स्पर्म काउंट बढ़ाने वाले 10 फलों के नाम

स्पर्म की संख्या और गतिशीलता दो सबसे महत्वपूर्ण मानदंड हैं, जो किसी व्यक्ति की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं।

स्पर्म को बढ़ाने के कई अलग-अलग तरीके होते हैं, और फलों में पाए जाने वाले विटामिन सी, विटामिन ई, फोलेट और अन्य एंटीऑक्सिडेंट का सेवन शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता में सुधार करते हुए पाया गया है।

इस लेख में हम उन सबसे कारगर फलों के बारे में चर्चा करेंगे, जिनके अंदर मौजूद पोषक तत्व पुरुषों के स्पर्म काउंट और मोबिलिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं।

आगे बढ़ने से पहले, आपको एक छोटी सी सावधानी बरतने के बारे में बताना चाहेंगे। फलों में उच्च मात्रा में चीनी होने के कारण इनका अत्यधिक सेवन न करें (स्त्रोत)।

जैसा कि आप उम्मीद कर रहे होंगे, 2014 के एक शोध के अनुसार चीनी की अत्यधिक मात्रा शुक्राणु को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हुए पाई गई है, जिससे इन फलों के सेवन का कोई फायदा होने के वजाय नुकसान हो सकता है।

यही कारण है कि पुरुषों को अक्सर अपनी प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए मुख्य रूप से कम कार्बोहायड्रेट वाला आहार खाने की और अपनी एंटीऑक्सीडेंट की कमी को पूरा करने के लिए हर्बल दवाओं के सेवन की सलाह दी जाती है।

तो इस सावधानी को ध्यान में रखते हुए, निम्न फलों का सीमित मात्रा में लेकिन नियनित रूप से सेवन करें।

स्पर्म काउंट बढ़ाने वाले फल

  1. अमरूद
  2. एवोकाडो
  3. शिमला मिर्च
  4. नीलबदरी
  5. केला
  6. अनार
  7. संतरा
  8. कीवी
  9. टमाटर
  10. गोजी बेरी

1. अमरूद

अमरूद

अमरूद एक उष्णकटिबंधीय फल है, जो भारत में लगभग हर जगह मिलता है।

यह स्वादिष्ट होता है और इसमें सभी फलों के मुकाबले सबसे अधिक विटामिन सी होता है। (स्त्रोत)

विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और स्पर्म की गतिशीलता, संख्या व आकार में उल्लेखनीय सुधार करते हुए पाया गया है।

कुछ शोधों में, शोधकर्ताओं ने पुरुषों को विटामिन सी के सप्लीमेंट दिए। इससे उन पुरुषों के शुक्राणुओं की औसत गतिशीलता 31.2% से बढ़कर 60.1% हो गई। इन्हीं शोधों में, विटामिन सी के कारण स्पर्म की औसत संख्या में औसतन दो गुना वृद्धि दर्ज की गई।

कुल मिलाकर, विटामिन सी के कारण स्पर्म गतिशीलता में 92% से अधिक सुधार, संख्या में 100% सुधार और विकार स्पर्म कोशिकाओं में 55% की कमी दर्ज की गई।

इसलिये अमरूद को अपनी फर्टिलिटी डाइट में सबसे पहले शामिल करें।

2. एवोकाडो

एवोकाडो

एक भरे-पूरे एवोकाडो में आपकी रोज की जरूरत का लगभग 41% फोलेट, 28% विटामिन ई, 23% विटामिन बी6, 22% विटामिन सी और 12% जिंक होता है। (स्त्रोत)

यह एवोकाडो को फोलेट, विटामिन ई और जिंक के उच्चतम स्तर वाला फल बनाता है।

शुक्राणु स्वास्थ्य में इन पोषक तत्वों के महत्व के कारण एवोकाडो शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

2007 के एक शोध के अनुसार, फोलेट शुक्राणु स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह स्पर्म सेल्स के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

डीएनए प्रतिकृति के दौरान डीएनए को ठीक से संश्लेषित करने के लिए फोलेट की आवश्यकता होती है। शुक्राणु डीएनए विकास के दौरान कई प्रतिकृतियों से गुजरता है और इसे सही ढंग से संश्लेषित होने के लिए फोलेट का उचित स्तर होना आवश्यक है।

ऐसे ही एक अन्य शोध में पाया गया कि यदि शरीर में फोलेट का स्तर कम होता है, तो शुक्राणु गलत तरीके से संश्लेषित हो सकते हैं। इससे शुक्राणुओं की गतिशीलता व गिनती कम हो जाती है, और वीर्य की समग्र गुणवत्ता खराब हो जाती है।

विटामिन ई आपके समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करने और पुरानी बीमारियों व सूजन का कारण बनने वाले फ्री रेडिकल्स के खिलाफ आपके शरीर की रक्षा करने के लिए जाना जाता है।

2003 के एक शोध के अनुसार, विटामिन ई जैसे एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स के प्रभावों का मुकाबला करने और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।

इसीलिए फर्टिलिटी एक्सपर्ट पुरुष प्रजनन क्षमता का समर्थन करने के लिए विटामिन ई की दवाएं लेने की सलाह देते हैं।

चलिए अब जिंक के बारे में जानते हैं। फलों में आमतौर पर जिंक की मात्रा कम पाई जाती है, इसलिए एक एवोकाडो द्वारा आपकी रोज की जिंक की जरूरत की 10% से ज्यादा मात्रा प्रदान करना एक बहुत बड़ी बात है।

शोधों (शोध 1, शोध 2) से पता चलता है कि जिंक का स्तर स्पर्म की गुणवत्ता से जुड़ा होता है।

तो, अब तक आप यह तो जान ही गए होंगे कि अपने स्पर्म की संख्या और गतिशीलता बढ़ाने के लिए यह फल कितना अधिक मददगार हो सकता है।

3. शिमला मिर्च

शिमला मिर्च

हो सकता है कि आप शिमला मिर्च को अन्य फलों की तरह स्वस्थ न समझें। या फिर आप इसे फल ही न समझें। लेकिन एक बार फिर से सोचकर देखें।

शिमला मिर्च में बीज होते हैं, जो इसे एक फल भी बनाते हैं। और इसमें यहाँ बताये गए सभी 10 फलों में से विटामिन सी, बी 6 और फोलेट सामग्री की सांद्रता सबसे अधिक होती है।

एक कप लाल शिमला मिर्च में आपकी रोज की जरूरत का 211% विटामिन सी, 26% विटामिन बी6, 17% फोलेट और 16% विटामिन ई होता है। (स्त्रोत)

हम पहले से ही जानते हैं कि विटामिन सी स्पर्म के लिए क्या कर सकता है, तो आइए विटामिन बी6 के बारे में जानते हैं।

लगातार नए सबूत सामने आते जा रहे हैं, जो स्वस्थ विभिन्न शुक्राणु मापदंडों जैसे संख्या और गतिशीलता सुधारने में विटामिन बी6 की भूमिका का समर्थन करते हैं।

मई 2020 में प्रकाशित एक शोध से पता चला है कि एज़ोस्पर्मिया (गतिशील स्पर्म की अनुपस्थिति) वाले पुरुषों की तुलना में सामान्य शुक्राणु गतिशीलता वाले पुरुषों के वीर्य में विटामिन बी6 का स्तर अधिक होता है।

4. नीलबदरी

नीलबदरी

कैलोरी में कम और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होने के कारण, नीलबदरी एक ऐसा फल है जिसे आपको निश्चित रूप से अपने स्पर्म की संख्या और गतिशीलता बढ़ाने में मदद करने के लिए, अपने आहार में शामिल करने पर विचार करना चाहिए।

शोधों (शोध 1, शोध 2, शोध 3) से पता चला है कि नीलबदरी में आम तौर पर उपभोग किए जाने वाले सभी फलों और सब्जियों में से एंटीऑक्सीडेंट का सबसे अधिक स्तर होता है।

एंटीऑक्सिडेंट आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। फ्री रेडिकल्स अस्थिर अणु होते हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और पुरुष प्रजनन समस्याओं में योगदान कर सकते हैं।

कुछ शोधों (शोध 1, शोध 2) में, स्पर्म की कमी वाले 30-80% पुरुषों में फ्री रेडिकल्स का उच्च स्तर पाया गया।

2019 के एक शोध के अनुसार, नीलबदरी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता में उल्लेखनीय वृद्धि करते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट की फ्री रेडिकल्स को लक्षित करने और कम करने की क्षमता के कारण हो सकता है, जो अन्यथा शुक्राणु विकास को बाधित करते।

5. केला

केला

केला विभिन्न पोषक तत्वों जैसे विटामिन ए, बी6, सी, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है, जिन्हें स्वस्थ शुक्राणु पैदा करने के लिए शरीर की क्षमता बढ़ाने में फायदेमंद माना जाता है।

एक मध्यम आकार के केले में 0.4 मिग्रा विटामिन बी6 होता है, जो आपकी रोज की जरूरत का 20% है और जैसा कि हम जानते हैं स्पर्म की गतिशीलता और गुणवत्ता के लिए विटामिन बी6 काफी जरूरी पोषक तत्व है। (स्त्रोत)

2015 के एक शोध के अनुसार, केला में ब्रोमलेन नामक एंजाइम भी होता है, जिसे टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार करते हुए पाया गया है, खासकर उन पुरुषों में जो नियमित रूप से व्यायाम करते हैं।

अमेरिका में हुए एक अन्य शोध के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन का सीधा संबंध पुरुष की कामेच्छा, यौन प्रदर्शन और प्रजनन क्षमता से होता है।

6. अनार

अनार

अनार में मौजूद असंख्य बीजों के कारण, इसे लंबे समय से प्रजनन क्षमता और जन्म से जोड़कर देखा जाता है।

हालांकि अनार खाने का यह वैज्ञानिक कारण तो नहीं है, लेकिन इसमें मौजूद उच्च स्तर के एंटीऑक्सिडेंट इसे शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को बढ़ाने की क्षमता देते हैं।

एक कप अनार के जूस में आपकी रोज की जरूरत का लगभग 30% विटामिन सी और 16% फोलिक एसिड (फोलेट) होता है। (स्त्रोत)

7. संतरा

संतरा

संतरा चाहे मीठा हो या खट्टा, छिलके वाला हो या जूस के रूप में, सभी में विटामिन सी की अत्यधिक मात्रा मौजूद होती है।

जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया था, विटामिन सी के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं जिनमें इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देना, हमारी कोशिकाओं को क्षति से बचाना और पुरुष प्रजनन क्षमता में सुधार करना शामिल है।

एक कप संतरे के जूस में आपकी रोज की जरूरत का 160% विटामिन सी होता है। (स्त्रोत)

विटामिन सी के बारे में हम जो जानते हैं, उसे देखते हुए, संतरा आपकी स्पर्म डाइट के लिए एक बेहतरीन फल हो सकता हैं।

8. कीवी

कीवी

कीवी छोटे स्वादिष्ट फल होते हैं, जो जूस के रूप में काफी प्रसिद्ध हैं।

आमतौर पर सेवन किए जाने वाले अन्य फलों की तुलना में कीवी में विटामिन ई और सी का अपेक्षाकृत उच्च स्तर होता है।

एक कप कीवी जूस में आपकी रोज की जरूरत का लगभग 20% विटामिन ई और 200% से अधिक विटामिन सी होता है।

विटामिन सी और ई दोनों को ही अकेले शुक्राणुओं की गतिशीलता और संख्या को बढ़ाते हुए पाया गया है, लेकिन जब इनका एक साथ सेवन किया जाता है तो अधिक लाभ मिलता है।

यह दोनों ही विटामिन आहार संबंधी एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, लेकिन समान तरीके से काम नहीं करते हैं। यह अलग-अलग हानिकारक फ्री रेडिकल्स को लक्षित करते हैं और कम करते हैं। (स्त्रोत)

2016 में ईरान में हुए एक शोध के अनुसार, जब विटामिन सी और ई को एक साथ लिया जाता है, तो यह वीर्य के सभी मापदंडों में अधिक प्रभावी ढंग से सुधार करते हुए पाए गए हैं।

9. टमाटर

टमाटर

टमाटर चाहे ताजा हों, धूप में सुखाये गए हों या डिब्बाबंद हों, इनमें अत्यधिक मात्रा में लाइकोपीन नामक पदार्थ होता है।

लाइकोपीन एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला रसायन है, जो फलों को उनका लाल रंग देता है। टमाटर लाइकोपीन का सबसे समृद्ध ज्ञात स्रोत है।

टमाटर को लाल बनाने के अलावा, लाइकोपीन कई अलग-अलग स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान कर सकता है। (स्त्रोत)

पुरुष प्रजनन क्षमता की बात करें तो, 2014 के एक शोध के अनुसार लाइकोपीन को स्पर्म डीएनए क्षति को कम करने और उनकी संख्या, गतिशीलता, योग्यता और प्रतिरक्षा में सुधार करते हुए पाया गया है।

शोधकर्ताओं का मानना है कि लाइकोपीन की इन मापदंडों में सुधार करने की क्षमता इंगित करती है कि यह ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम करता है। इससे शुक्राणु की ऑक्सीडेटिव क्षति की सम्भावना कम हो जाती है, और अंडे को निषेचित करने वाले सामान्य शुक्राणुओं की संख्या बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।

2014 के ही एक अन्य शोध में, प्रतिभागियों को रोज 4-8 मिग्रा लाइकोपीन के सप्लीमेंट दिए गए। परिणाम में पुरुषों के शुक्राणु मापदंडों और प्रजनन क्षमता में सुधार आया।

एक आम आकार के टमाटर में 0.88 मिग्रा से 7.4 मिग्रा तक लाइकोपीन होता है।

10. गोजी बेरी

गोजी बेरी

गोजी बेरी निश्चित रूप से इस सूची में मौजूद सभी फलों में से सबसे कम प्रसिद्ध है। यह लद्दाख में पाया जाता है और हजारों वर्षों से पारंपरिक दवाओं में उपयोग किया जाता आ रहा है।

लद्दाख में, गोजी बेरी को सूप और हर्बल चाय के रूप में उपयोग किया जाता है। आजकल बाजार में इसके सप्लीमेंट भी उपलब्ध होते हैं।

2019 की एक शोध समीक्षा के अनुसार, गोजी बेरी भी एक उच्च एंटीऑक्सीडेंट फल है, जिसके कई सुरक्षात्मक लाभ होते हैं, जैसे फ्री रेडिकल्स को डीएनए हानि पहुँचाने से रोकना।

2015 की एक अन्य शोध समीक्षा के अनुसार, गोजी बेरी फल पुरुष प्रजनन क्षमता के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण अंडकोषों को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद कर सकते हैं, जिससे शुक्राणु की गुणवत्ता, मात्रा और गतिशीलता में वृद्धि होती है।

फलों का पोषण चार्ट

इस लेख में उल्लिखित फलों की पोषण संबंधी जानकारी के लिए नीचे दिया गया चार्ट देखें। इसमें कुछ बोनस फल भी शामिल किये गए हैं।

जैसा कि हम जानते हैं, इनमें से कई फलों में विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सिडेंट के उच्च स्तर होते हैं, जो आपके शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

इस चार्ट में सभी मान निर्धारित पोषक तत्वों के अनुशंसित दैनिक डोज (आरडीए) के आधार पर प्रतिशत के रूप में दिए गए हैं:

क्रमफल का नामविटामिन सीअन्य उल्लेखनीय एंटीऑक्सीडेंट या पोषक तत्व
1अमरूद627%फोलेट = 20%
2एवोकाडो22%विटामिन बी6 = 23%, विटामिन ई = 28%, फोलेट = 41%, जिंक = 12%
3शिमला मिर्च317%विटामिन बी6 = 22%
4नीलबदरी24%विटामिन बी6 = 5%
5केला17%विटामिन बी6 = 20%
6अनार30%फोलेट = 16%
7संतरा159%विटामिन बी6 = 5%, फोलेट = 14%
8कीवी278%विटामिन ई = 18%
9टमाटर41%लाइकोपीन = 10 मिग्रा
10गोजी बेरी54%
11स्ट्राबेरी141%विटामिन बी6 = 5%
12आम100%विटामिन बी6 = 10%, फोलेट = 18%

अन्य टिप्स

हालाँकि फल एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्त्रोत होते हैं जो शुक्राणुओं की संख्या, गतिशीलता और बहुत कुछ बढ़ाने के लिए फायदेमंद पाए गए हैं, लेकिन इनमें पुरुष प्रजनन क्षमता के लिए जरूरी कुछ प्रमुख पोषक तत्व नहीं होते।

यहां कुछ अन्य पोषक तत्व दिए जा रहे हैं जिन्हें आप अपने आहार में शामिल करके स्पर्म उत्पादन के लिए जरूरी सभी सामग्री की पूर्ति कर सकते हैं:

  • सेलेनियम: सेलेनियम एक सूक्ष्म पोषक तत्व होता है जो मांस, अंडे, मुर्गी और समुद्री मछलियों जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। सेलेनियम स्वस्थ शुक्राणु उत्पादन का समर्थन करता है, इसलिए इसे अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में प्राप्त करना जरूरी है (स्त्रोत)।
  • विटामिन बी12: विटामिन बी-12 शुक्राणु सहित सभी कोशिकाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन यह ज्यादातर पशु-मांस आधारित खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। एक शोध से पता चला है कि विटामिन बी-12 वीर्य की गुणवत्ता, विशेष रूप से शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता में सुधार करने में मदद कर सकता है।
  • एसिटाइल एल-कार्निटाइन (एएलसी): एएलसी स्पर्म को आसानी से उपलब्ध ऊर्जा प्रदान करके स्पर्म मेटाबोलिज्म में सुधार करता है, जो उनकी गतिशीलता और परिपक्वता के लिए उपयोगी है। हालांकि यह कुछ स्तर पर मांस में पाया जा सकता है, लेकिन एक शोध समीक्षा से पता चला है कि एसीएल के सप्लीमेंट लेने से भी शुक्राणु गतिशीलता व आकृति में सुधार करने और समग्र पुरुष प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।
  • जिंक: शोधों से पता चला है कि कम जिंक के स्तर वाले पुरुषों में कम टेस्टोस्टेरोन और खराब शुक्राणु गुणवत्ता से पीड़ित होने की संभावना अधिक होती है, जिसके परिणामस्वरूप पुरुष प्रजनन क्षमता भी कम हो जाती है। हालाँकि एवोकाडो में जिंक मौजूद होता है, लेकिन एक शोध से पता चला है कि जिंक सप्लीमेंट की खुराक लेने से टेस्टोस्टेरोन के स्तर और कम जिंक वाले पुरुषों के शुक्राणुओं की गुणवत्ता में वृद्धि हो सकती है।

बाजार में इन सभी पोषक तत्वों के सप्लीमेंट भी उपलब्ध हैं।

जीवनशैली में बदलाव

  • धूम्रपान छोड़ें: प्रजनन क्षमता सहित स्वास्थ्य के लगभग हर पहलू के लिए धूम्रपान हानिकारक होता है। कई शोधों (शोध 1, शोध 2, शोध 3) से पता चला है कि धूम्रपान शुक्राणु की गतिशीलता, गिनती, घनत्व और अन्य मापदंडों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
  • पूरी नींद लें: हर व्यक्ति को नींद की जरूरत होती है और अच्छी नींद स्वस्थ शुक्राणुओं का समर्थन करती है। 2020 के एक शोध से पता चला है कि खराब नींद की गुणवत्ता का सीधा सम्बन्ध शुक्राणु गतिशीलता, घनत्व, संख्या और आकृति से होता है।
  • सोया से बचें: सोया उत्पादों में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, जो शुक्राणु घनत्व को नुकसान पहुंचाने के लिए जाने जाते हैं। (स्त्रोत)
Scroll to Top