फीमेल स्पर्म (योनि का पानी) पीने के फायदे

भले ही कई लोगों के लिए फीमेल स्पर्म या योनि का पानी दुनिया की सबसे घिनौनी चीज हो सकती है। लेकिन, स्वास्थ्य वैज्ञानिकों ने वर्षों से कुछ शोध करने के बाद योनि स्त्राव के होने वाले कुछ स्वास्थ्य लाभों का पता लगाया है।

फीमेल स्पर्म एक सफेद तरल पदार्थ होता है, जो सेक्स के दौरान योनि को चिकनाई देने के लिए निकलता है और जब महिला ऑर्गाज्म करती है तो ज्यादा मात्रा में निकलता है। इसके निकलने का यह भी मतलब होता है कि महिला यौन रूप से उत्तेजित है और सेक्स करने के लिए तैयार है।

कोई भी महिला जो किसी पुरुष द्वारा मुख मैथुन प्राप्त करती है, वह बता सकती है योनि का चाटना कितना सुखद अनुभव होता है। पुरुष भी मुख मैथुन को काफी पसंद करते हैं।

कृपया ध्यान रखें कि आपको सावधानी बरतना आवश्यक है। यदि आप एक से ज्यादा महिलाओं के साथ संबंध रखते हैं, तो उसमें यौन संचारित रोग की स्थिति जाने बिना उसकी योनि का पानी न पियें। यह बेहतर है आप केवल एक ही सेक्स पार्टनर रखें, क्योंकि यह संक्रमण की किसी भी संभावना को समाप्त करता है।

तो इस लेख में हम योनि चाटने के दौरान उसके स्पर्म या पानी को पीने के फायदों के बारे में बात करेंगे:

योनि और इसके बैक्टीरिया

शोधों के अनुसार (शोध 1, शोध 2), योनि में लैक्टोबेसिलस (Lactobacillus) नामक बैक्टीरिया होता है, जो उसके पीएच मान को नियंत्रित करता है।

लैक्टोबेसिलस एक प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होता है, यानि यह एक अच्छा बैक्टीरिया है जिसके हमारे लिए कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

लैक्टोबैसिली लैक्टिक एसिड पैदा करता है, जो योनि द्रव के पीएच को स्वस्थ 4.5 स्तर पर रखने में मदद करता है।

योनि के पानी में आम तौर पर बैक्टीरिया की विभिन्न प्रजातियां जैसे लैक्टोबैसिलस क्रिसपेटस, लैक्टोबैसिलस जेन्सेनी, लैक्टोबैसिलस इनर्स, लैक्टोबैसिलस गैसेरी होती हैं और इसमें लैक्टोबैसिलस रेयूटेरी भी हो सकते हैं।

हाल ही में, एक कंपनी ने एक बीयर बनाई जिसमें योनि के बैक्टीरिया थे।

इसके अलावा, योनि में अच्छे बैक्टीरिया मौजूद होने के कारण, इससे दूध का दही भी बनाया जा सकता है। हाल ही में एक महिला ने ऐसा करके देखा था।

फीमेल स्पर्म आमतौर पर क्षारीय और खट्टे स्वाद का होता है। अगर फीमेल की योनि स्वस्छ है और वह नियमित रूप से इसकी सफाई करती है, तो पुरुषों के लिए इसका पानी पीना सुरक्षित होता है।

फीमेल स्पर्म पीने के स्वास्थ्य लाभ

अमेरिका की क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार प्रोबायोटिक पदार्थों का सेवन करने से कैंसर और दिल की बीमारियाँ होने की सम्भावना कम होती है। यह आपके मूड को भी ठीक करते हैं और डिप्रेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

ऑर्गाज्म के जरिये पानी छोड़ने से महिलाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी फायदा पहुंचता है। यह उनमें ऑक्सीटोसिन, डोपामाइन और एंडोर्फिन हॉर्मोन जारी करता है, जो उनके मूड को बढ़ाता है और किसी भी दर्द को कम कर सकता है।

मेडिकल स्टोर पर मिलने वाले प्रोबायोटिक्स इतने फायदेमंद नहीं होते, जितने की फीमेल के स्पर्म होते हैं, क्योंकि इनमें मानव शरीर में मौजूद प्राकृतिक बैक्टीरिया जैसे बैक्टीरिया नहीं होते।

शोधकर्ताओं के अनुसार, महिला के स्वास्थ्य के आधार पर, उसके एक ग्राम फीमेल स्पर्म में 1 लाख से 10 करोड़ के बीच लैक्टोबैसिलस की कोशिकाएं हो सकती हैं। इसलिए प्रोबायोटिक्स जैसा लाभ प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को “10 मिलीलीटर से 1 लीटर” तक फीमेल स्पर्म पीने की आवश्यकता होती है।

सावधानी: महिलाओं में फीमेल स्पर्म का स्त्राव होना अक्सर एक सामान्य और नियमित घटना होती है। लेकिन, उनमें कुछ अन्य प्रकार के स्त्राव भी हो सकते हैं जो किसी संक्रमण का संकेत दे सकते हैं। यह असामान्य स्त्राव पीले या हरे रंग का, दानेयुक्त या दुर्गंधयुक्त हो सकता है। आमतौर पर यीस्ट या बैक्टीरियल संक्रमण इस असामान्य स्त्राव का कारण बनते हैं।

जब भी आपको इनमें से कोई भी संक्रमण के लक्षण दिखाई दें, तब फीमेल स्पर्म को न पियें जब तक कि संक्रमण पूरी तरह से ठीक न हो जाए।

यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि फीमेल स्पर्म के जरिये हानिकारक बैक्टीरिया और यौन संचारित संक्रमण भी फैल सकते हैं, इसलिए दोनों सेक्स पार्टनरों को इसमें संलग्न होने से पहले अपनी यौन संचारित रोगों की जाँच करवा लेनी चाहिए।

क्या पुरुषों के लिए योनि चाटना ठीक होता है?

पुरुषों के लिए महिला की योनि चाटना अच्छा होता है, जबतक कि दोनों में से किसी एक को कोई यौन संचारित संक्रमण न हो।

महिला की योनि अरबों बैक्टीरिया का घर होती है, जो फायदेमंद होते हैं और प्रोबायोटिक के रूप में जाने जाते हैं।

आपको यह जानकारी हैरानी होगी कि योनि में वही प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं, जो अधिकांश स्वस्थ उत्पादों जैसे दही, कोम्बुचा आदि में पाए जाते हैं, और जिनका आप रोजाना सेवन करते हैं।

तो योनि में इतने फायदेमंद बैक्टीरिया भरे हों तो क्यों न चाटकर और इसके पानी को पीकर खुद भी फायदा लिया जाये? जिन लोगों को यह पता होता है, वह पहले से ही नियमित रूप से अपनी पार्टनर की योनि को चाटते हैं।

हालाँकि कुछ महिलाओं की योनि में प्राकृतिक रूप से कुछ नुकसानदायक बैक्टीरिया भी हो सकते हैं, इणलिए नियमित रूप से योनि चाटना शुरू करने से पहले, एक-दो बार ट्राय करके देखें कि कहीं इससे आपके पेट और पाचन को कोई नुकसान तो नहीं हो रहा।

फीमेल द्वारा अपना खुद का स्पर्म पीने से क्या होता है?

बहुत सी फीमेल ने अपने खुद के पानी को पीने की बात स्वीकार की है, और अब तक हमने जितने भी मामले इकट्ठे किये हैं, उनमें से किसी भी मामले में महिला को इससे नुकसान नहीं हुआ, जब तक कि उसकी योनि साफ और संक्रमण से मुक्त न हो।

इसलिए महिलाएं अपनी योनि का पानी तभी पियें, जब वह पूरी तरह से आश्वस्त हों कि उनकी योनि स्वस्थ है।

यदि आपको किसी भी प्रकार के योनि संक्रमण या रोग का संदेह है, तो समस्या के पूरी तरह से हल होने तक अपनी योनि का पानी न तो खुद पियें और न ही अपने पार्टनर को पीने दें।

उदाहरण के लिए, आपकी योनि से आपके मुंह में स्थानांतरित होने वाला यीस्ट संक्रमण, आपमें मुँह के छालों का कारण बन सकता है।

फीमेल स्पर्म का स्वाद कैसा होता है?

योनि मीठी या अम्लीय, धातुमय या कड़वी, नमकीन या तीखी हो सकती है। महिला ने पिछले दिन क्या खाया था, इसमें उसका भी थोड़ा सा स्वाद आ सकता है।

फीमेल के मासिक धर्म चक्र के अनुसार, उसकी योनि का स्वाद पूरे महीने अलग भी हो सकता है।

हर महिला की योनि के पानी में अलग स्वाद और गंध हो सकती है। लेकिन जब तक आपको इसमें आसामन्य रूप से मजबूत गंध न आये, जैसे कि मछली की गंध की तरह, तब तक इसकी गंध और स्वाद पूरी तरह से सामान्य होते हैं।

योनि चाटने का सबसे अच्छा तरीका

हम आपको योनि चाटने के ऐसे बढ़िया तरीके सिखाएंगे, जो आपकी पार्टनर को कराहने, चिल्लाने और यहाँ तक कि आप पर मोहित होने के लिए भी मजबूर कर सकते हैं।

उसमें आपके प्रति निर्भरता के लक्षण भी पैदा हो सकते हैं। यानि वह आपके योनि चाटने के कौशल के प्रति इतना ज्यादा आकर्षित हो जाएगी, कि सोते-जागते बस आपके करीब आना चाहेगी।

स्टेप 1

सबसे पहले उसके कानों से लेकर उसके स्तनों तक चूमना शुरू करें। अब चूमते हुए उसकी कमर और कूल्हों तक पहुंचें।

जैसे ही आप उसकी पैंटी तक पहुँचें, तो उसके दोनों पैरों पर हाथ रखें और उन्हें धीरे-धीरे फैलाएँ।

महिलाओं में जो स्थान विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं और जो उसे उत्तेजित करते हैं, उन्हें इरोजेनस जोन के रूप में जाना जाता है और आपको उनपर अधिक ध्यान देना चाहिए।

इन इरोजेनस जोन में निम्न शामिल हैं; कान, गर्दन, होंठ, हाथ, पीठ के निचले हिस्से, भीतरी जांघ, क्लाइटोरिस, योनि, कूल्हे, स्तन और हाथ-पैर की उंगलियां।

स्टेप 2

अभी के लिए, उसकी पैंटी उतारने की चिंता न करें।

वैकल्पिक रूप से, उसकी पैंटी के ऊपर से ही, उसकी योनि को चूमें और यहां तक कि अपने होठों से धीरे से चुटकी लें।

आप अपनी जीभ को भी योनि के नीचे के हिस्से से क्लाइटोरिस तक धीरे से फेर सकते हैं।

स्टेप 3

उसकी पैंटी के ऊपर से उसे कुछ मिनट चूमने के बाद, अपने चुंबन के साथ उसकी आंतरिक जांघों से होते हुए नीचे की तरफ जाएँ।

आप यहां उसकी जांघ के अंदर तक जितना नीचे जाना चाहते हैं जा सकते हैं, लेकिन आप जितना अधिक उसकी योनि से दूर जाते हैं, वह हिस्सा उतना ही कम संवेदनशील होता जाता है।

सबसे पहले उसकी एक जांघ के भीतरी हिस्से के चारों चूमें, और फिर दूसरी तरफ स्विच करें।

इस दौरान आप उसकी भीतरी जांघ की स्किन को अपने होठों या यहां तक कि अपने दांतों के जरिये चूस भी सकते हैं, अगर उसे यह पसंद हो तो। बस इतना ध्यान रखें कि ज्यादा जोर से न चूसें, नहीं तो आप उसे बुरी तरह से चोट पहुँचा सकते हैं।

यहाँ पर एक निशान देने के लिए, जिसे उसके अलावा और कोई नहीं देख सकता, आप उसकी स्किन को धीरे से काट भी सकते हैं।

हर जांघ को चूसने और किश करने में अपना पूरा समय दें।

यदि इस दौरान वह उत्तेजना में अपने होंठ काटना शुरू कर दे, तो चौंके नहीं। यदि वह ऐसा करती है, तो उत्तेजना को और ज्यादा बढ़ाने के लिए अपनी गति को तेज कर दें।

स्टेप 4

उसकी पैंटी उतारने से पहले, उसकी क्लाइटोरिस को पैंटी से रगड़ें और उसके जघन टीले (उसकी क्लाइटोरिस के ऊपर का क्षेत्र) पर कुछ कोमल चुंबन डालें।

स्टेप 5

अगर अभी तक उसने खुद अपनी पैंटी नहीं उतारी है, तो अपनी उँगलियों को पैंटी के दोनों अगल-बगल तरफ रखें, और उसे नीचे की ओर खींचे जबतक कि वह पूरी तरह से न उतर जाये।

स्टेप 6

फिर उसकी योनि और क्लाइटोरिस के चारों ओर बेहद धीरे-धीरे चूमना और चाटना शुरू करें।

इस दौरान आप उसकी योनि के साथ थोड़ा सा संपर्क बनाये रख सकते हैं और जीभ से लगातार चारों ओर घूमते हुए अपने होंठ के किनारे को क्लाइटोरिस पर बनाये रख सकते हैं।

स्टेप 7

अब आप अपना मुख्य काम शुरू कर सकते हैं … अब उसकी योनि को चाटने और जीभ को अंदर तक ले जाने का समय आ गया है।

योनि को स्वस्थ रखने वाले खाद्य पदार्थ

आपने अक्सर सुना होगा कि क्रैनबेरी और इसका जूस यौन संचारित रोगों को रोकने में मदद कर सकता है, और आपने यह भी सुना होगा कि अनानास खाने से महिला की योनि का स्वाद बदल सकता है।

लेकिन केवल यही चीजें नहीं हैं जो योनि स्वास्थ्य को जबरदस्त रूप से प्रभावित कर सकती हैं। बल्कि कई अन्य खाद्य पदार्थ भी हैं, जो अलग-अलग तरीके से योनि को प्रभावित करते हैं।

सेबफल

2014 में इटली में हुए एक शोध के अनुसार, जो महिलाएं रोज एक सेबफल खाती हैं, उनमें यौन क्रिया बेहतर होती है (जिसमें उनकी यौन संतुष्टि, संभोग करने की क्षमता और उत्तेजित होने की क्षमता शामिल है)। इसका कारण सेब में पाया जाने वाला फ्लोरिड्ज़िन (Phloridzin) नामक फाइटोएस्ट्रोजन होता है।

ग्रीन टी

शोधों के अनुसार, ग्रीन टी में पॉलीफेनोलिक कैटेचिन नामक यौगिक होता है, तो महिलाओं में यौन संचारित संक्रमण फैलाने वाले ई. कोलाई नामक बैक्टीरिया को मार सकता है।

साथ ही, ग्रीन टी में मौजूद कैफीन कुछ महिलाओं में मासिक धर्म से पहले होने वाले भावनात्मक तनाव और द्रव प्रतिधारण को कम करने में मदद करता है।

ऑयली फिश

100 ग्राम सैल्मन फिश में आपकी रोज की जरूरत का तीन चौथाई विटामिन डी होता है।

साथ ही, इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भी पाए जाते हैं।

सामान्य स्वास्थ्य के लिए यह दोनों ही पोषक तत्व आवश्यक हैं।

इन्हें हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद पाया गया है, और बेहतर रक्त संचार होने के कारण यह महिलाओं के जननांगों के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है।

पानी

योनि क्षेत्र को नम और चिकनाई युक्त रखने के लिए खूब पानी पीना एक अच्छा तरीका है। और फीमेल योनि जितनी ज्यादा नम रहेगी, वह उतनी ही ज्यादा उत्तेजित होगी।

साथ ही, पानी रक्त और योनि को साफ रखने में भी मदद करता है।

दही

दही एक प्रोबायोटिक पदार्थ होता है, जो योनि में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और संक्रमणों जैसे यीस्ट, यूटीआई, बैक्टीरियल वेजिनोसिस आदि से बचाता है।

साथ ही, 2016 एक शोध के अनुसार दही में मौजूद कैल्शियम महिलाओं में मासिक धर्म की ऐंठन को कम कर सकता है।

साबुत अनाज, दालें और सब्जियाँ

इन सभी खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है।

फाइबर एक प्री-बायोटिक पदार्थ होता है, यानि यह पेट और आँतों में अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है।

और योनि को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका है कि महिलाएं अपने पेट और आंतों को स्वस्थ रखें, क्योंकि अधिकांश बैक्टीरिया वहीं से आते हैं।

तो रोज कम से कम 25 ग्राम फाइबर का सेवन करें।

फल

शोध के अनुसार, जो महिलाएं दिन में दो या दो से अधिक फल खाती हैं उनमें गर्भाशय फाइब्रॉएड, जो गैर-कैंसर वाले मस्से होते हैं और पैल्विक दर्द व अनियमित रक्तस्राव का कारण बन सकते हैं, विकसित होने की संभावना 11 प्रतिशत कम होती है।

साथ ही, फलों में प्रोटीन की एक अच्छी खासी मात्रा भी होती है।

प्रोबायोटिक सप्लीमेंट

यदि आप तेजी से योनि के अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाना चाहते हैं, तो प्रोबायोटिक सप्लीमेंट या पाउडर का सेवन करना एक अच्छा विकल्प है।

निष्कर्ष

हृदय रोगों और कैंसर को रोकने, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, पाचन को बढ़ावा देने और डिप्रेशन को रोकने के अलावा, हमारा दृढ़ विश्वास है कि फीमेल स्पर्म पीने के अभी भी कई अज्ञात लाभ मौजूद हैं।

और चूंकि अभी और शोध चल रहे हैं, इसलिए उन्हें बहुत जल्द ही खोज लिया जाएगा।

अब जब आपने फीमेल स्पर्म पीने के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जान लिया है, तो हमें वास्तव में उम्मीद है कि आप इसे आजमाकर देखेंगे।

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