लिंग को पत्थर जैसा सख्त खड़ा करने के 7 प्राचीन फार्मूला

प्राचीन काल से ही पुरुष अपने लिंग की कठोरता, कामेच्छा, शक्ति, या यौन सुख बढ़ाने वाले प्राकृतिक उत्तेजक पदार्थों की खोज करते आ रहे हैं।

ये प्राकृतिक उपचार इसलिए भी लोकप्रिय हैं, क्योंकि ऐसा जाता है कि इनके अन्य दवाओं (जैसे वियाग्रा) की तुलना में कम या न के बराबर दुष्प्रभाव होते हैं।

शोध से पता चला है कि लिंग को सख्त बनाने के लिए कुछ प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ सफलता पूर्वक मदद कर सकती हैं। यह जड़ी बूटियाँ निम्न हैं:

  1. अश्वगंधा
  2. DHEA (डीहाइड्रोएपियनड्रोस्टेरोन)
  3. हॉर्नी गोट वीड (एपिमेडियम)
  4. गिंको बाइलोबा
  5. एल-आर्जिनाइन
  6. लाल जिनसेंग
  7. योहिम्बाइन

अश्वगंधा

अश्वगंधा

प्राचीन आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधा नामर्दी के शिकार पुरुषों के लिंग को सख्त बनाने, पूरा खड़ा करने और लम्बे समय खड़ा बनाये रखने में मदद कर सकता है।

2019 में ऑस्ट्रेलिया में हुए एक शोध में 40 से 70 साल के मोटापे से ग्रसित पुरुषों पर अश्वगंधा के प्रभावों की जाँच की गई। सभी पुरुषों में अश्वगंधा के सेवन से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसलिए यदि टेस्टोस्टेरोन की कमी के कारण आपका लिंग सख्त नहीं हो पाता, तो अश्वगंधा आपके लिए मददगार हो सकता है।

2018 में ईरान में हुए एक शोध में अश्वगंधा को शुक्राणुओं की गुणवत्ता, संख्या और गतिशीलता बढ़ाने में फायदेमंद पाया गया।

2012 के एक शोध से यह भी पता चलता है कि अश्वगंधा पुरुषों में तनाव और डिप्रेशन के कारण आई लिंग की कमजोरी को दूर करने में मददगार हो सकता है।

इसके अलावा, 2019 के एक अन्य शोध के अनुसार अश्वगंधा में नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की क्षमता होती है। इसलिए यदि आपको ठीक से नींद नहीं आती या आपकी नींद की गुणवत्ता में कमी है तो नियमित अश्वगंधा के सप्लीमेंट का सेवन करें।

दुष्प्रभाव

अश्वगंधा का सेवन करना पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है। लेकिन कुछ लोगों को इससे निम्न दुष्प्रभाव हो सकते हैं – आलस्य, जी मचलना, उल्टी आना, दस्त लगना या स्किन में चकत्ते पड़ना।

DHEA (डीहाइड्रोएपियनड्रोस्टेरोन)

DHEA (डीहाइड्रोएपियनड्रोस्टेरोन)

DHEA एक स्टेरॉयड हार्मोन होता है जो शरीर में प्राकृतिक रूप से बनता है। पुरुषों में नामर्दी के इलाज और लिंग को सख्त करने में यह काफी मददगार होता है।

1999 में यूरोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित एक शोध से पता चला है कि DHEA सप्लीमेंट का सेवन करने से सेक्स परफॉरमेंस और लिंग के खड़ा होने की क्षमता में सुधार होता है।

DHEA के कई हर्बल सप्लीमेंट बाजार में उपलब्ध हैं, जिन्हें आप गूगल पर सर्च कर सकते हैं।

काम करने का तरीका

DHEA पुरुषों के लगभग सभी सेक्स हॉर्मोन का अग्रगामी हॉर्मोन होता है।

यानि यह सेक्स हॉर्मोन के उत्पादन के लिए एक जरूरी कच्चे माल की तरह होता है।

इसलिए यह पुरुष की यौन उत्तेजना को उच्चतम स्तर पर बनाये रखने के लिए जरूरी होता है।

लेकिन उम्र बढ़ने या किसी अन्य समस्या के कारण व्यक्ति के शरीर में प्राकृतिक DHEA का स्तर गिर सकता है। ऐसे में DHEA के प्राकृतिक हर्बल सप्लीमेंट का सेवन फायदेमंद हो सकता है।

डोज

DHEA सप्लीमेंट की खुराक को आप दो तरीकों से ले सकते हैं।

पहला लगभग 6 महीने के लिए रोज 20 से 75 मिलीग्राम या दूसरा 2 महीनों तक रोज 100 से 400 मिलीग्राम।

इसकी सही मात्रा और समय आपकी स्थिति पर निर्भर करती है। यदि आपमें अत्यधिक DHEA की कमी है तो आपको दूसरा तरीका अपनाना है और यदि कम कमी है तो पहला तरीका।

अपने DHEA स्तर का पता लगाने के लिए आपको डॉक्टर से जाँच कराना आवश्यक है।

यदि आप अनिश्चित हैं कि आपको कितनी मात्रा लेनी चाहिए, तो सप्लीमेंट के पैक पर दिए निर्देशानुसार DHEA का सेवन करें।

दुष्प्रभाव

आमतौर पर कम मात्रा में DHEA की खुराख लेने पर यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है, जिसके कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। हालाँकि कुछ लोगों को इससे मुँहासे हो सकते हैं।

हॉर्नी गोट वीड (एपिमेडियम)

हॉर्नी गोट वीड (एपिमेडियम)

इस चीनी जड़ी बूटी का उपयोग यौन रोग से जुड़े कारणों को कम करने के लिए किया जाता है, जिसमें लिंग सख्त न होने की समस्या भी शामिल है।

महिलायें भी कामेच्छा में कमी और संभोग के दर्द को कम करने के लिए इसका सेवन कर सकती हैं।

हालाँकि इसपर ज्यादा शोध तो नहीं हुए हैं, लेकिन 2010 में चूहों पर हुए एक शोध में पता चला है कि हॉर्नी गोट वीड लिंग में रक्त के संचार को बड़ा सकती है, जिससे उसे ज्यादा सख्त बनाने में मदद मिल सकती है।

साथ ही, कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह शरीर में कुछ हार्मोन के स्तर को बदल देती है, जिससे सेक्स परफॉरमेंस में सुधार होता है।

भारत में हॉर्नी गोट वीड के हर्बल सप्लीमेंट उपलब्ध हैं जिनको आप मेडिकल स्टोर से या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

दुष्प्रभाव

इस जड़ी बूटी के प्रयोग से व्यक्ति के दिल की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है।

इसलिए दिल की बीमारी वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे दिल की धड़कनें अनियमित हो सकती हैं।

यह अन्य मेडिकल दवाओं के साथ भी रिएक्शन कर सकती है, इसलिए यदि आप किसी मेडिकल दवा का सेवन करते हैं तो इस जड़ी-बूटी को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

गिंको बाइलोबा

जिन्को बाइलोबा

गिंको बाइलोबा एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है जिसको हजारों सालों से कई समस्याओं के सफलता पूर्वक इलाज में उपयोग किया जाता आ रहा है।

इन समस्याओं में पागलपन, डिप्रेशन और दिमाग में रक्त की कमी जैसी गंभीर समस्याएं भी शामिल हैं।

यह नामर्दी दूर करने और लिंग को सख्त बनाने में भी फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि गिंको बाइलोबा रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करके लिंग में रक्त संचार बढ़ाता है।

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया में हुए एक शोध के अनुसार डिप्रेशन की SSRIs दवा लेने के कारण आये लिंग के ढीलेपन और नसों में कमजोरी को गिंको बाइलोबा ठीक कर सकता है।

गिंको बाइलोबा कैप्सूल और पाउडर के रूप में उपलब्ध होता है, जिसे आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

दुष्प्रभाव

चूँकि गिंको बाइलोबा रक्त संचार को बढ़ाता है, इसलिए यह रक्त स्त्राव (ब्लीडिंग) की सम्भावना को भी बड़ा देता है।

इसलिए यदि आप कोई रक्त को पतला करने वाली मेडिसिन (जैसे हाई ब्लड प्रेशर की मेडिसिन) ले रहे हैं, तो गिंको बाइलोबा का सेवन न करें।

कुछ लोगों को इसके सेवन से जी मचलना, सिरदर्द, पेट खराब और मुंह में जलन होने की समस्या भी हो सकती है।

एल-आर्जिनाइन

एल-आर्जिनाइन

एल-आर्जिनाइन एक एमिनो एसिड होता है जिसे वैज्ञानिकों ने 1800 के दशक में पहली बार जानवरों के सींग में खोजा था।

इसे शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।

उचित मात्रा में खुराख लेने पर, एल-आर्जिनाइन रक्त वाहिकाओं को चौड़ा होने के लिए उत्तेजित कर सकता है।

इसके फलस्वरूप रक्त प्रवाह में सुधार आता है, जिससे लिंग खड़ा होने के दौरान वह ज्यादा बड़ा और सख्त हो पाता है।

आमतौर पर सेक्स समस्याओं के इलाज के लिए एल-आर्जिनाइन में ग्लूटामेट और योहिम्बाइन हाइड्रोक्लोराइड मिलाया जाता है, जो इसके काम करने की क्षमता को बड़ा देते हैं।

बुल्गारिया में हुए एक शोध में, शोधकर्ताओं ने 40 नामर्दी और लिंग के ढीलेपन से पीड़ित पुरुषों को 3 महीने तक एल-आर्जिनाइन की खुराक दी।

शोध के परिणाम में 92.5 प्रतिशत पुरुषों ने अपने लिंग के खड़ा होने की क्षमता में सुधार दर्ज किया।

एल-आर्जिनाइन के सप्लीमेंट बाजार में आसानी से उपलब्ध होते हैं, जिन्हें आप किसी भी मेडिकल स्टोर से या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

दुष्प्रभाव

एल-आर्जिनाइन लेने से पेट खराब हो सकता है, जिसमें ऐंठन और दस्त शामिल हैं।

इसके अलावा, कभी भी एल-आर्जिनाइन को वियाग्रा के साथ न लें क्योंकि यह एक दूसरे के साथ रिएक्शन कर सकते हैं।

लाल जिनसेंग

लाल जिनसेंग

जिनसेंग एक जड़ी बूटी है जिसे कोरिया में लिंग मोटा लम्बा करने, सेक्स टाइम बढ़ाने और लिंग को सख्त बनाने के लिए काफी कारगर माना जाता है।

लाल जिनसेंग का दूसरा नाम पैनाक्स जिनसेंग (Panax ginseng) भी है।

कुछ शोधों में इसकी कारगरता सिद्ध हो चुकी है। हालाँकि शोधकर्ता अभी तक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि कैसे लाल जिनसेंग नामर्दी के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

कुछ शोधकर्ताओं का यह मानना है कि यह लिंग खड़ा करने के लिए जरुरी हॉर्मोंस को प्रभावित करता है।

जबकि कुछ का मानना है कि यह नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ़ाकर रक्त प्रवाह को बढ़ावा देता है।

ब्रिटिश जर्नल ऑफ क्लिनिकल फार्माकोलॉजी में प्रकाशित 2008 के एक शोध में पाया गया कि नामर्दी के लक्षणों को कम करने के लिए लाल जिनसेंग अक्सर प्लेसबो दवा (नकली दवा) की तुलना में अधिक प्रभावी था।

लाल जिनसेंग के सप्लीमेंट बाजार में उपलब्ध हैं, हालाँकि इनको खरीदते समय आपको यह ध्यान रखना है कि यह सिर्फ लाल कोरियाई जिनसेंग के ही हों।

दुष्प्रभाव

लाल जिनसेंग लेने से अनिद्रा की समस्या हो सकती है। हालांकि, अल्पकालिक आधार पर लिए जाने पर शोधकर्ता इसे पूरी तरह से सुरक्षित मानते हैं।

योहिम्बाइन

योहिम्बाइन

योहिम्बाइन एक हर्बल सप्लीमेंट है जिसे अफ्रीका के योहिंबे पेड़ की छाल से बनाया जाता है। वियाग्रा जैसी दवायें बाजार में आने से पहले, डॉक्टर अक्सर नामर्दी और लिंग की कमजोरी के इलाज के लिए योहिम्बाइन की सलाह देते हैं।

योहिम्बाइन शरीर में रिसेप्टर्स को उत्तेजित करता है, जो एपिनेफ्रीन और नॉरपेनेफ्रिन नमक हॉर्मोंस के स्त्राव को बड़ा देते हैं। ये हॉर्मोन लिंग में रक्त वाहिकाओं को संकुचित करने वाले यौगिकों के प्रभाव को रोक सकते हैं।

सात नियंत्रित शोधों की एक समीक्षा से संकेत मिलता है कि योहिम्बाइन की कारगरता में सच्चाई हो सकती है। इस समीक्षा में, इरेक्टाइल डिसफंक्शन और लिंग सख्त न होने के इलाज में योहिम्बाइन स्पष्ट रूप से प्लेसीबो (नकली दवा) की तुलना में अधिक प्रभावी था।

समीक्षा के शोधों में से एक शोध में लिंग ठीक से खड़ा न होने से पीड़ित 82 पुरुषों पर योहिम्बाइन के प्रभावों की जांच की गई।

एक महीने के उपचार के बाद, योहिम्बाइन लेने वाले 34% मरीजों ने लक्षणों में कम से कम आंशिक सुधार का अनुभव किया, जबकि 20% मरीजों ने लिंग को पूरा और लम्बे समय तक खड़ा होने की सूचना दी।

भारत में लोकल स्टोर्स पर योहिम्बाइन के सप्लीमेंट मिलना थोड़ा मुश्किल होता है। ऑनलाइन भी यह काफी कम जगहों पर मिलता है। यह लेख लिखते समय हमें सिर्फ amazon पर ही यह सप्लीमेंट मिला था।

दुष्प्रभाव

इस सप्लीमेंट को लेने के कई साइड इफेक्ट होते हैं। उदाहरणों में हाई ब्लड प्रेशर, दिल की धड़कनों में तेजी और बिना किसी कारण के चिंता होना शामिल हैं। इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह लिए बिना योहिम्बाइन का सेवन न करें।

आखिरी शब्द

लिंग को सख्त खड़ा करने और लम्बे समय तक बनाये रखने के लिए कई प्रक्रियाओं की ठीक से काम करने की आवश्यकता होती है। इन प्रक्रियाओं में सबसे मुख्य हैं – उत्तेजना होना, लिंग में रक्त संचार व ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी, दिल का ठीक से काम करना, लिंग की मांशपेशियों की फैलने की क्षमता और लिंग की रक्त को लम्बे समय तक रोके रखने की क्षमता।

यदि इनमें से एक या अधिक प्रक्रियाओं में बाधा आती है तो लिंग ठीक से सख्त नहीं हो पाता।

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