एक औसत लिंग कब तक खड़ा रह सकता है?

छोटा उत्तर

अमेरिका के आइंस्टीन हेल्थकेयर नेटवर्क में मूत्रविज्ञान विभाग के एमडी और मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ जे सिम्हन बताते हैं कि लिंग कितनी देर तक खड़ा रहना चाहिए, इसके लिए कोई कठोर नियम नहीं है।

सिम्हन कहते हैं कि “प्राकृतिक रूप से और बिना किसी दवा के प्रभाव में एक औसत व्यक्ति के लिंग के खड़ा होने की अवधि लगभग 10 मिनट होती है। लेकिन बेशक, ऐसे बहुत से लोग होंगे, जिनका लिंग इस औसत से काफी कम या ज्यादा समय तक खड़ा रह सकता है।”

इसका कोई ठोस उत्तर क्यों नहीं है?

पुरुष लिंग के खड़ा होने की एक ठोस अवधि निर्धारित करना काफी कठिन है, क्योंकि लिंग के खड़ा होने की प्रक्रिया में कई अन्य प्रक्रियाएं अपनी भूमिका निभाती हैं, जैसे व्यक्ति की शारीरिक बनावट, मनोवैज्ञानिक दशा, रक्त संचार, उत्तेजना का स्तर, पेल्विक फ्लोर मांशपेशियों पर नियंत्रण, हॉर्मोन स्तर आदि। यह सभी स्थितियाँ लिंग के खड़ा होने की अवधि को प्रभावित कर सकती हैं।

आपकी व्यक्तिगत अवधि को कौन-कौन से कारक प्रभावित कर सकते हैं?

सबसे पहला कारक है कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं। यदि आप पर्याप्त रूप से उत्तेजित नहीं हैं, तो लिंग को खड़ा करना या लम्बे समय तक खड़ा बनाये रखना कठिन हो सकता है।

रिश्तों में खटाश होना और अपने या अपनी पार्टनर के प्रति असहज महसूस करना भी आपकी उत्तेजना को कम कर सकता है।

इसके अलावा आपकी उम्र, मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य और जीवनशैली भी एक महत्वपूर्ण भूमिक निभाते हैं।

इसके अलावा निम्न चीजें आपके लिंग के खड़ा होने की अवधि को प्रभावित कर सकती हैं:

  • धूम्रपान
  • शराब का सेवन
  • ड्रग्स
  • कुछ ओवर-द-काउंटर दवाएं (जो डॉक्टर के पर्चे के बिना मिलती हैं), जिनमें सर्दी और एलर्जी की दवाएं शामिल हैं
  • कुछ डॉक्टर के पर्चे वाली दवाएं, जिनमें तनाव, डिप्रेशन और हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं शामिल हैं
  • टेस्टोस्टेरोन स्तर में कमी
  • मोटापा
  • शीघ्रपतन
  • कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे दिल की बीमारी और डायबिटीज

क्या लिंग ऐसा खड़ा होना संभव है जो ‘बहुत जल्दी’ बैठ जाता हो?

हां संभव है, हालाँकि ‘बहुत जल्दी’ की अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि आप किससे यह सवाल पूछते हैं और उनकी वांछित अवधि क्या है।

यदि आपका लिंग संतोषजनक योनि-लिंग सेक्स के लिए पर्याप्त समय तक खड़ा रहने में असमर्थ रहता है, तो इसे ‘बहुत जल्दी’ बैठ जाना कहा जा सकता है।

यदि आप बच्चा पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, तो वीर्य स्खलन होने तक की अवधि तक लिंग को खड़ा न रख पाने को ‘बहुत जल्दी’ बैठ जाना माना जायेगा।

अन्यथा, आपका लिंग कितने समय तक खड़ा रहता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

आपको संतोषजनक यौन संबंध बनाने या ऑर्गाज्म प्राप्त करने के लिए लिंग को खड़ा बनाये रखने की आवश्यकता नहीं है, और वैसे भी सेक्स केवल लिंग-योनि का मिलन मात्र नहीं होता है।

यदि सिर्फ योनि-लिंग सेक्स ही आपका अंतिम उद्देश्य है, तो निम्न तथ्य को ध्यान में रखें: शोध बताते हैं कि लिंग-योनि सेक्स आमतौर पर केवल 5.4 मिनट के लिए ही चलता है, न कि पोर्न फिल्मों की तरह घंटों तक।

ऐसे लिंग के खड़ेपन का क्या जो ‘बहुत देर’ तक रहता है?

हाँ, घंटों तक लिंग का खड़ा रहना संभव है, और मेडिकल भाषा में इसे प्रियपिज्म कहा जाता है।

प्रियपिज्म एक मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति होती है, जिसका यदि समय रहते इलाज न करवाया जाए तो व्यक्ति के लिंग में स्थायी ऊतक क्षति हो सकती है, और वह स्थाई रूप से नामर्द हो सकता है।

प्रियपिज्म दो प्रकार का होता है और इसके अन्य लक्षण इसके प्रकार पर निर्भर करते हैं:

  1. इस्केमिक प्रियपिज्म: इसमें व्यक्ति को दर्द महसूस होता है और लिंग की शाफ्ट कठोर होती है लेकिन उसका मुठ (सिरा) नरम रहता है।
  2. गैर-इस्केमिक प्रियपिज्म: इसमें व्यक्ति को दर्द महसूस नहीं होता और लिंग की शाफ्ट पूरी तरह से कठोर नहीं होती।

यदि आपका लिंग बार-बार लम्बे समय तक खड़ा रहता है, खासतौर से वीर्य स्खलन होने के बाद भी, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपका लिंग 4 घंटों से अधिक समय तक खड़ा रहता है तो आपको स्थाई ऊतक क्षति से बचने के लिए तुरंत इमरजेंसी मेडिकल वार्ड में भर्ती होने की आवश्यकता होगी।

डॉक्टर आपमें प्रियपिज्म के प्रकार और कारण को निर्धारित करेगा, और उस अनुसार उचित उपचार उपलब्ध कराएगा।

प्रियपिज्म होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें लिंग पर आघात होना, रक्त की बीमारी होना, कुछ दवाओं का दुष्प्रभाव होना, किसी विषाक्त जीव के काटने से विष फैलना आदि संभव हैं।

क्या सभी लोगों में वीर्य स्खलन के बाद खड़ा लिंग बैठने लगता है?

हाँ, हर सामान्य व्यक्ति का लिंग वीर्य स्खलन के बाद बैठने लगता है। हालाँकि इसके बैठने में कितना समय लगता है, यह हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है।

डॉ सिम्हन समझाते हैं “ऑर्गाज्म या वीर्य स्खलन के बाद लिंग में भरा अतिरिक्त रक्त बाहर निकलने लगता है, और यह बैठना शुरू हो जाता है। इसके बाद लिंग “लेटेंसी” नामक अवधि से गुजरता है, जो इसे दोबारा खड़ा होने से रोकती है। जवान पुरुषों में लेटेंसी अवधि कम होती है और उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह अवधि भी बढ़ती जाती है।

क्या मैं सेक्स के एक सत्र के दौरान एक से अधिक बार लिंग को खड़ा कर सकता हूँ?

इसका उत्तर “हाँ” भी है और “नहीं” भी।

वीर्य स्खलन के बिना आप जितनी बार चाहे अपने लिंग को खड़ा कर सकते हैं। लेकिन वीर्य स्खलन के बाद लिंग को दोबारा खड़ा करने के लिए आपको लेटेंसी अवधि से गुजरना आवश्यक होता है।

साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि ऑर्गाज्म और वीर्य स्खलन दो अलग-अलग प्रक्रियाएं होती हैं। यह सच है कि आमतौर पर पुरुषों को वीर्य स्खलन के दौरान ही ऑर्गाज्म का अनुभव होता है, लेकिन यदि आप अपनी पार्टनर के साथ अच्छा महसूस कर रहे हैं, तो वीर्य स्खलन के पहले ही आप कई बार ऑर्गाज्म का अनुभव कर सकते हैं।

मैं अपने लिंग के खड़े होने की अवधि को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए क्या-क्या कर सकता हूँ?

डॉ सिम्हन बताते हैं “हाँ, स्टॉप एंड स्टार्ट तकनीक जैसी पुरानी तरकीबें मौजूद हैं जिनके जरिये लिंग को लम्बे समय तक खड़ा बनाये रखने में मदद मिल सकती है, या ऐसी दवाएं भी हैं जो उन पुरुषों की सहायता कर सकती हैं जो जल्दी वीर्य स्खलन के कारण अपने लिंग का खड़ापन बहुत जल्दी खो देते हैं।”

“स्टॉप एंड स्टार्ट” तकनीक में आपको अपने लिंग को लगभग वीर्य स्खलन होने तक उत्तेजित होते रहने देना है, लेकिन वीर्य स्खलन के तुरंत पहले रुक जाना है और अपनी सभी यौन उत्तेजनाओं को रोक देना है। शुरुआत में ऐसा करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि वीर्य स्खलन की प्रक्रिया काफी तीव्र होती है और इसके तुरंत पहले रुकना मुश्किल होता है। लेकिन नियमित अभ्यास करने से आप इसमें सफल हो सकते हैं।

सेक्स के हर एक सत्र के दौरान इस तकनीके को कई कई बार दोहराने से आपको अपने वीर्य स्खलन को नियंत्रित करने और लम्बे समय तक विलंबित करने में काफी मदद मिल सकती है।

आप इस तकनीक का अभ्यास सेक्स में अपनी पार्टनर के साथ या अकेले हस्थमैथुन करने के दौरान कर सकते हैं।

वीर्य स्खलन को लम्बा खींचने की ऐसी ही एक और तकनीक है ‘ग्रैब विधि“, जो काफी हद तक “स्टॉप एंड स्टार्ट” तकनीक के समान ही होती है, सिवाय इसके कि इस विधि में स्खलन से पहले आपको अपने लिंग के मुठ को तबतक दबाये रखना होता है, जब तक कि स्खलन की इच्छा पूरी तरह से खत्म न हो जाये।

इसके अलावा कुछ अन्य सुझाव जो अतिरिक्त मदद कर सकते हैं, वह निम्न हैं:

  • लिंग के आधार पर कॉक रिंग पहनें: कॉक रिंग एक रबड़ का छल्ला होता है, जिसे लिंग के आधार पर पहना जाता है। यह लिंग से रक्त को बाहर निकलने से रोकता है। उपयोगकर्ताओं के अनुसार इसे पहनने से उनकी कामोत्तेजना में बढ़ोतरी होती है और लम्बे समय तक वीर्य स्खलित नहीं होता।
  • पेनिस पंप का इस्तेमाल करें: पेनिस पंप एक लिंग वर्धक यंत्र होता है जो लिंग पर वैक्यूम पैदा करता है। इसके फलस्वरूप उसमें रक्त भरने की क्षमता बढ़ जाती है और नसों की रुकावटें साफ हो जाती हैं।
  • क्लाइमेक्स कंट्रोल करने वाले कंडोम पहनें: इन कंडोम में लिंग की सेंसिटिविटी को कम करने वाले पदार्थ मौजूद होते हैं, जिससे लिंग लम्बे समय तक स्खलित नहीं होता है।
  • सेक्स से एक-दो घंटे पहले हस्तमैथुन करें: अक्सर ऐसा माना जाता है कि लिंग के एक बार स्खलित होने के बाद जब वह दोबारा खड़ा होता है तो पहले के मुकाबले ज्यादा देर तक खड़ा रहता है और वीर्य स्खलन देर से होता हैं। कुछ शोधों में से भी पता चला है कि सेक्स से एक-दो घंटे पहले हस्तमैथुन के जरिये स्खलित हो जाने से सेक्स लम्बा चलता है।

क्या मैं इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात कर सकता हूँ?

बिल्कुल!

यदि आपके लिंग खड़ा होने की छोटी अवधि आपको तनाव दे रही है, आपके यौन जीवन को प्रभावित कर रही है, या आपकी पार्टनर को गर्भ धारण करने से रोक रही है, तो अपने डॉक्टर से मिलना एक अच्छा विकल्प है।

डॉक्टर आपमें मौजूद किसी भी अंतर्निहित स्थिति की पहचान करने में मदद सकता है, जो आपके लिंग के खड़े रहने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है।

यदि आपको संदेह है कि तनाव, चिंता, या रिश्तों की समस्याओं जैसे मनोवैज्ञानिक कारक आपमें समस्या का कारण हो सकते हैं, तो आपको एक मनोवैज्ञानिक से मिलना चाहिए।

निष्कर्ष

लिंग के खड़ा होने की क्षमता और अवधि हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है, इसलिए दूसरों के साथ अपनी तुलना न करें।

यौन सुख केवल लिंग के खड़े रहने की अवधि पर निर्भर नहीं करता। बल्कि इसमें आपसी प्रेम, फोरप्ले और एक-दूसरे के प्रति सम्मान भी एक अहम भूमिका निभाता है।

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