वीर्य रिसाव (स्पर्म लीकेज) होने के कारण और इलाज

वीर्य रिसाव को समझने से पहले हमें वीर्य को समझना महत्वपूर्ण है।

जब कोई पुरुष उत्तेजना के बाद बाद स्खलित होता है, तो लिंग से निकलने वाले सफेद तरल पदार्थ को वीर्य कहा जाता है। यह मुख्य रूप से पानी, प्लाज्मा और बलगम से बना होता है, जो प्रोस्टेट और वीर्य पुटिकाओं द्वारा निर्मित होते हैं। वीर्य पुटिकाएँ प्रोस्टेट के पीछे स्थित छोटी ग्रंथियां होती हैं। वीर्य में एक छोटी मात्रा शुक्राणुओं की होती है।

आमतौर पर यह माना जाता है कि वीर्य केवल सेक्स या हस्तमैथुन के दौरान ही लिंग से निकलता है। लेकिन कभी-कभी, बिना किसी उत्तेजना और स्खलन के भी वीर्य लिंग से निकल सकता है। इसे ही अनैक्षिक वीर्य रिसाव या स्पर्म लीकेज कहा जाता है।

कुछ ऐसी चिकित्सीय स्थितियां हैं जो अनैक्षिक वीर्य रिसाव का कारण बन सकती हैं। इनमें से कुछ स्थितियाँ वीर्य रिसाव का एक सीधा कारण बन सकती हैं, जिनका इलाज संभव है, जबकि अन्य में किसी भी चिकित्सीय हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती।

वीर्य रिसाव का क्या कारण है?

यौन उत्तेजना के अलावा, वीर्य रिसाव के अन्य सामान्य कारण निम्न हैं:

  • स्वप्नदोष या अनैक्षिक स्खलन
  • कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव
  • प्रोस्टेट ग्रंथि में समस्याएं
  • तंत्रिकाओं में चोट लगना

इन स्थितियों में आपको कुछ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं। चलिए इन अन्य लक्षणों और इनके इलाज करने के तरीके के बारे में जानते हैं:

यौन उत्तेजना

उत्तेजित होने पर या केवल सेक्स के बारे में सोचने पर ही युवा पुरुषों में वीर्य का रिसाव होना सामान्य है। हालाँकि यह स्थिति थोड़ी अभद्र और असुविधाजनक हो सकती है, लेकिन यह अपने आप में किसी भी यौन समस्या या अन्य स्थितियों का संकेत नहीं देती।

थोड़ा बहुत वीर्य, स्खलन से ठीक पहले या बाद में भी निकलता रह सकता है।

कामोत्तेजना के दौरान एक अन्य प्रकार का द्रव भी बाहर निकल सकता है, जिसे पूर्व-स्खलन द्रव कहा जाता है। यह द्रव रासायनिक रूप से वीर्य से अलग होता है और संभोग के दौरान लुब्रीकेंट के रूप में कार्य करता है। हालाँकि इस द्रव में भी शुक्राणु मौजूद हो सकते हैं, इसलिए किसी भी प्रकार की यौन गतिविधि या संपर्क से पहले ही कंडोम पहनने की सलाह दी जाती है, न कि स्खलन के पहले।

यही कारण है कि गर्भधारण से बचने के लिए निकासी विधि – जिसमें स्खलन से ठीक पहले योनि से लिंग को बाहर निकाल लिया जाता है, कारगर नहीं होती। क्योंकि सेक्स के दौरान पूर्व-स्खलन द्रव में भी शुक्राणु होते हैं, जो गर्भधारण का कारण बन सकते हैं।

साथ ही, निकासी विधि आपको संभावित यौन संचारित रोगों से भी नहीं बचाती।

उपचार

यौन उत्तेजना के दौरान वीर्य या पूर्व-स्खलन का रिसाव होना सामान्य है और आमतौर पर इसमें किसी भी उपचार की आवश्यकता नहीं होती है।

वहीं दूसरी ओर, यदि आप शीघ्रपतन का अनुभव कर रहे हैं, तो यह एक अलग चिंता का विषय है। शीघ्रपतन उसे कहते हैं जब आप अपनी या अपनी पार्टनर की इच्छा से पहले ही स्खलित हो जाते हैं या वीर्य को जल्दी गिरने से रोकने में असमर्थ होते हैं। यह किसी अंतर्निहित स्थिति के कारण हो सकता है, लेकिन अक्सर यह मनोवैज्ञानिक कारणों से होता है।

शीघ्रपतन के उपचार में निम्न शामिल हो सकते हैं:

  • व्यवहार परिवर्तन: कुछ शोधों से पता चला है कि संभोग करने के एक या दो घंटे पहले हस्तमैथुन करने से शीघ्रपतन से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
  • शारीरिक थेरेपी और एक्सरसाइज: पैल्विक थेरेपी और केगेल एक्सरसाइज का अभ्यास करने से आपको लम्बे समय तक अपना वीर्य रोके रखने में मदद मिल सकती है।
  • कुछ दवाएं: आप लिंग की संवेदनशीलता को कम करने वाली एक टोपिकल क्रीम का उपयोग कर सकते हैं, जिससे आपके लिंग की उत्तेजना कम होगी और उसे जल्दी स्खलित होने से रोकने में मदद मिलेगी।

यदि आपमें इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नामर्दी) की भी समस्या है, तो निम्न अतिरिक्त दवाएं भी मददगार हो सकती हैं:

  • टाडालाफिल (सियालिस)
  • सिल्डेनाफिल (वियाग्रा)

यदि आपको लगता है कि आप शीघ्रपतन या इरेक्टाइल डिसफंक्शन का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से मिलें। वह आपकी सही स्थिति का पता लगाकर उचित उपचार प्रदान करने में मदद कर सकता है।

स्वप्नदोष या अनैक्षिक स्खलन

स्वप्नदोष किशोरावस्था के दौरान और कभी-कभी 20 की उम्र के आसपास होना सबसे आम हैं। अधिकांश पुरुषों को अपने जीवन में कभी न कभी स्वप्नदोष का अनुभव होता है।

स्वप्नदोष वीर्य का एक अनैक्षिक स्खलन है जो तब होता है जब आप सो रहे होते हैं। यह तब हो सकता है जब आपके जननांग, बेडशीट से या यौन सपने के दौरान उत्तेजित हो जाएं। आमतौर पर स्वप्नदोष में पूर्ण वीर्य स्खलन के वजाय थोड़े वीर्य का रिसाव होता है।

एक लड़के के युवावस्था में आने के बाद स्वप्नदोष होना काफी सामान्य है।

उपचार

ज्यादातर पुरुषों और लड़कों को स्वप्नदोष के लिए किसी उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। जैसे ही व्यक्ति 20 की उम्र के आसपास आता है, तो आमतौर पर उसमें स्वप्नदोष होने की आवृत्ति कम हो जाती है। हालाँकि यदि आप नियमित रूप से सेक्स या हस्तमैथुन नहीं करते हैं तब आपमें किसी भी उम्र में स्वप्नदोष हो सकता है।

यानी नियमित रूप से स्खलित होते रहने से स्वप्नदोष से छुटकारा पाया जा सकता है।

दवाओं के दुष्प्रभाव

कुछ दवाएं, जैसे कि एंटीडिप्रेसेंट, मूड स्टेबलाइजर्स और कुछ हार्मोन उपचार भी अनैक्षिक वीर्य रिसाव का कारण बन सकते हैं।

SSRI दवायें (सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर) जो डिप्रेशन में ली जाती हैं, भी वीर्य रिसाव और अन्य यौन दुष्प्रभावों का कारण बन सकती हैं। यह अन्य यौन दुष्प्रभाव निम्न हैं:

  • यौन उत्तेजना में कमी
  • देर से वीर्य स्खलन
  • इरेक्टाइल डिसफंक्शन

ये दुष्प्रभाव SSRI के प्रकार, इसकी खुराक और अन्य दवाओं के साथ इसके संयोजन पर निर्भर करेंगे। यदि आप इन दवाओं में से कोई एक ले रहे हैं, तो आपको इन दवाओं के फायदों और दुष्प्रभावों की तुलना करके देखना चाहिए, और फायदेमंद होने पर ही लेना चाहिए।

उपचार

जब डिप्रेशन के इलाज की बात आती है, तो शोध बताते हैं कि मनोचिकित्सा और दवा दोनों ही प्रभावी विकल्प हैं। इनमें से कोई भी एक उपचार लेने पर लगभग 30 से 40 प्रतिशत लोग डिप्रेशन में सुधार देखते हैं। हालाँकि, दोनों उपचारों को एक साथ लेना सबसे प्रभावी माना जाता है।

यदि इन दवाओं के यौन दुष्प्रभाव आपके डिप्रेशन के लाभों से अधिक हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। कुछ मामलों में, दवा के डोज या कंपनी को बदलकर दुष्प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है।

अपने डॉक्टर से बात किए बिना किसी भी SSRI या अन्य एंटीडिप्रेसेंट दवा को लेना बंद न करें। यदि किसी विशेष दवा के अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रभावों के बारे में आपके कोई प्रश्न हैं, तो अपनी चिंताओं को अपने डॉक्टर को बताएं और अपने लिए अन्य संभावित विकल्पों पर चर्चा करें।

प्रोस्टेट की समस्याएं

प्रोस्टेट एक ग्रंथि होती है, जो आपके शुक्राणुओं को मूत्रमार्ग और लिंग से बाहर ले जाने में मदद करने के लिए वीर्य पैदा करती है। प्रोस्टेट में कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें प्रोस्टेटाइटिस (प्रोस्टेट की सूजन) और प्रोस्टेट कैंसर शामिल हैं।

प्रोस्टेटाइटिस निम्न कारणों से हो सकता:है

  • बैक्टीरियल इंफेक्शन
  • कोई भी पदार्थ जो इम्यून रिएक्शन और सूजन को ट्रिगर करता है
  • तंत्रिका में चोट लगना

अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चला है कि प्रोस्टेट कैंसर क्यों विकसित होता है। हालांकि, कुछ जेनेटिक बदलाव एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते प्रतीत होते हैं। प्रोस्टेट कैंसर के निम्न लक्षण हो सकते हैं:

  • पेशाब करने में कठिनाई
  • जननांगों के आसपास दर्द होना
  • वीर्य स्खलन में बदलाव आना
  • वीर्य में खून आना

प्रोस्टेट की इन समस्याओं के कारण अनैक्षिक वीर्य रिसाव की समस्या भी हो सकती है।

उपचार

यदि आप निम्न में से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए:

बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होने वाले प्रोस्टेटाइटिस के इलाज के लिए आपको एंटीबायोटिक दवाएं लेनी पड़ेंगी।

प्रोस्टेट कैंसर का इलाज एक बहुत अधिक जटिल प्रक्रिया है। चूंकि प्रोस्टेट कैंसर आमतौर पर धीमी गति से बढ़ता है, इसलिए शुरुआत में किसी भी उपचार की आवश्यकता नहीं होती। इसके वजाय आपको “सक्रिय निगरानी” के तहत नियमित जांच और परीक्षण कराना होता है, ताकि आपको और आपके डॉक्टर को पता रहे कि कैंसर प्रगति कर रहा है या नहीं और यदि कर रहा है तो कितनी तेजी से।

कैंसर की प्रगति के आधार पर डॉक्टर सर्जरी के द्वारा प्रोस्टेट को हटाने या अन्य उपचार विकल्पों की सलाह दे सकता है। कैंसर के चरण के आधार पर, उपचार अपनी प्रभावशीलता और दुष्प्रभावों में भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।

तंत्रिका तंत्र में चोट लगना

जब आपके तंत्रिका तंत्र या किसी तंत्रिका में कोई चोट लगती है, तो आप अपने स्खलन में भी बदलाव का अनुभव कर सकते हैं, जिससे वीर्य रिसाव भी हो सकता है। बढ़ी हुई उम्र, संक्रमण, और रीढ़ की हड्डी में चोट या सर्जरी, स्खलन में शामिल तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकती है।

स्खलन होने के लिए मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिकाओं के बीच संकेतों का काफी जटिल आदान-प्रदान होता है, और इनमें थोड़ी सी भी गड़बड़ी आपकी यौन प्रक्रिया को प्रभावित सकती है।

डायबिटीज, कमजोर दिल, या मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसी तंत्रिकाओं को प्रभावित करने वाली बीमारियाँ भी स्खलन और यौन अंगों के कामकाज में बदलाव ला सकती हैं।

उपचार

किसी भी अंतर्निहित कारण का इलाज करवाना ही स्खलन में सुधार लाने का सबसे अच्छा तरीका होता है। सूजन या संक्रमण के कारण होने वाली तंत्रिका की चोट, समय के साथ अपनेआप ठीक हो सकती है। जबकि सर्जरी, कैंसर के उपचार, या तंत्रिका तंत्र की बीमारियों के कारण होने वाली तंत्रिका क्षति का इलाज करना बहुत कठिन हो सकता है।

डॉक्टर आपके लिए सही उपचार योजना बनाने में काफी मदद कर सकता है।

पेशाब करने के बाद वीर्य रिसाव होना

कुछ पुरुषों को प्रभावित करने वाली एक सामान्य स्थिति है पेशाब के बाद वीर्य रिसाव होना।

यह स्थिति आमतौर पर हानिरहित होती है। हालाँकि, यदि आप इस बात को लेकर चिंतित हैं कि लीक हुआ द्रव वीर्य नहीं, बल्कि किसी चोट या संक्रमण से संबंधित रिसाव हो सकता है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।

पेशाब के बाद वीर्य रिसाव के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं। जैसे पिछली बार स्खलन के बाद हो सकता है कुछ वीर्य आपके मूत्रमार्ग में ही रह गया हो, और पेशाब बस इसे आगे धकेल रही हो।

या फिर आपको प्रतिगामी स्खलन भी हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें वीर्य आपके लिंग से बाहर निकलने के बजाय आपके मूत्राशय में चला जाता है, और बाद में पेशाब के साथ निकलता है। यह आमतौर पर आपकी पेशाब को धुंधला बादली रंग का बना देता है।

उपचार

यदि आपमें पेशाब के बाद वीर्य का रिसाव होना कभी-कभार ही होता है, तो आपको किसी भी उपचार की आवश्यकता नहीं होगी। लेकिन अगर यह नियमित रूप से बार-बार होता है, तो अपने डॉक्टर को बताएं।

यदि यह स्थिति प्रतिगामी स्खलन के कारण हो रही है, तो आपको किसी भी उपचार की आवश्यकता नहीं होगी, जब तक कि आप बच्चा पैदा करने की कोशिश न कर रहे हों। कोई भी उपचार विकल्प आपके प्रतिगामी स्खलन के कारण पर भी निर्भर करेगा। यदि आपके प्रोस्टेट या जननांगों के आसपास सर्जरी के परिणामस्वरूप स्खलन में परिवर्तन होता है, तो इसका इलाज करना अधिक कठिन हो सकता है।

हालांकि कुछ दवाएं मददगार साबित हो सकती हैं। आमतौर पर प्रतिगामी स्खलन के इलाज के लिए मिडोड्रिन (Midodrine) नामक लो ब्लड प्रेशर की दवा और क्लोरफेनिरामाइन (chlorpheniramine) नामक एलर्जी की दवा का उपयोग किया जाता है। लेकिन यह दवाएं अन्य समस्याओं के इलाज के लिए बनी हैं, इसलिए इनके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

वीर्य रिसाव सम्बंधित अवधारणाएं

यौन क्रिया से सम्बंधित अन्य प्रक्रियाओं की तरह ही वीर्य रिसाव से सम्बंधित कई अवधारणाएं और गलतफहमियां फैली हुई हैं।

कुछ लोगों का मानना होता ​​है कि वीर्य रिसाव से शरीर की एक महत्वपूर्ण ऊर्जा का नुकसान होता है। जिससे यह व्यक्ति में अत्यधिक चिंता और निराशा का कारण बन सकता है। लेकिन वास्तविकता यह है कि किसी भी वयस्क पुरुष का शरीर एक निश्चित समय में वीर्य की एक निश्चित मात्रा का निर्माण करता है, और वीर्य रिसाव होने या बार-बार स्खलित होने से यह निर्माण तेज या धीमा नहीं होता।

2017 में हुए एक शोध के अनुसार नियमित व्यवहारिक चिकित्सा में शामिल होने और यौन क्रियाओं से सम्बंधित अधिक जानकारी इकठ्ठा करने से, इन अवधारणाओं से बाहर निकलने में मदद मिल सकती है।

डॉक्टर से कब मिलें

आमतौर पर कभी-कभार वीर्य रिसाव होना चिंता का विषय नहीं होता है। लेकिन अगर रिसाव बार-बार होता है या रिसाव की मात्रा काफी ज्यादा है और आपमें परेशानी पैदा कर रही है, तो अपने डॉक्टर से मिलें।

खासतौर से तब जब आपको निम्न अन्य लक्षण भी महसूस हो रहे हों:

  • आपके वीर्य या पेशाब में खून आ रहा है
  • वीर्य में बदबू आ रही है
  • स्खलन की मात्रा में बदलाव आ रहा है
  • वीर्य स्खलन या पेशाब के दौरान दर्द होता है
  • लिंग से ऐसा रिसाव निकल रहा है जो सामान्य वीर्य की तरह नहीं दिखता

यह सभी एक अन्य अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के संकेत हो सकते हैं।

निष्कर्ष

वीर्य का रिसाव होना एक सामान्य प्रक्रिया हो सकती है, हालांकि यह कभी-कभी आपको अभद्र और असहज महसूस करा सकती है। यदि आप एक युवा हैं, तो यह आपमें एक सामान्य प्रक्रिया हो सकती है जिसका कोई इलाज करवाने की आवश्यकता नहीं है। यदि आप 40 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, तो आपको डॉक्टर से अपने प्रोस्टेट स्वास्थ्य की जाँच करवानी चाहिए।

यदि आप अपने वीर्य रिसाव या स्खलन की मात्रा या आवृत्ति में महत्वपूर्ण बदलाव देखते हैं, तो भी आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।

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