भारत में सरसों के तेल को प्राचीन काल से ही एक शुद्ध और चिकित्सकीय लाभों से युक्त तेल के रूप में जाना जाता है।
सरसों के तेल में मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड्स, पॉली-अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन ई अत्यधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो इसे एक मजबूत एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट बनाते हैं।
सरसों के तेल का सबसे बड़ा लाभ इसका मजबूत उत्तेजक गुण होता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और मेटाबोलिज्म को बूस्ट करता है।
चूँकि लिंग एक माँस और ब्लड का गुच्छा मात्र होता है, जिसमें उत्तेजना के दौरान जितना ज्यादा ब्लड संचालित होता है वह उतना ही बड़ा हो जाता है। इसलिए सरसों के तेल से लिंग की मालिश करने से इसे लम्बा मोटा किया जा सकता है।
अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार नियमित रूप से अपने आहार में सरसों के तेल को खाने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम किया जा सकता है, जिससे हार्ट स्वस्थ रहता है और ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने से लिंग को भी पर्याप्त ब्लड मिलता है और यह अपनी क्षमता अनुसार पूरा खड़ा होता है।
साथ ही, लिंग पर सरसों का तेल लगाने से आप कई यौन रोगों से बचे रह सकते हैं जैसे लिंग का ढीलापन, नसों में कमजोरी, वीर्य जल्दी गिरने की समस्या आदि दूर होती हैं।
सरसों का तेल गाड़ा और विटामिन ई से भरपूर होने के कारण इसे एक प्राकृतिक स्किन क्रीम भी माना जाता है। यह स्किन की ग्रंथियों को उत्तेजित करके छिद्रों को खोल देता है जिससे स्किन प्राकृतिक रूप से अपनेआप को साफ कर पाती है। सरसों के तेल की मालिश करने से स्किन के धब्बे भी कम होते हैं और लिंग की स्किन में गोरापन आ सकता है।
सरसो के तेल में मौजूद फैटी एसिड्स लिंग की स्किन को मॉइस्चर देती हैं और ड्राईनेस व खुजली को दूर करती हैं, जिससे वह फंगल इंफेक्शन से बची रहती है। ज्यादा फायदा लेने के लिए आप सरसों के तेल में बराबर मात्रा में नारियल का तेल मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
चाहे आप सरसों के तेल को खाएं या इसे लिंग पर लगाएं, दोनों ही प्रकार से यह एंटीबैक्टीरियल की तरह काम करता है। इसे खाने से यह पेट, आंत और पाचन तंत्र के अन्य अंगों में बैक्टीरिया से लड़ता है। इसे लिंग पर लगाने से यह बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन दोनों से लड़ता है।
2014 में स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूयोर्क में हुए एक शोध में शोधकर्ताओं ने शुक्राणुओं पर विभिन्न तेलों के होने वाले प्रभावों को टेस्ट किया।
बेबी आयल से शुक्राणुओं पर कोई प्रभाव नहीं हुआ। हालाँकि, तिल के तेल से शुक्राणुओं की गति में तुरंत भारी गिरावट देखी गई।
इसके विपरीत जब शोधकर्ताओं ने सरसों के तेल को वीर्य में मिलाया, तो शुक्राणु अतिसक्रिय हो गया और कम से कम एक घंटे तक इसी तरह से रहे।
पिछले कई शोधों ने भी सरसों के तेल को लिंग के लिए अत्यधिक फायदेमंद माना है।
तेल से लिंग की मालिश करने का सही तरीका हम नीचे दे रहे हैं -
या फिर, यदि सुबह के वक्त आपके पास समय होता है तो आप नहाने के एक घंटे पहले लिंग की मालिश कर सकते हैं।
इसके अलावा सरसों के तेल की मालिश करने ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। चूँकि उत्तेजना के दौरान लिंग में जितना ब्लड समाता है वह उतना ही बड़ा हो जाता है, इसलिए लिंग की सरसों के तेल से मालिश करने से इसे कुछ हद तक लंबा-मोटा भी किया जा सकता है और वीर्य को जल्दी गिरने से रोका जा सकता है।
सरसों के तेल में मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड्स, पॉली-अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन ई अत्यधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो इसे एक मजबूत एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट बनाते हैं।

सरसों के तेल का सबसे बड़ा लाभ इसका मजबूत उत्तेजक गुण होता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और मेटाबोलिज्म को बूस्ट करता है।
चूँकि लिंग एक माँस और ब्लड का गुच्छा मात्र होता है, जिसमें उत्तेजना के दौरान जितना ज्यादा ब्लड संचालित होता है वह उतना ही बड़ा हो जाता है। इसलिए सरसों के तेल से लिंग की मालिश करने से इसे लम्बा मोटा किया जा सकता है।
अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार नियमित रूप से अपने आहार में सरसों के तेल को खाने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम किया जा सकता है, जिससे हार्ट स्वस्थ रहता है और ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने से लिंग को भी पर्याप्त ब्लड मिलता है और यह अपनी क्षमता अनुसार पूरा खड़ा होता है।
साथ ही, लिंग पर सरसों का तेल लगाने से आप कई यौन रोगों से बचे रह सकते हैं जैसे लिंग का ढीलापन, नसों में कमजोरी, वीर्य जल्दी गिरने की समस्या आदि दूर होती हैं।
सरसों का तेल गाड़ा और विटामिन ई से भरपूर होने के कारण इसे एक प्राकृतिक स्किन क्रीम भी माना जाता है। यह स्किन की ग्रंथियों को उत्तेजित करके छिद्रों को खोल देता है जिससे स्किन प्राकृतिक रूप से अपनेआप को साफ कर पाती है। सरसों के तेल की मालिश करने से स्किन के धब्बे भी कम होते हैं और लिंग की स्किन में गोरापन आ सकता है।
सरसो के तेल में मौजूद फैटी एसिड्स लिंग की स्किन को मॉइस्चर देती हैं और ड्राईनेस व खुजली को दूर करती हैं, जिससे वह फंगल इंफेक्शन से बची रहती है। ज्यादा फायदा लेने के लिए आप सरसों के तेल में बराबर मात्रा में नारियल का तेल मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
चाहे आप सरसों के तेल को खाएं या इसे लिंग पर लगाएं, दोनों ही प्रकार से यह एंटीबैक्टीरियल की तरह काम करता है। इसे खाने से यह पेट, आंत और पाचन तंत्र के अन्य अंगों में बैक्टीरिया से लड़ता है। इसे लिंग पर लगाने से यह बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन दोनों से लड़ता है।
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प्रश्नोंत्तर
क्या वाकई में सरसों का तेल लिंग को बड़ा कर सकता है
जिस प्रकार से आपको अपनी बॉडी को स्वस्थ और चुस्त दुरुस्त रखने के लिए रोजाना एक्सरसाइज और शरीर की मालिश करना जरूरी होता है उसी प्रकार यदि आप अपने लिंग को लम्बा, मोटा, कठोर और लम्बे समय तक सेक्स करने योग्य बनाना चाहते हैं तो रोज 5-10 मिनट के लिए किसी अच्छे लिंग वर्धक तेल जैसे सरसों के तेल से इसकी मालिश करें।क्या लिंग पर सरसों का तेल लगाने से वीर्य और शुक्राणु बढ़ते हैं?
चूँकि सरसों के तेल से वीर्य और शुक्राणुओं की संख्या को तो नहीं बढ़ाया जा सकता। लेकिन हाँ यह आपके शुक्राणुओं की गतिशीलता को जरूर बड़ा सकता है।2014 में स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूयोर्क में हुए एक शोध में शोधकर्ताओं ने शुक्राणुओं पर विभिन्न तेलों के होने वाले प्रभावों को टेस्ट किया।
बेबी आयल से शुक्राणुओं पर कोई प्रभाव नहीं हुआ। हालाँकि, तिल के तेल से शुक्राणुओं की गति में तुरंत भारी गिरावट देखी गई।
इसके विपरीत जब शोधकर्ताओं ने सरसों के तेल को वीर्य में मिलाया, तो शुक्राणु अतिसक्रिय हो गया और कम से कम एक घंटे तक इसी तरह से रहे।
पिछले कई शोधों ने भी सरसों के तेल को लिंग के लिए अत्यधिक फायदेमंद माना है।
लिंग पर कौन सा सरसों का तेल लगाना चाहिए?
आपको यह जानना बहुत ही जरूरी है कि लिंग पर कौनसा सरसों का तेल लगाना फायदेमंद होता है। आजकल बाजार में सरसों का तेल ज्यादातर अन्य तेलों की मिलावट के साथ आता है, जिनसे आपके लिंग में अत्यधिक जलन या इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। इसलिए हमेशा भरोसेमंद ब्रांड का शुद्ध सरसों के तेल का इस्तेमाल करें।सरसों के तेल से लिंग की मालिश कैसे करें?
जब तक आप सरसों के तेल से लिंग की से मालिश नहीं करते तब तक आपको इसका पूरा फायदा नहीं मिलता।तेल से लिंग की मालिश करने का सही तरीका हम नीचे दे रहे हैं -
- सबसे पहले अपनी लिंग को अच्छी तरह से किसी सॉफ्ट साबुन (जैसे डव) से धोकर सुखा लें।
- इसके बाद लिंग की फोरस्किन को पीछे कर लें।
- फिर थोड़ा सा सरसों का तेल हथेली पर लें और अपने औज़ार पर लगा लें। मालिश के लिए ज्यादा तेल का इस्तेमाल न करें, क्योंकि अतिरिक्त तेल को बाद में साफ करना मुश्किल होगा और यह आपकी अंडरवियर और पेंट पर दाग बना देगा।
- अब हथेली से लिंग के आधार को पकड़ें और उँगलियों व अँगूठे से लिंग की धीरे-धीरे मालिश करें। यदि मालिश के दौरान आपका लिंग खड़ा हो रहा और आपको उत्तेजना आ रही है तो हस्तमैथुन करना शुरू न कर दें। चूँकि खड़े लिंग पर मालिश करने से ज्यादा फायदा होता है क्योंकि उसमें ब्लड भरने लगता है। लेकिन इस दौरान हस्तमैथुन करना शुरू कर देने से जब आप स्खलित हो जाते हैं तो ब्लड तेजी से लिंग के बाहर जाने लगता है, जिससे मालिश का ज्यादा फायदा नहीं होता।
- कम से कम 5 मिनट तक इस मालिश को करते रहें ताकि आपकी लिंग की स्किन तेल को अच्छी तरह से सोख ले।
- अच्छे रिजल्ट पाने के लिए हमेशा मालिश को धीरे-धीरे और हलके हाथों से ही करें और हस्तमैथुन करने से बचें।
- मालिश करने के बाद कुछ घंटों के लिए लिंग को बाहर के ठंडे माहौल से दूर रखें। ऐसा करने के लिए आप लिंग पर कोई कपड़ा बाँध सकते हैं।
सरसों के तेल से लिंग की मालिश किस समय करना चाहिए?
मेरे अनुसार लिंग की मालिश करने से सबसे अच्छा समय होता है सोने से पहले। क्योंकि मालिश करने के बाद आप सो जाते हैं और लिंग में ज्यादा हलचल न होने के कारण वह तेल को ठीक से सोख लेता है। इसलिए रोज सोने से पहले 5 मिनट के लिए सरसों के तेल से अपने लिंग की मालिश करें और फिर लिंग पर कपड़ा या रुमाल बांधकर सो जाएँ।या फिर, यदि सुबह के वक्त आपके पास समय होता है तो आप नहाने के एक घंटे पहले लिंग की मालिश कर सकते हैं।
निष्कर्ष
सरसों के तेल को प्राचीन काल से ही स्किन के लिए सबसे फायदेमंद तेलों में से एक माना जाता है। इसमें पाई जाने वाली फैटी एसिड्स लिंग की स्किन को बनाये रखती हैं और पोषण देती हैं। साथ ही, सरसों के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण यह लिंग को इंफेक्शन से बचाये रखता है।इसके अलावा सरसों के तेल की मालिश करने ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। चूँकि उत्तेजना के दौरान लिंग में जितना ब्लड समाता है वह उतना ही बड़ा हो जाता है, इसलिए लिंग की सरसों के तेल से मालिश करने से इसे कुछ हद तक लंबा-मोटा भी किया जा सकता है और वीर्य को जल्दी गिरने से रोका जा सकता है।
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