पेनिस के साइज और तनाव में कमी, पुरुषों में होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक है। तेजी से बदलती ज़िंदगी ने लोगों की शारीरिक और मानसिक, दोनों तरह की ज़िंदगी पर बुरा असर डाला है।
जीवन की गति में वृद्धि के साथ-साथ, पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन के मामले भी बढ़ रहे हैं, जो आगे चलकर उनके तनाव और चिंता को और ज्यादा बड़ा देते हैं। यह एक कभी न खत्म होने वाला चक्र बन गया है, जहाँ नामर्दी और लिंग पूरा खड़ा न होने की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।
पेनिस में तनाव लाने और अपनी क्षमता अनुसार पूरा लम्बा मोटा होने के लिए पर्याप्त कामोत्तेजना और लिंग में ब्लड सर्कुलेशन की जरूरत होती है। लेकिन नामर्दी के बढ़ते मामलों के कारण अक्सर पुरुष अपने लिंग को सेक्स के दौरान छोटा और कम उत्तेजित पाते हैं।
नामर्दी (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) एक ऐसी स्थिति है, जिसके बारे में ज्यादातर पुरुष डॉक्टर से बात करने में असहज महसूस करते हैं। और जो पुरुष डॉक्टर से जाँच करवा भी लेते हैं, वो भी संभावित साइड इफेक्ट्स के जोखिम के कारण मेडिकल दवाओं का उपयोग करने से बचते हैं।
यदि आप भी इसी अनुभव से गुजर रहे हैं, तो आपको यह जानकर खुशी होगी कि आयुर्वेद नामर्दी और लिंग ठीक से खड़ा न होने की समस्या को ठीक कर सकता है, और लिंग की साइज बढ़ाने में मददगार हो सकता है।
जब आयुर्वेदिक दवाओं की बात आती है, तो पतंजलि लिंग वर्धक दवाएँ सबसे भरोसेमंद मानी जाती हैं। पतंजलि को बाजार में आये 15 साल से ज्यादा समय हो चुके हैं।
पतंजलि कई प्रकार की बीमारियों के लिए प्रभावी दवाएं प्रदान करता है और जब नामर्दी और लिंग के ढीलेपन की बात आती है, तो पतंजलि के पास इसके लिए भी कई दवाएं हैं।
तो चलिए जानते हैं लिंग को मोटा लम्बा करने और ढीलापन दूर करने में मदद करने वाली पतंजलि लिंग वर्धक दवाओं और कैप्सूल्स के बारे में:
पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल
पतंजलि अश्वगंधा एक पौधे से प्राप्त होता है, जिसकी जड़ें और तना दोनों में औषधीय गुण होते हैं। अश्वगंधा में पाया जाने वाला सबसे मुख्य घटक होता है Withania Somnifera. पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण और कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होता है।
अश्वगंधा कैप्सूल का नियमित और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सेवन करने से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
पेनिस में तनाव और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में यह सबसे लोकप्रिय आयुर्वेदिक मेडिसिन है।

डोज
इस कैप्सूल का सामान्य डोज है 1 से 2 कैप्सूल दिन में दो बार (सुबह शाम)। चूर्ण का डोज है 2 से 5 ग्राम दिन में दो बार। ज्यादा फायदा लेने के लिए आपको अश्वगंधा को दूध के साथ सेवन करना चाहिए।
पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल के फायदे
अश्वगंधा के कई लाभ होते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य लाभ हम नीचे दे रहे हैं:
- शरीर की शक्ति को बढ़ाता है,
- इसमें शरीर को युवा बनाये रखने का गुण होता है और इसलिए यह आयु लम्बी करता है,
- यौन अंगों को मजबूत बनाता है,
- तनाव में राहत देता है और डिप्रेशन को ठीक करता है,
- यह एक प्राकृतिक कामोद्दीपक होता है,
- टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार करता है और शुक्राणुओं के उत्पादन में मदद करता है,
- ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है, जिससे पेनिस में पर्याप्त ब्लड पहुँचता है और वह अपनी क्षमता अनुसार पूरा लम्बा मोटा होता है।
पतंजलि शतावर चूर्ण
शतावर का मतलब होता है “सौ रोगों की एक दवा”।
शतावर एक चूर्ण होता है जो Asparagus Racemosus नामक पौधे की जड़ों से बनता है।
पतंजलि शतावर एक आयुर्वेदिक दवा है, जिसके पुरुष और महिला दोनों की सेक्सुअल हेल्थ के लिए फायदे होते हैं।
यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है और पेनिस में तनाव न आने की समस्या को दूर करता है।

डोज
आपको रोजाना 3 से 10 ग्राम शतावर चूर्ण लेना चाहिए। इस चूर्ण को दूध, गर्म पानी या जूस के साथ लिया जा सकता है।
हालाँकि इसको हमेशा किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेकर ही लेना चाहिए।
पतंजलि शतावर के फायदे
नामर्दी और लिंग पूरा खड़ा न होने की समस्या से ग्रसित पुरुषों के लिए शतावर के निम्न फायदे होते हैं:
- ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है
- तंत्रिकाओं को शांत करता है
- आयुर्वेद में इसे एक कामोत्तेजक पदार्थ माना जाता है
- प्रजनन प्रणाली के स्वास्थ्य को बढ़ाता है
- वीर्य को बढ़ाता है
- शुक्राणुओं की गुणवत्ता और प्रभावशीलता को सुधारता है
पतंजलि श्वेत मूसली
श्वेत मूसली का पॉवडर Asparagus Adscendens नामक एक दुर्लभ जड़ी बूटी से बनाया जाता है।
पुरुष यौन स्वास्थ्य के लिए इसके कई लाभ होने के कारण, इसे “सफेद सोना” और “हर्बल वियाग्रा” भी कहा जाता है।

डोज
आयुर्वेदिक विशेषज्ञ आमतौर पर श्वेत मूसली पाउडर का लगभग 5 ग्राम या 1 चम्मच गर्म दूध के साथ दिन में दो बार लेने की सलाह देते हैं।
पतंजलि श्वेत मूसली के फायदे
श्वेत मूसली लिंग को पूरा खड़ा करने और सेक्स उत्तेजना बढ़ाने में आश्चर्यजनक रूप से फायदा देती है। इसके कुछ मुख्य फायदे निम्न हैं:
- कामेच्छा को बढ़ाती है
- शुक्राणु बढ़ाती है
- सेक्स के दौरान वीर्य जल्दी गिरने की समस्या को दूर करती है
- पेनिस में ब्लड फ्लो बढ़ाती है
- सेक्स संतुष्टि और परफॉरमेंस को बढ़ाती है
- तनाव, चिंता और डिप्रेशन को दूर करती है
पतंजलि गोक्षुरादि गुग्गुल
गोक्षुरादि गुग्गुल एक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जानी जाती है।
इसका उपयोग कई बीमारियों के उपचार में किया जाता है और इसके कई चिकित्सीय लाभ भी हैं।
इस औषधि को Tribulus Terrestris नामक पौधे की जड़ों व फलों से बनाया जाता है।

डोज
गोक्षुरादि गुग्गुल की 1 या 2 टेबलेट्स को रोजाना दिन में 2 या 3 बार सेवन करना चाहिए।
लेकिन ध्यान रखें, इस औषधि को रोजाना 3 ग्राम से अधिक नहीं लेना है।
इस औषधि को हमेशा खाना खाने के एक घंटे बाद ही लें।
पतंजलि गोक्षुरादि गुग्गुल के फायदे
- जीवन शक्ति बढ़ाता है
- पुरुष सेक्स क्षमता को बूस्ट करता है
- शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाता है
- टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाता है
- वीर्य जल्दी गिरने की समस्या को दूर करने में मदद करता है
पतंजलि अश्वशिला कैप्सूल
अश्वशिला कैप्सूल पतंजलि की एक और औषधि है जो लिंग के लिए फायदेमंद होती है।
अश्वशिला में दो अलग-अलग औषधीय पौधों का मिश्रण होता है, अश्वगंधा और शिलाजीत, ये दोनों ही पुरुष प्रजनन प्रणाली के लिए बेहद फायदेमंद हैं।

डोज
आपको दिन में दो बार अश्वशिला के 1-2 कैप्सूल का सेवन करना चाहिए। आपको भोजन के 30 मिनट पहले या 2 घंटे बाद गर्म दूध के साथ इन कैप्सूलों को लेना चाहिए।
पतंजलि अश्वशिला कैप्सूल के फायदे
- पेनिस में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है
- शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाता है
- एक प्राकृतिक कामोत्तेजक की तरह काम करता है
- कामेच्छा बढ़ाता है
- शरीर की शक्ति को बढ़ाता है
- थकान और तनाव को कम करने में मदद करता है
उपरोक्त पतंजलि की सभी औषधियाँ पेनिस में रक्त संचार को बढ़ाकर उसे पूरा लम्बा मोटा करने में मदद करती हैं और नामर्दी की समस्या से छुटकारा दिलाती हैं। साथ ही, इनमें सिर्फ आयुर्वेदिक औषधियाँ होती हैं, इसलिए इनके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होते।
इसके अलावा, इन दवाओं के साथ-साथ पतंजलि लिंग वर्धक आयल से लिंग की नियमित मालिश करने से जल्दी फायदा मिलता है।
पतंजलि आयुर्वेद एक बहुत ही प्रचलित और भरोसेमंद ब्रांड है, जिसकी औषधियों ने कई लोगों के जीवन को सुधारा है। लेकिन, यदि इन औषधियों से आपको फायदा नहीं मिल रहा है, तो किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर अपनी पूरी जाँच कराएं और उसके बताये अनुसार उपचार करवाएं।