पैराफाइमोसिस एक ऐसी स्थिति है जो केवल खतनारहित पुरुषों को प्रभावित करती है।
यह तब विकसित होती है जब लिंग के मुठ पर फोरस्किन को वापिस चढ़ाना लगभग नामुमकिन होता है।
इससे फोरस्किन सूज जाती है और लिंग की स्किन से चिपक जाती है, जिससे लिंग के मुठ तक रक्त का प्रवाह धीमा हो जाता है या रुक जाता है।
यदि इसका समय पर इलाज न करवाया जाए तो इसके कारण आपको गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
आमतौर पर पैराफाइमोसिस तब होता है जब आप अपनी फोरस्किन को अनुचित तरीके से संभालते हैं और ठीक से उसकी साफ-सफाई नहीं करते। या डॉक्टर आपकी फोरस्किन का पर कोई चिकित्सा प्रक्रिया करने के दौरान कुछ गलती कर बैठता है।
पैराफाइमोसिस की उलट समस्या को फाइमोसिस कहा जाता है। फाइमोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिंग के मुठ से फोरस्किन को पीछे नहीं किया जा सकता है। यह समस्या आमतौर पर छोटे बच्चों में होती है, और ज्यादातर मामलों में गंभीर नहीं होती।
लेकिन पैराफाइमोसिस इमरजेंसी समस्या होती है, जिसका जल्द से जल्द इलाज करवाना आवश्यक है।
इसलिए यदि आप पैराफाइमोसिस के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत किसी urologist से संपर्क करें।
पैराफाइमोसिस का मुख्य लक्षण होता लिंग के मुठ से फोरस्किन को पीछे करने के बाद उसे दोबारा अपनी सामान्य स्थिति में लाने में असमर्थ होना। फोरस्किन और लिंग के मुठ में सूजन और दर्द भी हो सकता है।
रक्त प्रवाह में कमी के कारण लिंग का सिरा गहरा लाल या नीला भी हो सकता है। इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
आमतौर पर पैराफाइमोसिस तब होता है जब आप अपने लिंग की साफ-सफाई पर ठीक से ध्यान नहीं देते या कोई डॉक्टर आपकी फोरस्किन में कोई गलती कर बैठता है।
पैराफाइमोसिस के अन्य कारणों में शामिल हैं:
व्यक्ति की उम्र और स्थिति की गंभीरता के आधार पर उपचार अलग-अलग तरीके से होता है।
सामान्य तौर पर, पैराफाइमोसिस के इलाज में पहला कदम होता है फोरस्किन की सूजन को कम करना।
सूजन कम करने के लिए आपका डॉक्टर निम्न कार्य कर सकता है:
आपका डॉक्टर तनाव को दूर करने के लिए एक छोटा चीरा भी लगा सकता है, लेकिन वह ऐसा केवल गंभीर मामलों में ही करता है।
एक बार जब सूजन कम हो जाती है, तो आपका डॉक्टर फोरस्किन को वापस सामान्य स्थिति में ले जाएगा।
यह प्रक्रिया बहुत दर्दनाक हो सकती है, इसलिए प्रक्रिया शुरू होने से पहले आपको दर्द निवारक मेडिसिन दी जा सकती हैं। इन दर्द निवारक मेडिसिन में लोकल एनेस्थीसिया इंजेक्शन, नर्व ब्लॉक और मौखिक दर्द निवारक दवाएं शामिल हो सकती हैं।
प्रक्रिया के दौरान, आपका डॉक्टर सबसे पहले लिंग और फोरस्किन को चिकना करने के लिए उसपर लुब्रीकेंट लगाएगा।
फिर वह लिंग के मुठ को धीरे से दबाते हुए फोरस्किन को उसपर चढ़ाएगा।
पैराफाइमोसिस के बहुत गंभीर मामलों में एक पूर्ण खतना सर्जरी यानी फोरस्किन को पूरा हटाना आवश्यक हो सकता है। इससे समस्या दोबारा होने की सम्भावना पूरी तरह से ख़त्म हो जाती है।
किसी भी प्रक्रिया के बाद अपने डॉक्टर के निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें और उसके द्वारा निर्धारित की गई दवा को नियमित लें। आपका डॉक्टर आपको उपचार के बाद लिंग के सिरे को साफ करना और उसकी देखभाल करना भी सिखाएगा।
अगर आपको इलाज के बाद तेज बुखार हो और अब भी दर्द हो रहा हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। ये लक्षण एक संक्रमण का संकेत दे सकते हैं, जिसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाना चाहिए।
पैराफाइमोसिस का समय पर इलाज न करवाने पर इसके कारण आपमें कई गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इस स्थिति के कारण लिंग में रक्त के प्रवाह में कमी आ सकती है, जिससे ऊतक ऑक्सीजन से वंचित हो सकते हैं।
जब ऐसा होता है, तो पैराफाइमोसिस के कारण आपको निम्न गंभीर समस्याएं हो सकती हैं:
फोरस्किन की एक पूर्ण खतना सर्जरी पैराफाइमोसिस को परमानेंटली रोक सकती है। यदि आपकी सर्जरी नहीं हुई है, तो आप पैराफाइमोसिस को निम्न तरीकों से रोक सकते हैं: