ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis) के कारण, लक्षण, जटिलताएं, टेस्ट और इलाज

ट्राइकोमोनिएसिस एक यौन संचारित संक्रमण होता है। यह योनि, मुख या गुदा मैथुन के माध्यम से फैल सकता है।

यह ट्रयकोमोनस वेजिनेलिस (Trichomonas vaginalis) परजीवी के कारण होता है। इसका इलाज काफी प्रभावी और सरल होता है।

हालाँकि, अमेरिका की CDC संस्था के अनुसार ट्राइकोमोनिएसिस से ग्रसित केवल 30% व्यक्तियों में ही इसके लक्षण दिखाई देते हैं।

उपचार न कराने पर ट्राइकोमोनिएसिस के कारण आपमें कई जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। यह गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है, और एचआईवी होने और फैलाने का खतरा भी बढ़ा देता है।

ट्राइकोमोनिएसिस सबसे आम यौन संचारित संक्रमणों में से एक है, जिसका इलाज संभव है।

कारण

टी. वेजिनेलिस, परजीवी जो ट्राइकोमोनिएसिस का कारण बनता है, सेक्स के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जा सकता है। एक व्यक्ति इसे मौखिक, गुदा या योनि सेक्स के दौरान या जननांग स्पर्श के माध्यम से फैला सकता है।

महिलाओं में, ट्राइकोमोनिएसिस द्वारा जननांग के निचले हिस्से को प्रभावित करने की सबसे अधिक संभावना होती है। पुरुषों में, यह मूत्रमार्ग को प्रभावित करता है।

शरीर के अन्य अंग, जैसे गुदा, हाथ या मुंह, आमतौर पर संक्रमित नहीं होते।

अमेरिका के सरकारी महिला स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, निम्न लोगों में ट्राइकोमोनिएसिस होने की संभावना ज्यादा होती है:

  • महिलायें
  • वह लोग जिनके एक से अधिक सेक्सुअल पार्टनर होते हैं
  • जिन लोगों को पहले भी ट्राइकोमोनिएसिस या कोई अन्य यौन संचारित संक्रमण हो चुका है
  • जो लोग असुरक्षित यौन संबंध बनाते हैं

जैसे-जैसे किसी व्यक्ति के सेक्सुअल पार्टनरों की संख्या बढ़ती है, वैसे-वैसे उनमें ट्राइकोमोनिएसिस होने का खतरा भी बढ़ता जाता है।

लक्षण

अमेरिका के CDC संस्थान के अनुसार आमतौर पर व्यक्ति में टी. वेजिनेलिस फैलने के 5 से 28 दिन के भीतर लक्षण दिखाई देने लगते हैं। हालाँकि यह समय सीमा कम या ज्यादा भी हो सकती है।

यदि लक्षण होते हैं, तो वह पुरुषों और महिलाओं को अलग तरह से प्रभावित कर सकते हैं।

मामूली लक्षणों में जलन शामिल है, लेकिन अधिक गंभीर मामले वाले किसी व्यक्ति को जननांगों से स्त्राव और सूजन हो सकती है।

महिलाओं में संभावित लक्षण निम्न हो सकते हैं:

  • योनि से झागदार, दुर्गंधयुक्त स्राव निकलना, जो पारदर्शी, सफेद, धूसर, पीला या हरा हो सकता है
  • योनि स्राव के साथ रक्त निकलना
  • जननांगों में जलन होना
  • सेक्स या पेशाब के दौरान असहज महसूस होना
  • जननांगों के आसपास सूजन होना
  • बार-बार पेशाब लगना
  • कुछ दुर्लभ मामलों में पेट के निचले हिस्से में दर्द होना

पुरुषों में संभावित लक्षण निम्न हो सकते हैं:

  • मूत्रमार्ग या लिंग से रिसाब निकलना
  • लिंग में खुजली होना
  • पेशाब या वीर्य स्खलन के बाद जलन होना
  • बार-बार पेशाब लगना
  • पेशाब करते समय दर्द होना

जटिलताएं

ट्राइकोमोनिएसिस आपमें कुछ स्वास्थ्य जटिलताएं भी पैदा कर सकता है, जिनमें निम्न शामिल हैं:

गर्भावस्था के दौरान समस्याएं

2016 में ब्राजील में हुए एक शोध में शोधकर्ताओं ने गर्भावस्था के दौरान होने वाली कुछ जटिलताओं में ट्राइकोमोनिएसिस को जिम्मेदार पाया है, जिनमें निम्न शामिल हैं:

  • समय से पहले अपरिपक्व जन्म
  • झिल्ली का जल्दी टूटना
  • नवजात शिशुओं में जन्म के समय वजन कम होना
  • बांझपन

कुछ मामलों में एक संक्रमित महिला प्रसव के दौरान नवजात शिशु को भी संक्रमण कर सकती है, लेकिन यह होना काफी दुर्लभ है।

गर्भावस्था के दौरान संक्रमित महिला का मेट्रोनिडाजोल (metronidazole) नामक एंटीबायोटिक दवा से इलाज किया जाता है।

अन्य समस्याएं

ट्राइकोमोनिएसिस के कारण प्रजनन पथ के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

2018 में चीन में हुए एक शोध से पता चलता है कि ट्राइकोमोनिएसिस और ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के बीच सम्बन्ध हो सकता है। एचपीवी वायरस महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का कारण होता है। हालाँकि इस सम्बन्ध को और स्पष्टता से जानने के लिए अभी और शोध होना जरूरी है।

एचआईवी एड्स का जोखिम

ट्राइकोमोनिएसिस संक्रमण होने से एचआईवी और अन्य यौन संचारित संक्रमण होने का खतरा बढ़ सकता है, खासकर महिलाओं में।

2013 में अमेरिका में हुए एक शोध में वैज्ञानिकों का मानना है कि यह खतरा निम्न वजहों से बढ़ सकता है:

  • इन्फ्लेमेशन
  • प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया में कमी आना
  • महिलाओं की योनि में पाए जाने वाले वेजाइनल फ्लोरा (vaginal flora) नामक अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ना

ये कारक किसी भी व्यक्ति की वायरल संक्रमण से प्राकृतिक सुरक्षा को कम कर सकते हैं।

जाँच और पहचान

ट्राइकोमोनिएसिस की पहचान के लिए डॉक्टर निम्न चीजें करेगा:

  • जननांगों का परिक्षण करेगा
  • माइक्रोस्कोप में जाँच करने के लिए योनि या लिंग के स्त्राव का नमूना लेगा
  • जीवाणुओं की वृद्धि की प्रयोगशाला में जाँच के लिए योनि के आंतरिक भाग का नमूना लेगा

आमतौर पर इन जाँचों के परिणाम एक हफ्ते के भीतर आ जाते हैं।

डॉक्टर का अपॉइंटमेंट

महिलाओं को ऐसे समय में डॉक्टर का अपॉइंटमेंट लेना चाहिए जब उन्हें मासिक धर्म होने की संभावना न हो।

अपॉइंटमेंट से पहले, उन्हें योनी पर पाउडर का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह योनि की प्राकृतिक गंध को दबा देता है और जलन भी पैदा कर सकता है। डॉक्टर उन्हें अपॉइंटमेंट के 24 से 48 घंटे पहले योनि संभोग से बचने या टैम्पोन सहित कोई भी वस्तु योनि में डालने से बचने की सलाह दे सकता है।

चूँकि ट्राइकोमोनिएसिस आपमें एड्स के खतरे को बढ़ा सकता है, इसलिए साल में कम से कम एक बार आपको ट्राइकोमोनिएसिस की जाँच करवानी चाहिए।

यदि जाँच का परिणाम पॉजिटिव आता है

यदि जाँच में आपको ट्राइकोमोनिएसिस होना निकलता है, तो डॉक्टर आपको उपचारों के बारे में बताएगा और चर्चा करेगा कि आपको आगे क्या करना है।

आपको निम्न चीजें करने की आवश्यकता होगी:

  • अपने सभी सेक्स पार्टनरों को सूचित करें, क्योंकि उन्हें भी अपनी जाँच करवाने की आवश्यकता होगी
  • संक्रमण को पूरी तरह से खत्म करने और वापस आने से रोकने के लिए उपचार का पूरा कोर्स करें
  • उपचार पूरा होने तक सेक्स न करें
  • यदि एंटीबायोटिक दवाओं का पूरा कोर्स पूरा करने के कुछ दिनों बाद भी लक्षण बने रहते हैं, तो डॉक्टर से आगे की सलाह लें

डॉक्टर आपको अन्य यौन संचारित संक्रमणों की जाँच करवाने की भी सलाह दे सकता है।

उपचार

महिलाओं और पुरुष, दोनों में ही ट्राइकोमोनिएसिस का उपचार काफी सरल है।

उपचार में आमतौर पर एंटीबायोटिक दवा की एक मौखिक खुराक लेना होता है। साथ ही, डॉक्टर योनि या लिंग में लगाने के लिए एक टोपिकल क्रीम भी लिख सकता है।

ट्राइकोमोनिएसिस के परजीवी को मारने वाली एंटीबायोटिक दवाओं में मेट्रोनिडाजोल (metronidazole) और टिनिडाज़ोल (tinidazole) शामिल हैं।

मेट्रोनिडाजोल लेते समय आपको शराब का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे प्रतिकूल प्रतिक्रिया हो सकती है, जिससे पेट में ऐंठन, जी मचलना, सिरदर्द और कमजोरी हो सकती है।

यदि उपचार लेने के बाद भी लक्षण बने रहते हैं, तो आपको फिर से डॉक्टर के पास जाना चाहिए और इसके संभावित कारकों के बारे में चर्चा करनी चाहिए।

उपचार के दौरान स्तनपान

स्तनपान कराने के दौरान महिलाओं को टिनिडाज़ोल नहीं लेना चाहिए।

मेट्रोनिडाजोल का सेवन सुरक्षित है, लेकिन डॉक्टर अक्सर इसे लेने के 24 से 48 घंटों तक स्तनपान न कराने की सलाह देते हैं।

रोकथाम

ट्राइकोमोनिएसिस के संक्रमण या पुन: संक्रमण को रोकने के लिए, आपको और आपके सेक्सुअल पार्टनर को नियमित रूप से अपनी जाँच करवाते रहना चाहिए।

इसके संक्रमण या पुन: संक्रमण को रोकने के कुछ तरीके निम्न हैं:

  • अपने सेक्सुअल पार्टनरों की संख्या को सीमित करें
  • अजनबी के साथ असुरक्षित सेक्स न करें
  • ट्राइकोमोनिएसिस का उपचार पूरा करने के 7 से 10 दिनों तक सेक्स न करें
  • कभी भी योनि को हार्ड साबुन से अंदर से साफ न करें, क्योंकि इससे योनि के अच्छे बैक्टीरिया कम हो सकते हैं। इसकी जगह डॉक्टर द्वारा सुझाई गई क्रीम का उपयोग करें
  • मनोरंजक दवाओं और अल्कोहल के उपयोग को सीमित करें या न करें, क्योंकि ये असुरक्षित यौन संबंध के जोखिम को बढ़ाते हैं
  • सेक्स के दौरान कंडोम या अन्य सुरक्षा का उपयोग करें

कंडोम कुछ हद तक ट्राइकोमोनिएसिस के संक्रमण को रोक सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान नहीं करता, क्योंकि ट्राइकोमोनिएसिस का परजीवी जननांगों के अन्य हिस्सों से भी संक्रमित हो सकता है।

यदि आपको ट्राइकोमोनिएसिस संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं या आपको लगता है आपमें यह हो गया है, तो तुरंत डॉक्टर से जाँच करवाएं।

निष्कर्ष

ट्राइकोमोनिएसिस एक यौन संचारित संक्रमण है। यह आसानी से फैलता है और कई जटिलताएं पैदा कर सकता है, लेकिन इसका प्रभावी उपचार उपलब्ध है।

समय पर उपचार आपको कई स्वास्थ्य जटिलताओं से बचा सकता है और इसे दूसरे व्यक्ति में फैलने से रोक सकता है।

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