्पादन न हो:

  • आपके अंडकोष को नुकसान पहुंचा है
  • आपमें हार्मोन भंडार कम है
  • आप कीमोथेरेपी या रेडिएशन से गुजर रहे हैं
  • आपमें कोई चिकित्सीय समस्या है

25. तापमान की क्या भूमिका है?

शुक्राणु तापमान के प्रति संवेदनशील होते हैं। बहुत गर्म या बहुत ठंडा वातावरण होने पर शुक्राणु मर सकते हैं या अपनी गतिशीलता खो सकते हैं।

यही कारण है कि अंडकोश शरीर के बाहर की ओर मौजूद होते हैं, ताकि शुक्राणु उत्पादन के लिए एक आदर्श तापमान बना रहे।

26. क्या आपको अपने खुद के वीर्य से एलर्जी हो सकती है?

हां, आपको अपने वीर्य से एलर्जी हो सकती है। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में पोस्ट ओर्गास्मिक इलनेस सिंड्रोम (POIS) कहा जाता है।

POIS वाले लोग अक्सर वीर्य स्खलन के बाद फ्लू या एलर्जी जैसी प्रतिक्रियाओं का अनुभव करते हैं।

POIS को पहली बार 2002 में परिभाषित किया गया था, लेकिन अभी भी बहुत कुछ है जो हम इस स्थिति के बारे में नहीं जानते हैं।

हालांकि यह स्थिति काफी दुर्लभ है, लेकिन जिसको होती है उसे यह दुर्बल बना सकती है। अगर आपको लगता है कि आपको अपने वीर्य से एलर्जी हो सकती है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

27. जो शुक्राणु स्खलित नहीं होते, उनका क्या होता है?

जो शुक्राणु स्खलित नहीं होते, वह अंततः टूट कर शरीर में वापिस अवशोषित हो जाते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्वों को शरीर वापस “पुनर्नवीनीकरण” कर लेता है।

लेकिन चिंता न करें, एक सामान्य पुरुष में शुक्राणुओं की कभी कमी नहीं होती, क्योंकि आपका शरीर प्रति सेकंड लगभग 1500 नए शुक्राणुओं का उत्पादन करता है।

28. नसबंदी कराने से वीर्य कैसे प्रभावित होता है?

पुरुष नसबंदी में वास डिफेरेंस नामक नस को काटकर बांध दिया जाता है, जिससे शुक्राणु वीर्य के साथ मिश्रित नहीं होते। यह गर्भावस्था रोकने का सबसे प्रभावी और प्रचलित स्थायी समाधान है।

यदि आपकी नसबंदी हो चुकी है, तब भी आप वीर्य का उत्पादन और स्खलन करने में सक्षम होंगे। यह आपके हार्मोन के स्तर और सेक्स ड्राइव पर कोई बुरा प्रभाव नहीं डालती।

सरल शब्दों में कहें तो आपका वीर्य स्खलन तो सामान्य रूप से होगा, बस इसमें शुक्राणु नहीं होंगे।

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