ऐसे कई फूड्स, दवाएं और जीवनशैली में बदलाव के विकल्प मौजूद हैं, जिनके इस्तेमाल से आप अपने वीर्य की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। अपने सफल होने की संभावना को बढ़ाने के लिए इन सब तरीकों को अपनाकर देखें।
स्खलन के दौरान निकलने वाले वीर्य की मात्रा का सीधा संबंध, आपके द्वारा सेवन किये जा रहे तरल पदार्थों से होता है। क्योंकि वीर्य का ज्यादातर हिस्सा तरल पदार्थों से बना होता है और यह शुक्राणुओं को चिकनाई प्रदान करने का काम करता है।
हमारे शरीर को ठीक से काम करने के लिए, रोज दो से तीन लीटर पानी की जरूरत होती है। इसलिए नियमित रूप से तरल पदार्थों जैसे पानी, फलों का जूस आदि का सेवन करें।
आपके जनांग फूलों की तरह काफी कोमल होते हैं।
यह इतने ज्यादा संवेदनशील होते हैं, कि अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आने पर मुरझा भी सकते हैं।
यही कारण है, कि हमारे अंडकोष शरीर से बाहर की तरफ लटके हुए होते हैं, ताकि वो अपना तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से कम रख सकें (हमारे शरीर का सामान्य तापमान ही 37 डिग्री सेल्सियस होता है)।
यदि आप अपनी बाइक की गर्म सीट पर बैठकर लम्बा सफर तय करते हैं, तो अपने अंडकोषों को बचाने के लिए उनपर कोई गद्देदार फोम या एल-गार्ड लगाएं।
यदि आप हॉट बाथ लेते हैं, तो अंडकोषों को इसकी गर्मी से दूर रखने की कोशिश करें।
जितना हो सके उतना अपने अंडकोषों को गर्मी से दूर रखने के प्रयास करें।
जैसा कि हमने ऊपर बताया था, कि वीर्य के निर्माण के लिए अंडकोषों को शरीर के सामान्य तापमान से कम तापमान में रहने की जरूरत होती है।
टाइट अंडरवियर पहनने से अंडकोषों का तापमान बढ़ेगा, जिससे वीर्य और शुक्राणुओं का उत्पादन कम होने लगेगा।
यदि आपको अपने पैरों को एक के ऊपर एक रखकर बैठने की आदत है, तो अभी से संभल जाएँ।
ऐसे बैठने से अंडकोषों में घर्षण और दबाव अत्यधिक बढ़ सकता है, जिससे तापमान भी सामान्य से अधिक हो जाता है।
इस छोटी सी आदत के कारण, आपको अपने वीर्य निर्माण में अत्यधिक नुकसान हो सकता है।
इसलिए आज से ही इस आदत को बदलें।
आपका शरीर हर सेकंड में औसतन 1500 शुक्राणु उत्पादित करता है।
इसका मतलब डेढ़ से दो अरब शुक्राणु रोज।
लेकिन फिर भी जब आप स्खलित होते हैं, तो वीर्य और शुक्राणुओं की अच्छी-खासी मात्रा को खो देते हैं और इसकी पूर्ण पूर्ति करने के लिए एक-दो दिन लग जाते हैं।
इसलिए यदि आप अपने वीर्य की मात्रा को बढ़ाना चाहते हैं और इसे गाड़ा करना चाहते हैं, तो अपने स्खलित होने की आवृत्ति को कम करें।
सेल्स के कई कामकाजों के लिए, जिंक एक जरूरी मिनरल होता है।
एक शोध के अनुसार, जिंक और फोलिक एसिड के मेल को फर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे पुरुषों में 75% तक शुक्राणु बढ़ाने में लाभकारी पाया गया।
सोडा से बने पेय पदार्थ, जैसे कोकाकोला आदि में अत्यधिक मात्रा में मकई का फ्रक्टोज सिरप मिला होता है। यह सिर्फ आपके लिवर को ही नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि आपके वीर्य को भी कम करता है।
रोज 900 मिलीलीटर सोडा का सेवन करने वाले पुरुषों में, वीर्य की मात्रा 30 प्रतिशत कम होती है।
शरीर में प्रोटीन के निर्माण के लिए, एमिनो एसिड्स नींव का काम करती हैं।
यदि इन आर्गेनिक कंपाउंड्स का नियमित सेवन किया जाए, तो यह वीर्य बढ़ाने में भी मदद करती हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है, कि एमिनो एसिड्स वीर्य बढ़ाने में इसलिए मदद करती हैं, क्योंकि शुक्राणुओं का ज्यादातर हिस्सा एमिनो एसिड्स और प्रोटीन से ही बना होता है।
इसलिए यदि आप अपना वीर्य बढ़ाना चाहते हैं, तो निम्न एमिनो एसिड्स का नियमित सेवन करें –
इन सभी एमिनो एसिड्स के सप्लीमेंट्स किसी भी मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
हॉर्नी गॉट वीड मध्य-पूर्व एशिया में पाई जाने वाली एक औषधि है, जिसको प्राचीन काल से ही कई सेक्स समस्याओं जैसे थकान, वीर्य की कमी, कामुकता में कमी आदि में फायदेमंद माना जाता है।
2008 में हुए एक शोध के अनुसार हॉर्नी गॉट वीड लिंग में रक्त संचार को रोकने वाले एंजाइम्स को ब्लॉक करती है, जिससे लिंग से सम्बंधित समस्याएं दूर होती हैं।
बाजार में हॉर्नी गॉट वीड टेबलेट के रूप में उपलब्ध होती है, जिनको आप सेवन कर सकते हैं। इसको आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
कभी-कभार आपको अपना वीर्य बढ़ाने के लिए, सिर्फ अच्छे खानपान की जरूरत होती है।
वीर्य का जीवन और क्वालिटी बढ़ाने वाले एंटीऑक्सीडेंट से युक्त फलों और सब्जियों का नियमित सेवन करें।
यह एंटीऑक्सीडेंट सिर्फ आपके वीर्य को ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि आपके स्वास्थय को भी ठीक रखेंगे।
कुछ एंटीऑक्सीडेंट से युक्त खाद्य पदार्थ निम्न हैं –
केगेल एक्सरसाइज को PC muscle एक्सरसाइज भी कहते हैं (इसमें PC का फुलफॉर्म “pubococcygeus” होता है)।
यह मांशपेशियां महिला और पुरुष दोनों में पाई जाती हैं।
यह जननांगों के पिछले हिस्से में मौजूद होती हैं और उनमें रक्त संचार को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
इसलिए यह अंडकोषों को स्वस्थ रखकर वीर्य के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।
साथ ही, यह शीघ्रपतन को रोककर सेक्स के टाइम को बढ़ाने में भी मदद करती हैं।
शोधों से पता चला है कि धूम्रपान शुक्राणुओं की संख्या को तो कम करता ही है, साथ ही वीर्य की क्वालिटी को भी कम करता है।
इन शोधों में धूम्रपान करने वाले पुरुषों के वीर्य के गाढ़ेपन और शुक्राणुओं के तैरने की क्षमता में कमी पाई। साथ ही, इनके डीएनए को हानि पहुँचने की सम्भावना में बढ़ोतरी पाई गई।
सिगरेट में पाये जाने वाले विषाक्त पदार्थ वीर्य के लिए काफी नुक्सानदायक होते हैं।
इसमें पाया जाने वाला कैडमियम और लेड, पुरुषों में नामर्दी के सबसे बड़े कारणों में से एक है।
धूम्रपान करने वाले बाँझ पुरुषों में लेड की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है।
एक शोध के अनुसार, अत्यधिक धूम्रपान करने वाले पुरुष (जो प्रति दिन 10 या अधिक सिगरेट पीते हैं), उनके वीर्य में कैडमियम का स्तर काफी ज्यादा पाया गया है।
इसलिए जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी धूम्रपान करना छोड़ दें।
आपका जीवन चाहे कितना ही तनावपूर्ण हो, एक बात ध्यान रखें, तनाव आपकी परिस्थिति और स्वास्थ्य को और ज्यादा बिगाड़ सकता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार स्ट्रेस हॉर्मोन, अंडकोषों की टेस्टोस्टेरोन बनाने की क्षमता को कम करते हैं, जिससे वीर्य तो कम होता ही है, साथ ही सेक्स इच्छा में भी कमी आती है।
इसके अलावा तनाव के कारण आपको निम्न समस्याएं भी हो सकती हैं –
ऐसे कई वैज्ञानिक सबूत मौजूद हैं जो यह बताते हैं कि शारीरिक व्यायाम करने से वीर्य बढ़ता है। इसलिए रोज अपना कुछ समय फुटबॉल, रनिंग, स्विमिंग आदि को दें।
अपने सेक्स अंगों को स्वस्थ रखने के लिए सुरक्षित सेक्स भी काफी जरूरी होता है। कुछ सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन जैसे गोनोरिया (पेशाब में सूजन) और क्लैमाइडिया का यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह आखिर में वीर्य की मात्रा को काफी कम कर सकते हैं।
इसलिए हमेशा सेक्स के दौरान प्रोटेक्शन का उपयोग करें। खासतौर से तब, जब आप किसी अनजान या slut पार्टनर के साथ सेक्स कर रहे हों।
पूरी तरह से सुरक्षित रहने के लिए, सिर्फ अपने भरोसेमंद पार्टनर (या जीवनसाथी) के साथ ही संबंध बनायें।