क्या साइकिल या मोटरसाइकिल चलाने से मुझे स्तंभन दोष हो सकता है?

साइकिल चलाना फिटनेस का एक लोकप्रिय तरीका है, जो अतिरिक्त कैलोरी जलाने के साथ-साथ पैर की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है।

भारत का हर तीन में से एक व्यक्ति साइकिल या मोटरसाइकिल चलाता है। कुछ लोग कभी-कभार या मौज-मस्ती के लिए मोटरसाइकिल चलाते हैं, जबकि अन्य लोगों को अपने काम के चलते हर दिन घंटों बाइक चलाना पड़ सकता है।

जो पुरुष बाइक या साइकिल चलाते हैं, उनके द्वारा बाइक की सीट पर बहुत अधिक समय बिताने के अवांछित परिणाम के रूप में उनको इरेक्शन की समस्याएं जैसे लिंग खड़ा न होना या अधिक देर तक खड़ा न रख पाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

सवारी और लिंग की समस्याओं के बीच की कड़ी कोई नई नहीं है। प्राचीन काल के ग्रीक चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स ने पुरुष घुड़सवारों में यौन समस्याएं होने की पुष्टि की और कहा, “परुष घुड़सवारों को लगने वाला लगातार झटका उनमें यौन समस्याएं पैदा करता है।”

तो चलिए जानते हैं क्यों और कैसे बाइक या साइकिल चलाने से आपके लिंग के खड़ा होने की क्षमता प्रभावित हो सकती है, और आप इससे कैसे बच सकते हैं:

साइकिल या बाइक चलाना इरेक्शन को कैसे प्रभावित करता है?

जब आप लंबे समय तक बाइक पर बैठते हैं, तो उसकी सीट आपके पेरिनेम क्षेत्र पर दबाव डालती है। पेरिनेम आपके गुदा और लिंग के बीच का हिस्सा होता है। पेरिनेम धमनियों और नसों से भरा होता है जो आपके लिंग को ऑक्सीजन युक्त रक्त और संवेदनाओं की आपूर्ति करता है।

एक आदमी के लिंग को खड़ा होने के लिए, मस्तिष्क तंत्रिका आवेगों के माध्यम से लिंग को उत्तेजना संदेश भेजता है। यह उत्तेजना लिंग की रक्त वाहिकाओं को सिथिल और चौड़ा करने लगती है, जिससे लिंग में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है।

तो इन तंत्रिकाओं या रक्त वाहिकाओं में कोई भी समस्या होने पर आपका लिंग खड़ा होने में असमर्थ हो सकता है। इसे स्तंभन दोष भी कहा जाता है।

पिछले कुछ दशकों में, शोधकर्ताओं ने पाया है कि नियमित साइकिल या मोटरसाइकिल चलाने वाले कुछ पुरुषों की पुडेंडल तंत्रिका और धमनी में क्षति पहुँच सकती है। पुडेंडल तंत्रिका पेरिनेम में मौजूद मुख्य तंत्रिका होती है, और पुडेंडल धमनी लिंग के रक्त संचार में भागीदार होती है।

घंटों तक बाइक या साइकिल पर समय बिताने वाले पुरुष अक्सर पेरिनेम में सुन्नता और लिंग खड़ा करने में परेशानी होने की सूचना देते हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह समस्या तब शुरू होती है जब धमनियां और नसें साइकिल की संकीर्ण सीट और सवार की जांघों की हड्डियों के बीच अधिक समय तक फंसी रहती हैं।

स्तंभन दोष होने के जोखिम को कैसे कम करें

आप कुछ परिवर्तनों के जरिये बिना किसी नुकसान के लम्बे समय तक बाइक या साइकिल चला सकते हैं।

तो साइकिल या बाइक चलाने के कारण होने वाले स्तंभन दोष के जोखिम को कम करने के लिए आप निम्न कदम उठा सकते हैं:

  • अपनी सीट बदलें। अपनी बाइक की सीट, खासतौर से साइकिल की पतली सीट को किसी मोटी और अधिक मुलायम व गद्देदार सीट के साथ बदलें। सभी साइकिलों में त्रिकोण आकार की सीट होती है, जिसका कोना पेरिनेम पर अधिक दबाव डालता है, इसकी जगह चौकोर आकार की सीट लगवाने से आपके पेरिनेम पर कम दबाव पड़ेगा।
  • हैंडलबार को नीचे करें। आगे की ओर झुककर साइकिल या बाइक चलाने से आपका पिछला हिस्सा सीट से ऊपर उठ जाएगा और आपके मूलाधार (पेरिनेम) पर कम दबाव पड़ता है।
  • गद्देदार बाइक शॉर्ट्स पहनें। इनसे आपको सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत मिलेगी।
  • सवारी के समय को कम करें: अपने बाइक या साइकिल चलाने के समय को जितना कम हो सके उतना कम करने की कोशिश करें। जैसे यदि आप रोज बाइक से लम्बी दूरी तय करते हैं, तो इसकी जगह ट्रैन या बस का विकल्प चुनें। यदि आप रोजमर्रा की एक्सरसाइज के लिए साइकिल चलाते हैं, तो इसकी जगह दौड़ने, तैराकी, जॉगिंग आदि का विकल्प चुनने के बारे में विचार करें।
  • लंबी सवारी के दौरान नियमित ब्रेक लें। बाइक पर लम्बी दूरी तय करने के दौरान बीच-बीच में थोड़ा ब्रेक लें। ऐसा करने से आपके पेरिनेम पर लम्बे समय तक लगातार दबाव नहीं बना रहेगा, और उसकी धमनियों व तंत्रिकाओं को नुकसान पहुँचने की संभावना कम होगी।

यदि आप अपने मलाशय और अंडकोश के बीच के क्षेत्र में कोई दर्द या सुन्नता महसूस करते हैं, तो कुछ दिनों के लिए सवारी करना बंद कर दें।

यदि स्तंभन दोष हो जाये तो मुझे क्या करना चाहिए?

हालाँकि आमतौर पर साइकिल या मोटरसाइकिल चलाने से स्थाई रूप से स्तंभन दोष नहीं होता, लेकिन इसका प्रभाव कुछ हफ्तों या महीने तक बना रह सकता है। इसे जल्दी ठीक करने का सबसे आसान समाधान है सवारी के समय में कटौती करना या पूरी तरह से बंद कर देना।

यदि कई महीने बीत चुके हैं और आपको अभी भी लिंग पूरा खड़ा करने में परेशानी होती है, तो अपने प्राथमिक डॉक्टर या यूरोलॉजिस्ट से मिलें। हो सकता है कि किसी अन्य अन्तनिर्हित समस्या के कारण आपको स्तंभन दोष हो रहा हो, न कि सवारी के कारण। हृदय रोग, तंत्रिका समस्या, या सर्जरी के दुष्प्रभाव जैसी चिकित्सा स्थिति स्तंभन दोष के कुछ मुख्य संभावित कारण हैं।

आपकी समस्या के कारण के आधार पर, डॉक्टर आपको कुछ दवाएं लिख सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • सिल्डेनाफिल (वियाग्रा)
  • टाडालाफ़िल (सियालिस)
  • वर्डेनफिल (लेविट्रा)

यह दवाएं अस्थाई रूप से लिंग में रक्त संचार बढ़ा देती हैं, जिससे वह पूरा खड़ा हो पाता है। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि इन दवाओं के नियमित या अधिक सेवन से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

साथ ही, स्तंभन दोष की दवाएं उन लोगों को नहीं लेना चाहिए जो सीने में दर्द की समस्या के लिए नाइट्रेट्स (नाइट्रोग्लिसरीन) लेते हैं या जिन्हें बहुत कम या उच्च रक्तचाप, यकृत रोग या गुर्दे की बीमारी है।

ऐसी स्थिति में स्तंभन दोष के इलाज के लिए अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं, जिनमें लिंग वर्धक यंत्र, पेनिस पंप, पेनिस रिंग या प्रत्यारोपण सर्जरी शामिल है।

अपने डॉक्टर से बात करें

यदि आप साइकिल या बाइक चलाने के कारण स्तंभन दोष का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको पूरी तरह से सवारी छोड़ना जरूरी नहीं। आप बस अपनी सवारी के तरीके में कुछ बदलाव लाकर भी इसके दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।

यदि फिर भी आपको बार-बार स्तंभन दोष होता है तो अपने डोकर से मिलें। इसकी संभावना है कि आपमें मौजूद कोई अन्य अन्तर्निहित समस्या स्तंभन दोष का कारण बन रही हो। ऐसी स्थिति में सिर्फ डॉक्टर ही उचित जाँच करके सही इलाज प्रदान कर सकता है।

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