क्लीवलैंड क्लिनिक के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 40 प्रतिशत पुरुष 40 साल की उम्र में नामर्दी का शिकार हो जाते हैं, जिसमें उनका लिंग ठीक से खड़ा नहीं होता और स्खलन भी ठीक से नहीं होता।
शारीरिक रूप से बात करें, तो एक स्वस्थ स्खलन और सेक्स लाइफ, सामान्य रूप से आपके ब्लड सर्कुलेशन पर निर्भर करती है। जब ब्लड आपके लिंग की ऊतकों में स्वतंत्र रूप से प्रवाह होता है, तो आपका लिंग काफी आसानी से पूरा खड़ा हो पाता है।
जब आपके ब्लड सर्कुलेशन में कोई रुकावट आती है, चाहे फिर वह किसी हेल्थ प्रॉब्लम, बुरी आदत या कुछ खाने या पीने के वजह से हो, तो आपके लिंग को खड़ा होने में मुश्किल होगी।
यदि आपके ब्लड सर्कुलेशन में काफी ज्यादा रुकावट आती है, तो संभव है कि आपका लिंग बिलकुल भी खड़ा न हो सके।
इसलिए, यदि आप अपने सेक्स परफॉरमेंस को लेकर चिंतित हैं और इसमें सुधार लाना चाहते हैं, तो अपने लिंग में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के जरूरी कदम उठाकर काफी ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
नीचे हमने कुछ बेस्ट साइंटिफिक टिप्स और ट्रिक्स दी हैं, जिनका उपयोग करके आप अपने लिंग में ब्लड सर्कुलेशन को सुधार सकते हैं।
इसमें साधारण आदतों और खानपान को सुधारने से लेकर मेडिकली एप्रूव्ड दवाएं भी शामिल हैं।
आपके द्वारा खाये जाने वाले हर एक खाद्य पदार्थ का सीधा असर, आपके ब्लड फ्लो पर पड़ता है। इसलिए एक स्वस्थ आहार का सेवन करें, जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और पोषक तत्व मौजूद हों।
यदि आप अपने लिंग में ब्लड फ्लो को सुधारना चाहते हैं, तो निम्न खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें:
दालचीनी को दिल को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
2015 में हुई एक साइंटिफिक रिसर्च में, शोधकर्ताओं ने पाया कि दालचीनी में पाए जाने वाले दो मुख्य घटक cinnamaldehyde और cinnamic acid, शरीर में nitric acid बनाते हैं और ब्लड वेसल्स के तनाव को कम करते हैं, जिससे उनमें ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। (यह शोध जानवरों पर किया गया था)
लहसुन को ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में काफी फायदेमंद माना जाता है।
Coronary artery disease (दिल की धमनियों के रोग) से प्रभावित मरीजों पर, तीन महीने तक हुए एक शोध में, शोधकर्ताओं ने पाया कि लहसुन का नियमित सेवन करने से, दिल में मौजूद एंडोथेलियल मेम्ब्रेन के कामकाज में सुधार आता है, जिससे ब्लड वेसल्स रिलैक्स होती हैं और पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।
मछलियाँ जिनमें भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स हों, जैसे सैल्मन आदि ब्लड सर्कुलेशन के लिए अच्छी होती हैं और प्रोटीन का भी एक अच्छा स्त्रोत मानी जाती हैं।
हालाँकि सम्पूर्ण हार्ट हेल्थ पर इसका कितना असर होता है, इसपर अभी और शोध होना बाकि है, लेकिन ओमेगा-3 फैटी एसिड्स के कई सिद्ध हो चुके स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जैसे रेस्टिंग ब्लड प्रेशर में कमी लाना।
प्याज में भरपूर मात्रा में फ्लैवोनॉइड एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो आपकी धमनियों को पतला करने और हृदय स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करते हैं। 2013 में स्वस्थ पुरुषों पर हुए एक शोध में, शोधकर्ताओं ने पाया कि नियमित रूप से प्याज के अर्क का सेवन करने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार लाने में फायदा मिल सकता है।
खट्टे साइट्रस फल जैसे नींबू, अंगूर, चकोतरा आदि में अत्यधिक मात्रा में फ्लवोनोइड्स पाए जाते हैं, जिनको ब्लड फ्लो और हृदय स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए फायदेमंद माना जाता है।
हालाँकि यदि आप वियाग्रा या अन्य नामर्दी की दवा का सेवन कर रहे हैं, तो यही अच्छा रहेगा कि आप चकोतरा का सेवन न करें, क्योंकि चकोतरा और इसका जूस दोनों ही नामर्दी की दवाओं के साथ रिएक्शन करके ब्लड लेवल को बढ़ा सकते हैं।
चॉकलेट में भरपूर मात्रा में कोकोआ परसेंटेज और फ्लवोनोइड्स पाए जाते हैं जो दिल के कामकाज को सुधारने में मदद सकते हैं। ऐसी डार्क चॉकलेट का सेवन करें जिसमें बहुत हाई कोकोआ प्रतिशत हो (कम से कम 70 प्रतिशत), क्योंकि यही ब्लड फ्लो को सुधारने में सबसे ज्यादा कारगर होता है।
नाइट्रेट से भरपूर सब्जियाँ: कुछ सब्जियाँ, जैसे पालक, हरा कोलार्ड, चुकंदर आदि नाइट्रेट से भरपूर होती हैं। शरीर में यह नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाती हैं, जो आपके पूरे शरीर में ब्लड फ्लो को बूस्ट करता है और हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है।
नट्स: कुछ नट्स जैसे अखरोट और बादाम में कई मिनरल्स जैसे आयरन और मैग्नीशियम पाए जाते हैं जो ब्लड फ्लो और हृदय स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। यह विटामिन A, B, C और E से भी भरे होते हैं।
लाल गर्म मिर्च: मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन (capsaicin) कंपाउंड को ब्लड फ्लो सुधारने में मददगार माना जाता है। कैप्साइसिन पर हुए शोधों में पाया गया है कि यह शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के स्त्राव को बढ़ाकर स्वस्थ ब्लड फ्लो को प्रमोट कर सकते हैं।
हल्दी: लाल मिर्च की तरह हल्दी भी ब्लड फ्लो को प्रोमोट करने वाला करक्यूमिन (curcumin) कंपाउंड पाया जाता है। 2017 में वयस्क और बूढ़े पुरुषों और रजोनिवृत्ति महिलाओं पर हुए एक शोध में पाया गया कि करक्यूमिन का नियमित इस्तेमाल करने से ब्लड फ्लो काफी ज्यादा सुधार आता है।
ऊपर बताये गए ब्लड फ्लो को बढ़ाने वाले फूड्स का नियमित सेवन करने के साथ-साथ, यह भी जरूरी है कि उन खाद्य पदार्थों से बचा जाए जो आपके ब्लड फ्लो को नुकसान पहुँचा सकते हैं। निम्न खाद्य पदार्थों का कम से कम सेवन करने की कोशिश करें:
हाइड्रेटेड रहना सबसे ज्यादा जरूरी है। ब्लड खासतौर से पानी से बना होता है, मतलब जब आप भरपूर मात्रा में हाइड्रेटिंग फ्लूइड का सेवन करते हैं तो आपका ब्लड सबसे अच्छे से फ्लो होता है। जब कम हाइड्रेटेड होते हैं, तो आपकी माँसपेशियों, अंगों और लिंग तक फ्लो करने के लिए कम ब्लड उपलब्ध होगा।
हालाँकि आपको रोज कितना पानी पीना चाहिए इसकी कोई निश्चित मात्रा तो नहीं है, लेकिन रोज कम से कम आठ गिलास पानी का सेवन करना ठीक रहेगा। यदि आप काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं या दिन काफी गर्मी भरा है, तो एक-दो गिलास एक्स्ट्रा पानी पियें।
हालाँकि आपको अपना पूरा ध्यान अपने बॉडी फैट पर केंद्रित करने या रोज-रोज अपना वजन नापने की जरूरत नहीं है, लेकिन अपने ब्लड सर्कुलेशन, हार्ट हेल्थ और सेक्स परफॉरमेंस को ठीक रखने के लिए एक स्वस्थ वजन मेन्टेन करना जरूरी है।
मोटापा और नामर्दी एक दूसरे से काफी ज्यादा जुड़े हुए हैं। मतलब एक मोटापे से ग्रसित व्यक्ति अक्सर सेक्स संबंधी समस्याओं का सामना करता है।
हालाँकि मोटापा सीधे तौर नामर्दी का कारण नहीं बनता। लेकिन इसके कारण होने वाला हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और अन्य हेल्थ समस्याएं आपमें नामर्दी होने की सम्भावना को बड़ा देती हैं। यही चीजें आपके लिंग में ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित सकती हैं।
मोटापे के कारण अन्य सेक्स सम्बन्धी समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे टेस्टोस्टेरोन का स्तर एवरेज से कम हो जाना।
इसलिए यदि आप अपने ब्लड फ्लो और सेक्स परफॉरमेंस को लेकर चिंतित हैं, तो एक स्वस्थ वजन बनाये रखने की कोशिश करें।
एक्सरसाइज आपके हृदय को स्वस्थ रखने और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होती हैं, खासतौर से लिंग तक पर्याप्त मात्रा में ब्लड पहुँचाने के मामले में।
नियमित एक्सरसाइज करने से आपके ब्लड प्रेशर का लेवल कम हो सकता है और आपकी जनरल हेल्थ में सुधार आता है। इसलिए यदि आप अपनी सेक्स लाइफ को लेकर चिंतित हैं तो आपको रेगुलर करना जरूरी है।
2018 में हुए एक साइंटिफिक रिव्यु में, शोधकर्ताओं ने बताया कि रेसिस्टेंस ट्रेनिंग (जिसमें वजन उठाना और जिमनास्टिक शामिल है) और एंड्योरेंस ट्रेनिंग, ब्लड प्रेशर को कम करने में काफी कारगर होते हैं। छोटे शब्दों में कहें तो किसी भी रूप में एक्सरसाइज आपके ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है।
अल्कोहल और निकोटिन, चाहे साँस के जरिये लिया जाए या पीकर, आपके ब्लड फ्लो और सेक्स परफॉरमेंस दोनों के लिए हानिकारक है।
चलिए पहले निकोटिन की बात करते हैं। निकोटिन जब आपके शरीर में पहुँच जाता है तो आपका दिल तेजी से धड़कना शुरू कर देता है, ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है और धमनियाँ जो आपके पूरे शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन करती हैं वो सिकुड़ने लगती हैं।
इसके परिणाम स्वरूप आपके दिल की ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावी रूप से संचालित करने की क्षमता में कमी आती है और लिंग के ऊतकों तक भी पर्याप्त मात्रा में रक्त नहीं पहुँच पाता।
छोटे शब्दों में कहें तो निकोटिन को आप चाहे जैसे भी लें, यह आपके ब्लड फ्लो और सेक्सुअल परफॉरमेंस के लिए ठीक नहीं है।
इसी तरह, हालाँकि हो सकता है अल्कोहल आपके ब्लड फ्लो को सीधे तौर पर प्रभावित न करता हो (वास्तव में कम अल्कोहल का सेवन करने से यह ब्लड फ्लो को सुधारता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में लेने पर ब्लड फ्लो में रुकावट पैदा करता है)। यह आपके सेक्स परफॉरमेंस पर भी बुरा असर डाल सकता है। 2007 में हुए एक शोध के अनुसार, अत्यधिक शराब का सेवन और नामर्दी में काफी गहरा सम्बन्ध पाया गया।
अपने ब्लड फ्लो को बेस्ट बनाये रखने के लिए, किसी भी रूप में निकोटिन के सेवन से बचना चाहिए। हालाँकि शराब का थोड़ी मात्रा में सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन इसके अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।
जब आप तनाव का अनुभव करते हैं, तो आपका शरीर अपने सिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम को एक्टिवेट कर देता है। जिसके परिणामस्वरूप ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती हैं और स्ट्रेस हॉर्मोंस जैसे एपिनेफ्रीन, नॉरपेनेफ्रिन और कोर्टिसोल का प्रोडक्शन तेजी से होने लगता है। इससे ब्लड प्रेशर ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है और पूरे शरीर के ब्लड फ्लो में कमी आने लगती है।
जिस प्रकार से निकोटिन जैसे खाद्य पदार्थों के सेवन से ब्लड फ्लो में कमी आती है, उसी प्रकार से तनाव भी आपके ब्लड फ्लो को प्रभावित करता है, जिसके परिणाम में आपको नामर्दी हो सकती है। दरअसल, तनाव नामर्दी के सबसे बड़े मनोवैज्ञानिक कारकों में से एक है।
हालाँकि कुछ रोजमर्रा के तनावों से आप बच नहीं सकते, लेकिन अपने औसत तनाव के स्तर को कम करना काफी आसान हो सकता है। इसके लिए आपको बस अपनी रोजमर्रा की आदतों और दिनचर्या में बदलाव लाकर तनाव के प्रमुख स्त्रोतों से बचना है।
तनाव से बचने के लिए आप रोजाना योग और मेडिटेशन भी कर सकते हैं।
PDE5 (Phosphodiesterase-5) inhibitors एक दवा का नाम है जिसे विशेष रूप से पुरुषों के लिंग में रक्त प्रवाह को सुधारने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे उनके सेक्स परफॉरमेंस में बढ़ोतरी हो सके और नामर्दी से बचा जा सके।
सबसे लोकप्रिय PDE5 inhibitors में से एक है वियाग्रा। इस श्रेणी में कुछ इस श्रेणी में कई अन्य व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली दवाएं भी हैं, जैसे कि Cialis® (या tadalafil, एक लंबे समय तक चलने वाला PDE 5inhibitor) और Levitra® (vardenafil)।
इन दवाओं का उपयोग विशेष रूप से नामर्दी (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) के इलाज के लिए किया जाता है। इसलिए यदि आपको एक्सरसाइज, खानपान में बदलाव, वजन पर कंट्रोल और अस्वस्थ चीजों से दूर रहने पर भी फायदा नहीं हो रहा है तो आप इनका उपयोग कर सकते हैं।
सभी PDE5 inhibitors प्रिस्क्रिप्शन दवाएं होती हैं, यानि इनका उपयोग करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी होगी।
जब इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज करने की बात आती है, तो कुछ आदतें विकसित करके और उन दवाओं का सेवन करके जो लिंग में रक्त के प्रवाह को बढ़ाती हैं, आपकी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने में बहुत सहायक हो सकती हैं।
हालाँकि नामर्दी के कुछ मामले मनोवैज्ञानिक होते हैं (जैसे, सेक्स परफॉरमेंस ठीक से न कर पाने की चिंता के कारण होने वाली नामर्दी)। हालाँकि ज्यादातर मामलों का इलाज उन आदतों और दवाओं को अपनाकर किया जा सकता है जो लिंग में ब्लड फ्लो को बढ़ाती हैं।