सिफलिस (Syphilis) के कारण, लक्षण, रोकथाम और इलाज

सिफलिस एक यौन संचारित संक्रमण (STI) है, जो ट्रेपोनिमा पैलिडम (Treponema pallidum) नामक बैक्टीरिया के कारण होता है।

पुरुषों में, विशेषकर पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों (समलैंगिक) में सिफलिस होने की सम्भावना ज्यादा होती है। हालाँकि यह महिलाओं में भी हो सकता है।

सिफलिस का पहला संकेत एक छोटा दर्द रहित फोड़ा (या घाव) होता है। यह फोड़ा जननांगों, गुदा, मलाशय और मुँह के अंदर हो सकता है। दर्द न होने के कारण लोग अक्सर इसे तुरंत नोटिस नहीं कर पाते।

सिफलिस की पहचान करना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। व्यक्ति को कई सालों तक बिना कोई लक्षण दिखे सिफलिस हो सकता है।

सिफलिस की जितनी जल्दी पहचान हो सके, उतना बेहतर होता है। क्योंकि लंबे समय तक अनुपचारित सिफलिस आपके हृदय और मस्तिष्क जैसे महत्वपूर्ण अंगों को बहुत अधिक नुकसान पहुँचा सकता है।

सिफलिस केवल इसके फोड़े से सीधा संपर्क करने से ही फैलता है। यह किसी अन्य व्यक्ति के साथ शौचालय साझा करने, उसके कपड़े पहनने या उसके खाने के बर्तनों का उपयोग करने से नहीं फैलता।

सिफलिस संक्रमण के चरण

सिफलिस के चार चरण हैं:

  • मुख्य (प्राइमरी)
  • माध्यमिक (सेकेंडरी)
  • गुप्त (लेटेंट)
  • तृतीयक (टर्टियरी)

पहले दो चरणों में सिफलिस सबसे ज्यादा संक्रामक होता है।

जब सिफलिस छिपी या गुप्त अवस्था में होता है, तब इसके कोई लक्षण नहीं दिखते, लेकिन तब भी यह सक्रिय रहता है। तृतीयक सिफलिस स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा विनाशकारी होता है।

प्राथमिक सिफलिस

सिफलिस का प्राथमिक चरण किसी व्यक्ति द्वारा बैक्टीरिया को अनुबंधित करने के लगभग तीन से चार सप्ताह बाद होता है। यह एक छोटे गोल घाव से शुरू होता है। यह घाव दर्दरहित होता है, लेकिन यह अत्यधिक संक्रामक होता है।

यह घाव कहीं भी प्रकट हो सकता है जहां से बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है, जैसे मुंह, जननांगों या गुदा के अंदर या बाहर।

औसतन, संक्रमण प्राप्त करने के लगभग तीन सप्ताह बाद घाव दिखाई देता है, लेकिन इसके प्रकट होने में 10 से 90 दिन का समय लग सकता है। यह घाव कहीं भी दो से छः हफ्तों तक बना रह सकता है।

सिफलिस सिर्फ इस घाव के साथ सीधा संपर्क करने से फैलता है। ऐसा आमतौर पर सेक्स क्रिया के दौरान होता है, जिसमें मुख मैथुन भी शामिल है।

माध्यमिक सिफलिस

सिफलिस के दूसरे चरण के दौरान स्किन पर चकत्ते और गले में खराश हो सकती है। चकत्तों में खुजली नहीं होगी और यह आमतौर पर हथेलियों और तलवों पर होते हैं, लेकिन यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं।

चूँकि यह चकत्ते काफी छोटे और दर्दरहित होते हैं, इसलिए लोग इन्हें नोटिस नहीं कर पाते।

माध्यमिक सिफलिस के अन्य लक्षण निम्न हो सकते हैं:

  • सिरदर्द
  • लसीका ग्रंथियों में सूजन
  • थकान
  • बुखार
  • वजन घटना
  • बाल झड़ना
  • जोड़ों में दर्द होना

आपको उपचार करवायें या न करवायें, यह लक्षण अपनेआप दूर हो जाएंगे। हालांकि, उपचार के बिना आपका सिफलिस ठीक नहीं होगा।

माध्यमिक सिफलिस अन्य संक्रमणों के समान लगता है, इसलिए अक्सर इसे कुछ और संक्रमण समझ लिया जाता है।

गुप्त सिफलिस

सिफलिस का तीसरा चरण गुप्त, या छिपा हुआ होता है। इस चरण में सिफलिस के प्राथमिक और माध्यमिक लक्षण गायब हो जाते हैं, और कोई ध्यान देने योग्य लक्षण नहीं होते।

हालांकि, बैक्टीरिया शरीर में बना रहता है। अगले चरण में प्रगति करने से पहले यह चरण वर्षों तक बना रह सकता है।

तृतीयक सिफलिस

संक्रमण का अंतिम चरण तृतीयक सिफलिस होता है।

अमेरिका की मायो क्लिनिक के अनुसार, सिफलिस का इलाज न करवाने वाले लगभग 15 से 20 प्रतिशत लोग इस चरण में प्रवेश करते हैं।

प्रारंभिक संक्रमण होने के कई वर्षों या दशकों बाद तृतीयक सिफलिस होता है।

तृतीयक सिफलिस जानलेवा भी हो सकता है। इसके कुछ अन्य संभावित परिणाम निम्न हैं:

  • अंधापन
  • बहरापन
  • मानसिक बीमारी
  • स्मरण शक्ति में कमी
  • नरम ऊतकों और हड्डियों को क्षति पहुँचना
  • न्यूरोलॉजिकल विकार जैसे स्ट्रोक या दिमाग की नसों में इन्फ्लेमेशन होना
  • हृदय रोग
  • न्यूरोसिफलिस होना, जो दिमाग और रीढ़ की हड्डी का संक्रमण होता है

सिफलिस की पहचान कैसे होती है?

अगर आपको लगता है कि आपको सिफलिस हो सकता है, तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर के पास जाएँ।

डॉक्टर आपका पूरा शारीरिक परिक्षण करेगा और लैब टेस्ट के लिए रक्त का नमूना लेगा।

यदि शरीर में कोई घाव या फोड़ा मौजूद है, तो इसमें सिफलिस बैक्टीरिया की मौजूदगी की जाँच के लिए, डॉक्टर घाव से एक नमूना लेगा।

यदि डॉक्टर को यह संदेह होता है कि आपमें तृतीयक सिफलिस है और इसके कारण आपको तंत्रिका तंत्र की समस्या हो रही है, तो इसकी जाँच के लिए डॉक्टर आप पर स्पाइनल टैप टेस्ट कर सकता है। इस टेस्ट में डॉक्टर आपकी रीढ़ की हड्डी से तरल पदार्थ का नमूना लेगा और इसमें सिफलिस बैक्टीरिया की मौजूदगी की जाँच करेगा।

यदि आप गर्भवती महिला हैं, तो सिफलिस बैक्टीरिया आपमें गुप्त रूप से हो सकता है। इसलिए इसका पता लगाने के लिए डॉक्टर आपकी स्क्रीनिंग करेगा। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि भ्रूण को जन्मजात सिफलिस से संक्रमित होने से बचाया जा सके।

जन्मजात सिफलिस नवजात शिशु में गंभीर क्षति पहुंचा सकता है और यहां तक कि घातक व जानलेवा भी हो सकता है।

सिफलिस का उपचार

प्राथमिक और माध्यमिक सिफलिस का उपचार पेनिसिलिन इंजेक्शन के जरिये काफी आसानी से किया जा सकता है। पेनिसिलिन दुनिया में सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली एंटीबायोटिक दवाओं में से एक है और आमतौर पर सिफलिस के इलाज में प्रभावी होती है।

जिन व्यक्तियों को पेनिसिलिन से एलर्जी है, उनका इलाज एक अलग एंटीबायोटिक से किया जा सकता है, जैसे:

  • डॉक्सीसाइक्लिन (doxycycline)
  • एज़िथ्रोमाइसिन (azithromycin)
  • सेफ्ट्रिएक्सोन (ceftriaxone)

यदि आपमें न्यूरोसिफिलिस यानी दिमाग और रीढ़ की हड्डी का सिफिलिस है, तो आपको रोज नस में पेनिसिलिन का इंजेक्शन लगवाना होगा। इसके लिए अक्सर आपको अस्पताल में भर्ती रहने या रोज अस्पताल जाने की आवश्यकता होगी।

दुर्भाग्य से, देर से उपचार कराने के कारण होने वाले न्यूरोसिफिलिस के नुकसान को उलट नहीं किया जा सकता। दवाओं के जरिये बैक्टीरिया को आसानी से मार दिया जा सकता है, लेकिन अक्सर उपचार में दर्द और परेशानी को कम करने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित होता है।

उपचार के दौरान, तब तक सेक्स करने से बचें जब तक कि आपके शरीर के सभी घाव ठीक न हो जाएँ और आपका डॉक्टर आपको यह न कह दे कि अब आपका सेक्स करना सुरक्षित है।

यदि आप पहले से ही यौन रूप से सक्रिय हैं, तो आपके सेक्स पार्टनर में भी सिफलिस की जाँच की जानी चाहिए और उचित उपचार लेना चाहिए।

तब तक सेक्स गतिविधि शुरू न करें, जब तक कि आप और आपके पार्टनर का इलाज पूरा न हो जाये।

सिफलिस से कैसे बचें

सिफलिस से बचाव का सबसे अच्छा तरीका होता है सुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाना। किसी भी प्रकार के यौन संपर्क के दौरान कंडोम का प्रयोग करें।

इसके अलावा, निम्न चीजें भी मददगार हो सकती हैं:

  • मुख मैथुन के दौरान डेंटल डैम (लेटेक्स का एक चौकोर टुकड़ा) या कंडोम का इस्तेमाल करें।
  • अपने सेक्स टॉयज को किसी और के साथ साझा न करें।
  • नियमित रूप से अपनी STI (यौन संचारित संक्रमण) की जाँच करवाएं और इसके परिणामों के बारे में डॉक्टर से खुलकर बात करें।

इंजेक्शन की सुई के माध्यम से भी सिफलिस फैल सकता है। इसलिए यदि आप कोई मेडिकल इंजेक्शन लेते हैं, तो कभी भी अपनी सुई को किसी और के साथ साझा न करें।

सिफलिस से जुड़ी जटिलताएं

गर्भवती महिलायें और नवजात शिशु

सिफलिस से संक्रमित गर्भवती महिलाओं को गर्भपात, शिशु का मृत जन्म या समय से पहले जन्म का खतरा होता है।

एक जोखिम यह भी है कि सिफलिस से ग्रसित महिला से उसके भ्रूण को यह बीमारी फैल सकती है। इसे जन्मजात सिफलिस के नाम से जाना जाता है।

जन्मजात सिफलिस जानलेवा हो सकता है। जन्मजात सिफलिस के साथ पैदा होने वाले शिशुओं में निम्नलिखित समस्याएं भी हो सकती हैं:

  • विकृतियां या कुरूपता
  • विकास में देरी
  • दिमागी दौरे
  • शरीर में चकत्ते
  • बुखार
  • लिवर या तिल्ली (प्लीहा) में सूजन
  • एनीमिया (खून की कमी)
  • पीलिया
  • संक्रामक घाव

यदि किसी बच्चे को जन्मजात सिफलिस है और इसका पता नहीं चलता है, तो बच्चे को आखिरी चरण वाला सिफलिस हो सकता है।

इसके कारण बच्चे के निम्न भागों को नुकसान पहुँच सकता है:

  • हड्डियाँ
  • दाँत
  • ऑंखें
  • कान
  • दिमाग

एड्स (AIDS)

सिफलिस से पीड़ित लोगों में एचआईवी एड्स होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। रोग के कारण होने वाले घावों से एचआईवी वायरस को शरीर में प्रवेश करना आसान हो जाता है।

आपको यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एचआईवी से पीड़ित व्यक्तियों को, एचआईवी न होने वाले व्यक्तियों की तुलना में अलग सिफलिस के लक्षण अनुभव हो सकते हैं।

यदि आपको एचआईवी है, तो सिफलिस के लक्षणों को पहचानने के तरीके के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।

मुझे सिफलिस की जाँच कब करवाना चाहिए?

सिफलिस के पहले चरण का आसानी से पता नहीं चल पाता है। दूसरे चरण के लक्षण भी अन्य बीमारियों के सामान्य लक्षणों की तरह होते हैं।

इसका मतलब यह है कि आपको नियमित रूप से अपनी STI की जाँच करवाते रहना चाहिए, भले ही आप पूरी तरह से स्वस्थ हों और आपमें कोई लक्षण न दिखाई दे रहे हों।

खासतौर से निम्न परिस्थितियों में:

  • किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बिना कंडोम के सेक्स किया है जिसे सिफलिस हो सकता है
  • यदि आप गर्भवती महिला हैं
  • आप सेक्स का काम करती हैं, जिसमें कई लोगों के साथ सम्बन्ध बनाने पड़ते हैं
  • आपने कई लोगों के साथ बिना कंडोम के सेक्स किया है
  • आपके सेक्स पार्टनर ने कई लोगों के साथ बिना कंडोम के सेक्स किया हो
  • आप एक पुरुष हैं जो अन्य पुरुषों के साथ समलैंगिक सम्बन्ध रखता हो

यदि आपकी जाँच में सिफलिस निकलता है, तो इसका पूर्ण उपचार करवाना आवश्यक है। एंटीबायोटिक दवाओं का पूरा कोर्स करें, भले ही आपके लक्षण गायब हो जाएँ तब भी।

इसके अलावा, किसी भी प्रकार की यौन गतिविधि से बचें जब तक कि डॉक्टर आपको यह न बताए कि आप पूरी तरह से ठीक हो गए हैं और आपको सेक्स करना सुरक्षित है।अपना एचआईवी परिक्षण करवाने पर भी विचार करें।

जिन लोगों में सिफलिस निकलता है, उन्हें अपने सभी हाल के यौन साझेदारों को भी सूचित करना चाहिए, ताकि वो भी परीक्षण करवा सकें और उपचार प्राप्त कर सकें।

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